हमें मिलना ही था 💕 (एपिसोड 55)
अब तक आपने पढ़ा गाड़ी में से जो इंसान उतरा है उसे देखकर नूरी को अपनी आंखों पर विश्वास नहीं हो रहा है,,,उसके मुंह से एक शब्द नहीं निकलता और वहीं बेहोश हो जाती है,,, वह आदमी दौड़कर नूरी को अपनी बाहों में ले लेता है,,,! अब आगे 👉
इतनी ही देर में पीछे तमाम ट्रैफिक जाम हो गया है लोग शोर कर रहे हैं,,,!
पर नूरी चुप नहीं होती और बोलती ही जाती है,,,मेरी मोहब्बत में क्या कमी रह गई थी? क्यों किया तुमने मेरे साथ ऐसा ?
अब तक सलमा भी उसके पास आ चुकी है,,,सनी के कहने पर सलमा कहती हैं ठीक है हम लोग गैस्ट हाऊस में चलकर आराम से बातें करते हैं,,,!
सलमा गैस्ट हाऊस की तरह चल पड़ती है उसकी हालत अब भी अच्छी नहीं है वह लगातार बोले जा रही है,,,
सालों तक मैं तुम्हारा इंतजार करती रही ,,,, कह कर गये थे,,, छुट्टी मिलते ही आऊंगा तुमसे मिलने,,,,, एक बार भी वापस नहीं लौटे,,,, और तो और तुम्हारे पेरेंट्स भी बिना मिले ही आसाम शिफ्ट हो गए,,, !
मैं हीं पागल थी जो तुम्हारे झूठ को समझ नहीं पाई,,,धोखा दिया है तुमने मुझे धोखेबाज हो तुम ,,,,!
कम से कम मुझे एक बार फोन करके बता तो दिया होता,,,!
सनी हैरत से उसकी बातें सुन रहा है और कहता है तुम्हें कोई गलतफहमी हो गई है नूरी,, !
हां हां गलतफहमी तो हो गई थी,, समझती थी मैं प्यार करते हो तुम मुझसे,,,,, मेरे बगैर जी नहीं सकते,,,, गलतफहमी थी मुझे ,,,,धोखा दे रहे थे तुम ,,,, !
टाइमपास थी मैं तुम्हारे लिए,,, यही तो कहा तुमने अपने दोस्त से,,, मैं ही पीछे पड़ी थी तुम्हारे,,, तुमने मुझसे कभी प्यार नहीं किया,,!
सनी इतने बड़े-बड़े इल्जाम ना लगाओ नूरी,,,, मैंने तुमसे हमेशा प्यार किया है ,,,,हमेशा तुमसे शादी करनी चाहिए,,,, तुम्हारी दुआओं से ही मैं आर्मी ऑफिसर बना हूं ,,,,,!
धोखा मैंने नहीं तुमने दिया है,,, वह तो शमीम ने आंखें खोल दी मेरी,,, उसने मुझे सच्चाई से रूबरू कराया,,,उसीने मुझे बताया तुमने मेरे जाने के दो साल बाद ही शादी करली और मेरे प्यार को भुला दिया,,, उसने ही मुझे बताया तुम अब उससे कभी मिलना नहीं चाहतीं,,,,! मैं भी तुम्हें भुला दूं,,,
उसी ने तुम्हारा वाइस मैसेज मुझे दिया,,,
मजबूर थी मोहब्बत, होना पड़ा हमको जुदा ।
खा क़सम तू न रोएगा याद करके मुझको सनम
मैं हूं किसी और की याद रखना तुझे मेरी क़सम!
तुझे मेरी क़सम,,,,,,
मैं बार-बार तुमसे कहता रहा थोड़ा इंतज़ार करो नूरी मैं ज़रूर आऊंगा,,,,तुमसे इंतजार नहीं हुआ मेरा ,,, और शादी करके बैठ गई,,,!
कितना इंतज़ार करती मैं,,,, इंतजार ही तो कर रही हूं आज तक,,, और तुम, तुम तो मुझे भुला कर दुनिया भर में ऐश कर रहे हो कितना रोई हूं मैं तुम्हारे बिना,,, और कितना रुलाया है मैंने घर के लोगों कों,,,, बार-बार अम्मी अब्बू से लड़तीं रही,,,,!
मुझे दो साल दे दो प्लीज ,मुझे दो साल दे दो,, दो क्या पंद्रह तारीख को नौ साल पूरे हो जाएंगे इस बीच एक फोन तक नहीं किया तुमने,,,!
और यह क्या बकवास कर रहे हो,,, सरासर तोहमत लगा रहे हो मेरे ऊपर अपनी गलती पर पर्दा मत डालो,,,, तुमने धोखा दिया है मुझे ,,,धोखेबाज हो तुम,,!
आज भी शायद तुम मुझे मारने के लिए ही आए होंगे वह तो किस्मत अच्छी थी जो एक्सीडेंट होते होते बच गया,,,!
और शमीम, क्यों बदनाम कर रहे हो उसको,,,!
ओह अब मुझे सब समझ में आ रहा है,,, तुम यहां क्यों आए हो तुम्हें पता चल गया है मेरी शादी शमीम से होने वाली है,, तुम सब कुछ शमीम के मत्थे मढ देना चाहते हो,,,!
आगे की कहानी जानने के लिए पढ़ते रहिए
धारावाहिक 👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉 हमें मिलना ही था 💕 क्रमशः
मौलिक रचना सय्यदा ख़ातून--✍️
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