@@@@@"नाज" का अन्दाज@@@@@
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खरी -खरी कहना ही है,"नाज" का अन्दाज |
उसके इस अन्दाज पर , हमें हुआ है नाज ||
मौका मिला है आज तो , बता दूँ यह राज |
दिल की घंटी बजी,जब सुना "नाज" का साज ||
प्रेमी हूँ मैं "नाज" का ,ये कहते आती न लाज |
पोल खोल पाखण्ड की ,बन गयी वो सरताज ||
नारी-जाग्रति बन गया ,"नाज" का महा काज |
आओ हम सहयोग करें, गिरा जुर्मों पर गाज ||
नारी-जाति का ताज है,वो सुकन्या जांबाज |
मैं उसका हमराज हूँ ,और वो मेरी नवाज ||
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