कन्या भ्रूणहत्या के चलते लड़कियों की दिनोंदिन कम होती संख्या के कारण कुछ वर्ष बाद एक अमीर युवक अपनी कन्या मित्र को शादी के लिए राजी करने के लिए क्या - क्या वादे करेगा ,उसका नमूना बताती हास्य कविता -
@@@@@@@ देवी तेरा क्या कहना @@@@@@@
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मैं तेरी मम्मी को मेडम , अपनी मम्मी मानूंगा |
तू दिन को रात कहेगी ,तो सच ही इसको जानूंगा ||
तू बना ले मुझे भरतार , तू बन जा मेरी नार |
मत करना तू इन्कार ,देवी तेरा क्या कहना ||
मैं तेरे दिल की धुन पर मैडम ,बड़े शौक से नाचूंगा |
तुम्हारे प्रेम पत्रों को मेडम,मैं नहीं कभी भी बांचूंगा ||
मैं हो के तेरा भरतार ,जीत को मानूंगा हार |
मत करना तू इन्कार ,देवी तेरा क्या कहना ||
मैं सुबह -सवेरे बिस्तर पर ,तुझे चाय खुद पिलाऊंगा |
अपने हाथों से काजू -किशमिश ,मैं रोज तुझे खिलाऊंगा ||
मुझे तेरी है दरकार ,मेरी नया लगा दे पार |
मत करना तू इन्कार ,देवी तेरा क्या कहना ||
तुझ से शादी करके मेडम ,मैं फूले नहीं समांउंगा |
तेरी फरमाइश पर मेडम ,तुझे पेरिस-लन्दन घूमाउंगा ||
तू होगी थानेदार ,मैं खाउंगा तेरी मार |
मत करना तू इन्कार ,देवी तेरा क्या कहना ||
मैं तेरे कोमल पावों को ,बड़ी नजाकत से दबाउंगा |
तेरी डांट -फटकार मेडम ,मैं बड़े शौक से खाउंगा ||
ओ मरी सरकार , तुझे दूंगा फरारी कार |
मत करना तू इन्कार ,देवी तेरा क्या कहना ||
तू कहेगी तो ही मेडम ,मैं अपने दफ्तर जाऊँगा |
वरना घर में ही रह कर ,हाजरी तेरी बजाऊंगा ||
तू जाना रोज बाज़ार,खर्चना चाहे हजार |
मत करना तू इन्कार ,देवी तेरा क्या कहना ||
मैं तेरे खातिर महबूबा , एक बंगला जरूर बनवाऊंगा |
तू मालकिन मेरी बन जाओ , मैं नौकर तेरा बन जाऊंगा ||
तू मेरी है सरकार , मैं करता तुझ से प्यार |
मत करना तू इन्कार ,देवी तेरा क्या कहना ||
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