हमें मिलना ही था 💕 एपिसोड 60
अब तक आपने पढ़ा,,, शमीम सनी को बता रहा है मैंने तुम्हारे एक्सीडेंट के बारे में न्यूज सुनी थी और अखबार में पढ़ा था उसके बाद तुम्हारे बारे कुछ भी पता नहीं चला अब आगे,, 👉
मैं बसने से पहले ही नूरी की दुनिया उजड़ते हुए नहीं देख सकता था ,,,,,,फिर मुझे नूरी की फिक्र होने लगी,,,,,मैंने उसका हाल जानने के लिए उससे मिलना ठीक समझा,,,,,,लेकिन नूरी से मिलकर मुझे पता चला वह तुम्हारे एक्सीडेंट के बारे में कुछ नहीं जानती,,,!
मैंने भी उसको कुछ नहीं बताया,,,, मैं उसे दुखी और परेशान नहीं देखना चाहता था,,, और वापस घर लौट आया,,,,,, कभी कभी फ़ोन पर उसका हाल जान लेता था क्योंकि मुझे उसकी फिक्र रहती थी,,,!
एक दो साल यूं ही निकल गये,,,, मैं नूरी से नहीं मिला,,,, और तुम्हारी खोज करता रहा,,,,,,,!
मगर तुम्हारी कोई ख़बर मुझे नहीं मिली मैंने अपने दिल में सोच लिया था शायद तुम अब इस दुनिया में नहीं,,, पर यह खबर मैं नूरी को नहीं दूंगा,,,,, मैं नूरी को खुश देखना चाहता था,,, उसे बहुत प्यार करता था ,,,,,!
फिर मैंने सोचा एक कहानी बनाकर नूरी को सुना देता हूं ,,,,,,,और एक दोस्त होने के नाते एक दिन जब नूरी बहुत परेशान थी तुम्हारे लिए,,, !
मैंने फ़ोन करके उसको बताया मैं तुमसे मिलना चाहता हूं,,, सनी के बारे में कुछ बात बतानी है तुम्हें,,, तुम्हारी ख़बर जानने के लिए वह बहुत उतावली थी एकदम मिलने के लिए तैयार हो गई,,,,,!
मैं उससे मिलने पहुंच गया पूरे दिन उसके साथ रहा,,,, वह तुम्हें भूली नहीं थी और मैं चाहता था वह जल्दी से जल्दी तुम्हें भूल जाए,,,, !
इसलिए एक्सीडेंट के व़क्त एक लड़की के साथ तुम्हारा फोटो था,,,,,, वह फोटो दिखाकर मैंने नूरी को यक़ीन दिला दिया कि तुमने इस लड़की के साथ शादी कर ली है,,,,,, और वह तुम्हें भूल गया है,,,,,, अच्छा है कि तुम भी उसको भूल जाओ क्योंकि वह अब अपनी जिंदगी में खुश हैं और तुमसे मिलना नहीं चाहता,,,
यह खबर सुनकर नूरी ,,,, बहुत देर तक रोती रही,,,, वह यह सब जानने के बाद जिंदा नहीं रहना चाहती थी,,,,,, मैंने उसे बहुत समझाया और उससे शादी करने का प्रस्ताव रखा,,! अपने मां बाप की खुशी के लिए नूरी ने मेरा प्रस्ताव स्वीकार कर लिया,,,!
इस संडे हमारी मंगनी होने वाली है,,,,,,, बताओ क्या बुरा किया मैंने,,,!
तुम दोनों मुझे जो भी सज़ा देना चाहते हो दे दो,,,,!
लेकिन जो तुम्हारा सच है ,,,, मुझे बताओ !
मैं जानना चाहता हूं,,, एक्सीडेंट के बाद तुम कहां चले गए थे,,, सच तो यह है मेरे दोस्त तुमने जो किया बहुत अच्छा किया मुझे गर्व है तुम पर मैं तुम्हें कितना गलत समझ रहा था,,,!
फिर वह शमीम को अपने बारे में सब कुछ बताते हुए कहता है,,,, मैं बहुत शर्मिंदा हूं बस इतना जान लो मेरी जिंदगी का सच यही है कि मैंने नूरी की वजह से किसी से भी शादी नहीं की मैं कल भी नूरी से प्यार करता था और आज भी करता हूं,,,,,,!
क़िस्मत ने कल मुझे नूरी से मिलवा दिया,,, मैं अभी कुछ महीने पहले ही यहां आया हूं,,,!
शमीम कहता है मैं पहले भी तुम दोनों के प्यार के बीच में नहीं आया था और आज भी मैं तुम्हारे प्यार के बीच नहीं आऊंगा,,,,, यह सच है कि मैं नूरी को बहुत प्यार करता हूं,,, !
लेकिन यह भी सच है किसी को पा लेना ही प्यार नहीं होता है,,,! सनी ,शमीम के गले लग जाता है,,,,, मुझे माफ़ कर दे मेरे दोस्त,,,,, मुझे माफ़ कर दे,,,,!
नूरी दोनों की बातें सुनकर लगातार रो रही है,,,, और कह रही है या खुदा तू भी मुझे माफ़ कर दे,,,,,,, मैंने भी शमीम को समझने में कितनी भूल की,,,!
फिर वह शमीम से कहती है आज से तू मेरा पक्का दोस्त है और हमेशा रहेगा,,!
सनी कहता है सिर्फ तुम्हारा नहीं हमारा दोस्त है और हमेशा रहेगा,,!
शमीम नूरी का हाथ सनी के हाथ में देते हुए कहता है,,,, जहां दो लोग एक दूसरे को दिलो जान से चाहते हों,,,,, उन्हें कोई अलग नहीं कर सकता,,,! ख़ुदा भी उन्हें किसी ना किसी तरहां मिला ही देता है,,,!
मैं भी तुम्हें भुलाने की कोशिश करूंगा मगर ,,,,,, तू सुन ले नूरी,,,
मैं और मेरी तन्हाई अक्सर यह बातें करती हैं
तुम होती, तो यह होता,तुम होती, तो वह होता,
कभी तुम इस बात पर हैरां होती,
तो कभी तुम उस बात पर हंसती,,,
जो हुआ अच्छा हुआ,,, नूरी हंसते हुए कहती है कुछ ज्यादा फिल्मी नहीं हो गया यह डायलॉग,,,?
तभी सारा का फ़ोन आता है,,,,और वह नूरी को बताती है,, मैंने अब्बा जान से सारी बातें बता दी हैं,,,, वह भी बहुत खुश हैं और उन्होंने फैसला लिया है तुम्हारी मंगनी सनी के साथ उसी दिन होगी जिस दिन तय हुई थी,,, !
सनी नूरी के आंसू पोछते हुए कहता है,,,,
शामीम तुझे जो कहना था तूने कहा दिया,,अब गाना गाने की बारी मेरी है,,, मैं तेरे अधूरे गाने को पूरा कर रहा हूं,,,
हमें मिलना ही था 💕 जानम
जिस राह भी गुज़रते,,,,,
कहाँ आ गये हम,,
यूँही साथ, साथ चलके
तेरी बाहों में है जानम
मेरे जिस्म-ओ-जान पिघलते

हमें मिलना ही था 💕 जानम जिस राहा भी निकलते,,,!
हमें मिलना ही था 💕 जानम जिस राहा भी निकलते,,,!
हमें मिलना ही था 💕,,, हमें मिलना ही था
🙏
👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉
धारावाहिक में जिन फिल्मी गीतों की पंक्तियों का प्रयोग किया गया है उसके लिए मैं गीतकार, संगीतकार और इन गानों से जुड़े हर एक व्यक्ति का आभार व्यक्त करती हूं।
हमें मिलना ही था 💕 अंतिम एपिसोड
मौलिक रचना सय्यदा ख़ातून--✍️
---------🌷🌷🌷----------
💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞
समाप्त*****समाप्त
साथियों हमें मिलना ही था 💕 का अंतिम एपिसोड आपके सामने हैं ,,, इतने दिनों से आपका और मेरा साथ जिस तरहां से बना हुआ था,, एक अनजाना सा रिश्ता आपके साथ महसूस कर रही थी मैं,,, इस धारावाहिक को आप सब का बहुत प्यार मिला है इसके लिए मैं आप सभी का तहे दिल से शुक्रिया अदा करती हूं,,,! आपको यह धारावाहिक कैसा लगा,,,,,,अवश्य बताएं आपकी समीक्षाएं ही मेरे लिखने की ताक़त है,,, आपकी आलोचनाएं भी मेरे लेखन को सुधारने में सहायक होती हैं,,!
आपकी दोस्त
🌷