shabd-logo

मानसिक पलायन

17 फरवरी 2024

4 बार देखा गया 4
 मानसिक  पलायन

     गरीबी और लाचारी ने तो परिवार को पहले से ही दबा रखा था ,इधर भाईयों और 02 बहिनों की पढायी के बोझ को देखते हुए नौकरी करने सतीष 12 वीं के बाद अपने मामा के साथ मेरठ आ गया। वहॉ एक होटल में नौकरी करनी शुरू की। मॉ पिताजी घर की खेती बाड़ी का काम करते थे, खेत से पैदा हुए अन्न से तो परिवार का भरण पोषण हो जाता था, लेकिन दवाई, चाय चीनी के खर्च के लिए तो रूपयों की आवश्यकता होती थी, खेत में इतना अन्न नहीं उगता था कि वह बेचा जा सके। साल भर में गाय - बछड़े या बकरी बिक गयी वही आय का मुख्य स्त्रोत होते थे जो बच्चों की फीस और दो चार कॉपियों को खरीदने के लिए पर्याप्त होते थे। सतीष जब गॉव छोड़कर गया तो उसे घर की याद आती थी, लेकिन मजबूरी में होटल में काम की व्यस्तता के चलते आते आंसुओं को बहने से रोक देता था कि साथी देखकर उसका उपहास ना उड़ाये, लेकिन रात को फूट फूटकर अकेले में आंसुओ के सैलाब को बहने देता। वक्त सब घाव और हालातो से समझौता करना सीखा देता है। 

    सतीश सपने देखा करता था कि वह जब खूब रूपये कमा लेगा तो गॉव में सबसे ऊपर वाले खेत में एक अच्छा सा मकान बनायेगा, अपनी और भाई बहिनों की शादी खूब धूमधाम से करेगा। रात को यह सब खुली ऑखो से यह सपने देखते हुए उसकी ऑख कब लग जाती थी पता ही नही चलता था। हर रोज इन्ही सपनों की उधेड़ बुन में लगा रहता, समय कब किसका इंतजार करता है, वह तो मुठ्ठी की रेत की तरह होता है जो दरकता रहता है, उसका अहसास तब होता है, जब मुठ्ठी खाली हो जाती है।

सतीष की उम्र तो बढती गयी लेकिन आमदनी में उतनी गति से इजाफा नहीं हुआ, जिस गति से उम्र में हो रही थी। अतः उसने अपना फैसला लिया होटल की नौकरी छोड़ मेरठ में एक स्पोर्टस का सामान बनाने वाली कम्पनी में काम करना शुरू किया, जहॉ की तनख्वा तन और मन को उस समय के अनुसार आल्हादित करने के लिए काफी थी। 

वक्त की गति ने रफ्तार पकड़ी और सतीष की दोनो बहिने शादी की उम्र दहलीज पर पहॅुच गयी, तो उनकी रिश्ते की चिंता सपरिवार को होने लगी, बेटीयों की उम्र जब शादी के लिए होती है तब मॉ बाप को उनकी उम्र पूरणमासी की बढती चॉद की तरह लगने लगती है।

सतीष की जमा पूॅजी दोनो बहिनों की शादी में लग गयी, अब मॉ बाप सतीष के लिए भी दुल्हन की तलाश में जुट गये, सपनों की दुल्हन के बारे में तो सतीष ने भी ख्वाब सजाने शुरू कर दिये थे, उसका सोचना था कि मॉ बाप को बहु जो मिले वह गॉव में रहे और घर परिवार की देख रेख के साथ मॉ बाप की सेवा करे। सतीष का सोचना था कि एक वक्त बाद वह घर जाकर ही काम करेगा, लेकिन मन की कल्पना कब थाह लेती है, वह तो बस उडती रहती है। 

 सतीष की भी जन्म पत्री जुड़ गयी, लड़की देखी, सौर सगौर में तो सतीष को पंसद आ गयी, सगाई का दिन तय हो गया।  अब सगाई के लिए अंगूठी और कपड़ों की व्यवस्था करना और अन्य खर्चों की जुगत में लग गया। सगाई हो गयी उसी दिन शादी का दिन बार तय हुआ और छ माह बाद सतीष की दुल्हन ने चौक में अपने कदम रखे तो मॉ बाप और सतीष के सपने सच हो गये।

  वक्त बदला और सतीष के दो बच्चे हो गये, अब सतीष की पत्नी रेखा हर रोज सतीष को फोन करती और कहती कि सरकारी स्कूलों में तो पढाई होती नही है, अपना भविष्य तो कुछ नहीं है, लेकिन इन बच्चों का भविष्य तो देखना ही है। गॉव में सब देवरानी जिठानी अपने पति के साथ बच्चों को लेकर चले गये हैं। उधर सतीष की मॉ कहती कि तेरे से छोटे छोटे भाईयों ने अपने लिए 100 गज जमीन बाहर शहरों में ली है, तुम ही जो अभी तक जमीन तक नहीं ले सकते हो।

    बच्चे बड़े हुए तो रेखा ने सतीश के कान भरने शुरू कर दिए, हर रोज कभी पढ़ाई के बहाने तो कभी अस्पताल के बहाने और कभी पास पड़ोसियो  के पति के साथ नौकरी मे जाने की बात कहकर अपनी मन कि इच्छा जाहिर कर लेती तो कभी त्रिया चरित्र दिखाकर रूठ जाती। आखिर में सतीश को समझौता करना पड़ा और बच्चों सहित पत्नी को मेरठ लेकर चला गया। 

    अभी तक सतीश की गुजर जँहा कम में हो रही थी अब बच्चो के आने से खर्चो के भाव पेट्रोल डीजल की तरह बढ़ने लगे।  शहर की भागती दौड़ती रफ्तार जितनी आकर्षक लगती उतनी अपनी जिंदगी खोखली सी लगती। 

    सतीश हमेशा पत्नी को कहता कि बच्चों की पढ़ाई हो जाय और अपने पैरों में यह खड़े हो जाय तो मैं बस गाँव जाकर रहूं, लेकिन रेखा और बच्चे उसे कहते कि तुमको रहना है गाँव मे रहो, हमारे लिए तो बस दो कमरों की व्यवस्था कर दो, हम यँहा रह लेंगे, तुम रहना अपने गाँव मे, और अपने टूटे हुए मकान पर सीमेंट के जितने टांके लगाने हो लगा देना।  पत्नी और बच्चों के आगे सतीश चाहकर भी घर वापिस जाने की योजना को साकार नही बना पाया। 

    बहुत समय बाद गाँव मे सतीश अपने गाँव शादी में गया तो वँहा देखकर हैरान रह गया, उसके आस पास की सब जमीन बाहर वाले खरीद चुके थे, कंही होटल तो कंही रिजॉर्ट बने हुए थे, गाँव मे तो दो चार बुजुर्ग थे लेकिन होटलों और रिजॉर्ट में खूब चहल पहल थी। दिल्ली हरियाणा से आये लोग प्रकृति का खुले मे आनंद  ले रहे है, और जिनकी जमीन जायदाद प्रकृति के गोद मे होते हुए भी बंद कमरो  मे घुट घुटकर शान से जीने का दिखावा कर रहे है। पलायन वास्तव में शारीरिक नही बल्कि मानसिक रूप में है, हमने मान लिया कि गाँव मे सुख सुविधाएं नहीं है,  जबकि पहाड़ों में अमन चैन और सुख शांति है। 

   इन्हीं सब बातों को सोचते हुये सतीश ने मानसिक रूप में रिवर्स पलायन करने का दृढ़ निश्चय कर यह प्रण लेकर चला गया कि गाँव मे अगली बार अकेले ही शारीरिक रूप से भी रिवर्स पलायन करके कुछ दिन फिर से अपनी धरती कि गोद मे रहकर बिताऊँगा।

©®@हरीश कंडवाल मनखी की कलम से।
मीनू द्विवेदी वैदेही

मीनू द्विवेदी वैदेही

बहुत सुंदर लिखा है आपने सर 👌 आप मेरी कहानी प्रतिउतर और प्यार का प्रतिशोध पर अपनी समीक्षा जरूर दें 🙏🙏

18 फरवरी 2024

1

पैतृक भूमि का सौदा

8 सितम्बर 2021
7
9
5

<figure><img height="auto" src="https://shabd.s3.us-east-2.amazonaws.com/articles/613840e01b261a4f85

2

कमबख्त कम्बल

8 सितम्बर 2021
6
12
4

<figure><img height="auto" src="https://shabd.s3.us-east-2.amazonaws.com/articles/613840e01b261a4f85

3

शिक्षक बना बाबू

8 सितम्बर 2021
5
8
5

<p><br></p> <p><br></p> <figure><img src="https://shabd.s3.us-east-2.amazonaws.com/articles/613840e0

4

सीढ़ी

9 सितम्बर 2021
3
10
2

<div align="left"><p dir="ltr">उतार चढ़ाव सी भरी जिंदगी<br> कर ले ईश्वर की हम बन्दगी<br> दो दिन है खु

5

हम तुम्हें अपना मान बैठे।

9 सितम्बर 2021
4
9
2

<p><br></p> <figure><img src="https://shabd.s3.us-east-2.amazonaws.com/articles/613840e01b261a4f85c9

6

ऑन लाईन क्लास

10 सितम्बर 2021
5
9
2

<p>सुबह जल्दी उठकर सोनम ने राज के साथ योगा और फिर चाय साथ में पीते हुए कहा कि लगता है कि इस महीने का

7

बॅटवारा

10 सितम्बर 2021
7
10
4

<div><br></div><div> </div><div> महेश स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया से सहायक महाप्रबं

8

जीवन का सुख

11 सितम्बर 2021
3
8
1

<div align="left"><p dir="ltr"> अरे अभागन तूने तो जन्म लेते ही अपनी माँ को खा दिया था, त

9

मशगूल 

12 सितम्बर 2021
2
6
0

<div> </div><div><br></div><div>वो अपनी दुनिया में मशगूल हो गए</div><div>उनकी एक झलक देख

10

डार्विन का विकासवादी सिद्धांत बनाम सनातन धर्म के दशावतार।

12 सितम्बर 2021
2
6
0

<div> </div><div>कुमुद ने बीएससी बायोलॉजी से की थी उसके बाद उसकी शादी हो गई कुमुद का पति

11

"फलक"

12 सितम्बर 2021
7
9
3

<div><br></div><div><br></div><div><b>(पति पत्नी से )</b></div><div><br></div><div>चलो कुछ पल साथ बि

12

सपनों की वो सड़क

14 सितम्बर 2021
1
8
0

<div><br></div><div><span style="font-size: 1em;">अरे बेटा उठ जा जल्दी तुझे जाना भी है, अपने काम पर

13

 उम्मीद 

15 सितम्बर 2021
2
6
0

<div> उम्मीद </div><div><br></div><div>नरेश और महेश बृजेश तीनो परम् मित्र थे,

14

गर्दभ समाज के सुर लय ताल में छेड़छाड़ करने पर आपत्ति

16 सितम्बर 2021
0
5
0

<div><img style="background: gray;" src="https://shabd.s3.us-east-2.amazonaws.com/articles/613840e01

15

भूतों का घर 

17 सितम्बर 2021
2
3
2

<div> </div><div><span style="white-space:pre"> </span>रोशन अपने ऑफिस में लैपटॉप पर कम्पनी को म

16

पतझड़ की आहट

18 सितम्बर 2021
1
4
0

<div> <span style="font-size: 1em;">भास्कर रेलवे में क्लर्क के पद से सेवानिवृत्त होकर देहरादून

17

बदलेंगे जहॉ

20 सितम्बर 2021
2
4
2

<figure><img height="auto" src="https://shabd.s3.us-east-2.amazonaws.com/articles/613840e01b261a4f85

18

बेटी की सीख

23 सितम्बर 2021
0
4
0

<div align="left"><p dir="ltr"><i><b><u>बेटी की </u></b></i><i><b><u>सीख</u></b></i><i><b><u>( </u><

19

बेटियों की सीख ( भाग - 2)

24 सितम्बर 2021
2
2
0

<div><b> (दूसरा दृश्य )<

20

रोटी की जुगत

28 सितम्बर 2021
1
1
0

<div> </div><div>सुमेश दिल्ली में एक प्रतिष्ठित कंपनी में काम करता था। लॉकडाउन के दौरान सब घर प

21

कुछ दिन तो बिताओ मेरे ससुराल में

30 सितम्बर 2021
5
4
5

<div> विकास नहा कर बाथरूम से बाहर निकला देखा तो फोन पर दो मिस कॉल आई थी उसने चेक किया तो

22

यँहा कौन रहता है।

1 अक्टूबर 2021
0
2
0

<div> <span style="font-size: 1em;">अनूप अपने गाँव बहुत सालों बाद गया, वँहा जाकर उसने देख

23

मंगलू-का-संघर्ष-(-भाग--1)------

3 अक्टूबर 2021
2
2
0

<div><br></div><div><u> </u></div><div><u> मंगलू रोज की तरह जल्दी उठकर 15 लीट

24

मंगलू का संघर्ष ( भाग- 2)

4 अक्टूबर 2021
3
2
2

<div><br></div><div> मंगलू ऋषिकेश बस अड्डे पर बैठा हुआ है, दिल्ली, सहारनपुर, रूड़की, जाने वाली च

25

मंगलू का संघर्ष (भाग 3)

6 अक्टूबर 2021
1
2
0

<div><br></div><div> मंगलू इधर विधायक जी का इंतजार कर रहा है, उधर घर में दर्शनी ने

26

स्कूल का पहला दिन

11 अक्टूबर 2021
0
0
0

<div> <span style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: sans-serif; font-size: 12.8px;"> राजन

27

मेहंदी

18 अक्टूबर 2021
0
0
0

<div> </div><div> बलवंत अपनी नौकरी से शाम को घर आया तो उसके लिए गॉव से साली के बेटे

28

मेहंदी

21 अक्टूबर 2021
0
0
0

<div> मेंहदी (भाग -2)</div><div><br></div><div> इधर दूसरे कक्ष में दूल्हे को

29

दीवाली का गिफ्ट

1 नवम्बर 2021
0
0
0

<div> <img src="https://shabd.s3.us-east-2.amazonaws.com/articles/613840e01b261a4f85c9d58

30

दादी की सीख

1 दिसम्बर 2021
0
0
0

<br style="color: rgb(0, 0, 0); font-family: Calibri, &quot;sans-serif&quot;; font-size: 14.6667px;"

31

अटूट बंधन

8 दिसम्बर 2021
0
0
0

<div> सीडीएस श्री बिपिन रावत को सपत्नीक सभी सैन्य कर्मियों को भाव भीनी श्रद्धांजलि।</div><div><

32

फूफा जी

25 दिसम्बर 2021
1
1
0

<div> जब तक फूफा जी ससुराल के अकेले जवाई और जीजा जी थे तब तक तो उनकी खातिरदारी और रूठना चलता रह

33

एक नई शुरूवात

5 जनवरी 2022
0
0
0

नवीन के पापा शहर के मंत्री नये नये निर्वाचत हुये, नवीन कॉलेज जाता था, वहॉ वह भी छात्र राजनीति में सक्रिय रहता। पापा के मंत्रीबनते ही उसके रंग और ढंग बदल गये, अब वह कॉलेज का जाना माना चेहर

34

अदरक वाली चाय

7 जनवरी 2022
0
0
0

रौनक शिवम और अनु तीनों एक कोचिंग सेण्टर में कोचिंग ले रहे हैं, तीनों के पिताजी अच्छी पोस्ट पर हैं। रौनक अच्छे परिवार से है, े पिताजी सरकारी विभाग में उच्च पद पर हैं, वहीं शिवम के पिताजी एक बिजने

35

सपनों की वो सड़क

9 जनवरी 2022
0
0
0

सपनों की वो सड़कअरे बेटा उठ जा जल्दी तुझे जाना भी है, अपने काम पर म कहते हुए राजन की मॉ ने राजन को उठाया। बेटा जल्दी कर पहली गाड़ी आठ बजे निकल जाती है। देर हो जायेगी तुझे, यह आवाज रंजन की कानों मे

36

फजीतू ( पार्टी कार्यकर्ता) की मनोदशा।

18 जनवरी 2022
0
0
0

फजीतू पार्टी का समर्पित कार्यकर्ता है, पार्टी के हर कार्यक्रम में उसकी उपस्थिति रहती है, फजीतू को क्षेत्र का विधायक से लेकर सांसद तक उसके नाम से जानते हैं, फजीतू की उम्र लगभग 50 साल है, छात्र जीवन से

37

फजीतू ( पार्टी कार्यकर्ता)

18 जनवरी 2022
0
0
0

फजीतू पार्टी का समर्पित कार्यकर्ता है, पार्टी के हर कार्यक्रम में उसकी उपस्थिति रहती है, फजीतू को क्षेत्र का विधायक से लेकर सांसद तक उसके नाम से जानते हैं, फजीतू की उम्र लगभग 50 साल है, छात्र जी

38

फजीतू ( पार्टी कार्यकर्ता)

18 जनवरी 2022
0
0
0

<div><u> </u><span style="color: rgb(34, 34, 34); font-family: -apple-system, &quot;.SFNSText-Regular&quot;, &quot;San Francisco&quot;, Roboto, &quot;Segoe UI&quot;, &quot;Helvetica Neue&quot;, &

39

फजीतू

18 जनवरी 2022
0
0
0

फजीतू पार्टी का समर्पित कार्यकर्ता है, पार्टी के हर कार्यक्रम में उसकी उपस्थिति रहती है, फजीतू को क्षेत्र का विधायक से लेकर सांसद तक उसके नाम से जानते हैं, फजीतू की उम्र लगभग 50 साल है, छात्र जीवन से

40

फजीतू

18 जनवरी 2022
0
0
0

फजीतू पार्टी का समर्पित कार्यकर्ता है, पार्टी के हर कार्यक्रम में उसकी उपस्थिति रहती है, फजीतू को क्षेत्र का विधायक से लेकर सांसद तक उसके नाम से जानते हैं, फजीतू की उम्र लगभग 50 साल है, छात्र जीवन से

41

पुदिनहरा (लघु कहानी) 

1 मार्च 2022
0
0
0

सुनैना और सुयश की शादी को लगभग 6 साल हो गए, उनके दो बच्चे हैं। अब बच्चे बात करने के माध्यम बन गए है। बड़ी बेटी रूही जो लगभग 5 साल कि है, और छोटा बेटा लगभग 8 महीने का। घर मे जब से बच्च

42

आदर ( अंतरार्ष्ट्रीय महिला दिवस विशेषांक)

8 मार्च 2022
0
0
0

रीता ने अमन के सिर से रजाई उठाते हुए कहा कि अजी सुनते हो 07 बज गये हैं, फिर मत कहना कि जल्दी जल्दी नाश्ता तैयार करो, मुझे ऑफिस के लिए देर हो रही है। यह कहते हुए रीता बाथरूम में जाकर ं कपड़े

43

काश एक बार गया होता

27 मई 2022
1
0
2

काश कि एक बार गया होता। मेघा ने रोहन के बैग में टिपिन रखते हुए कहा कि बच्चो की समर वेकेशन हो गयी है, बहुत दिन से आउटिंग भी नही हुई है, पड़ोसी रीना दीदी पूरे परिवार के साथ साउथ इंडिया घूमने ज

44

कलयुगी दैत्य विवाह

4 जून 2022
2
1
1

कलयुगी विवाहराजू भाई जरा टेंट इस वाले खेत में लगा दो और हाॅ काॅकटेल के लिए 8 मेज ईधर लगा देना। ईधर खाना बनाने वाले के लिए बोल दिया कि शाम के लिए मटर पनीर, मिक्स वेज, दाल मखनी सब बना देना, और&nbs

45

अपनापन

20 जून 2022
0
0
0

सौरभ स्कूल से लौट रहा था रास्ते में एक कुत्ता का बच्चा अपनी मॉ से बिछुड़ गया था और कूं कूं की आवाज कर खोजने की कोशिश में लगा हुआ था। सौरभ ने कुत्ते के बच्चे को गोद में उठाया और उस पर

46

अनकही मोहब्बत

29 जून 2022
2
0
2

सुबह के 7:00 बज रहे थे स्कूल में प्रार्थना सभा हो रही थी अजय अपनी लाइन के आगे वाली लाइन मैं किसी को ढूंढ रहा था लेकिन उसे नजर नहीं आ रहा था मन कुछ उद्वेलित था, सामने गुरुजी खड़े थे तो नजरें इधर

47

अनकही मोहब्बत भाग 2

8 जुलाई 2022
0
0
0

अनकही मोहब्बत भाग 2 इधर अजय ने नया साल का ग्रीटिंग कार्ड पोस्ट कर दिया है। डाकिया 4 दिन बाद मानसी के गाँव के किसी व्यक्ति के पास दे देता है। गाँव का व्यक्ति मानसी का&nbsp

48

सावन की खीर

18 जुलाई 2022
0
0
0

सावन की खीर सावन की झमाझम बारिश लगी हुई है, मंडुये के खेत मे भगतू ने हल लगा दिया है, भगतू की पत्नी रज्जू ने घने मंडुये की पौध को एक तरफ निकाल दी है। शाम को दूसरे खेत मे मंडुये की पौध

49

छाँव

21 दिसम्बर 2022
0
0
0

*छांव* ​ वर्क फ्रॉम होम होने के कारण अंकुर अपना व्यस्त शेडयूल में से कुछ समय परिवार के लिए निकाल लेता है। अंकुर ने सोचा कि चलो इस बार गॉव से माताजी और बाबू जी को साथ ले आता हॅू, कुछ दिन उनके छॉव

50

दिखावा

14 मार्च 2023
1
0
0

मदनलाल : अजी सुनती हो तुमने मेहमानों की लिस्ट बना दी है, मेरे ही अकेले 1000 से अधिक क्लाइंट और परिचित वकील है। उसी हिसाब से हम वेडिंग पवाइंट बुक करेंगे और मेन्यु का हिसाब करेंगे। शहर में स

51

साझा घर

28 मार्च 2023
1
0
0

विमल पूरे देश विदेश घूमने के बाद वह जब पहली बार अपने गाँव आया तो उसे लगा की उसने गाँव आने में देरी कर दी, उसका गांव अब सड़क से जुड़ चुका है, सभी सुविधाएं जो गाँव मे होंनी चाहिए वह है, दो दिन

52

साझा घर

28 मार्च 2023
0
0
0

विमल पूरे देश विदेश घूमने के बाद वह जब पहली बार अपने गाँव आया तो उसे लगा की उसने गाँव आने में देरी कर दी, उसका गांव अब सड़क से जुड़ चुका है, सभी सुविधाएं जो गाँव मे होंनी चाहिए वह है, दो दिन

53

होली मिलन

1 अप्रैल 2023
0
0
0

बबलू और सोनू पड़ोसी हैँ, घर की एक फ़ीट चारदीवारी क़ो लेकर हुए विवाद ने उनकी मित्रता क़ो कोर्ट में लाकर खड़ा कर दिया। समाज में कहावत हैँ की जमीन जेवर और सम्पत

54

पैंछु ( उधार)  ( आँचलिक कहानी )

7 अप्रैल 2023
0
0
0

हे जी ( उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्र में बहु द्वारा ससुराल में अपने से बड़ो को बोले जाने वाला सम्मानित सम्बोधन) द्वी माण ( एक किलो) गहथ उधार दे दो। हमने बीज के लिए सुरक्षित स

55

अधजली. बीड़ी

9 अप्रैल 2023
0
0
0

अरे वो राजू देख पत्थर के नीचे अधजली बीड़ी का टुकड़ा और माचिस होगी, एक दो तीलिया कागज पर लपेट कर रखी हैं, जरा इधर तो पकड़ा, यह कहकर उसके दोस्त प्रदीप ने स्कूल का बस्ता एक किनारे रखा, और एक बड़े पत्थर

56

वक्त की लाठी

26 अप्रैल 2023
0
0
0

कल शाम को देर से लौटा तो श्रीमती जी ने कहा कि आपको फोन किया था कि सुबह नाश्ते और ऑफिस के लिए सब्जी ले आना, लाये हो तो इधर धोने के लिए रख दो। हमने कहा कि आज हम दूसरे रास्ते से आये है, इसलिए सब्जी नही ल

57

अब क्या करू।

26 अप्रैल 2023
0
0
0

घड़ी का एलॉर्म बजते ही अंकुर ने दो बार बंद किया और फिर सो गया, उधर सुनीता ने अपनी यथावत दिनचर्या के अनुसार घर का झाडू पोछा, और नाश्ता की तैयारी कर ली है । लॉकडाउन ने सुनीता को ज्यादा व्यस्त कर दिया है,

58

और दोनों हॅस दिये (लघु कहानी)

25 मई 2023
0
0
0

रोहित अपनी भाभी के साथ उनकी किसी रिश्तेदारी में शादी में गया था। वहॉ उसकी मुलाकात उसकी भाभी ने अपनी मौसेरी बहिन मेघा से करवायी। मेघा और रोहित एक दूसरे से मिले ही नहीं बल्की रात का डिनर भी साथ ही किय

59

और दोनों हॅस दिये (लघु कहानी)

26 मई 2023
0
0
0

रोहित अपनी भाभी के साथ उनकी किसी रिश्तेदारी में शादी में गया था। वहॉ उसकी मुलाकात उसकी भाभी ने अपनी मौसेरी बहिन मेघा से करवायी। मेघा और रोहित एक दूसरे से मिले ही नहीं बल्की रात का डिनर भी साथ ही किया

60

बातूनी बिल्ली

26 मई 2023
1
1
1

नोट: यह लेखक की कल्पना मात्र है। अक्सर एक बिल्ली हमारे घर के आस पास घूमती रहती है, कभी वह खिड़की से दीवार को फांदती है, कभी बाउंड्री में बैठकर मूछे मटकाती नजर आती है, बस सुबह शाम म्या

61

नानी का घर

19 जून 2023
0
0
0

बेटा बच्चों की गर्मियों की छुट्टियॉ हो जायेगी तो सब लोग आ जाना, यह सब बातें नंदिता अपने तीनों बेटियों और दोनों बेटों को कहती है। नंदिता और उनका पति देवेन्द्र अकेले घर में रहते हैं, उन्हें

62

पैत्रिक भूमि का सौदा 

22 जुलाई 2023
0
0
0

रमन के पिताजी बचपन में ही अपने चाचा जी के साथ मुंबई आ गये थे, उसके बाद वह मुबई के होकर रह गये। रमन ने जब भी गॉव जाने की बात कही तो उसके पिताजी हमेशा यह कहकर टाल देते कि वहॉ तो

63

कमबख्त कम्बल

11 अगस्त 2023
1
1
1

कमबख्त कम्बल ने रात भर सोने नही दिया,मैंने पूछा कि भाई परेशान क्यो हो, मुझे भी सोने दो। कम्बल ने कहा कि बस गर्मी क्या आ गयी तुम मुझे भूल ही गए हो। मैंने कहा नही दोस्त तुमको कैसे भूल

64

अनमोल तोहफा

18 अगस्त 2023
2
1
1

अविनाश ने जैसे ही फेसबुक खोला तो उसको नमिता की फ्रेंड रिक्वेस्ट आयी हुई थी, पहले तो गौर नही किया, सरसरी निगाह से अपडेट देखी और बन्द करके अपने ऑफिस के काम मे व्यस्त हो गया। शाम को जैसे ही फुर्सत

65

बेल /लता

20 अगस्त 2023
0
0
0

मैं एक बेल हूँ जो अक्सर पेड़ो पर लहराती हूँमैने बेल से पूछा कि तुम्हे कौन लपेटता है तुम्हारे हाथ तो है नही।तुम्हे रास्ता कौन बताता है तुम्हारे आंख तो है ही नही । तुम्हे कैसे पता कि तुमने जिसका सह

66

मूल निवास

23 अगस्त 2023
0
0
0

गज्जू 12वीं पास करने के बाद पंजाब अपने मामा के साथ नौकरी की तलाश में चला गया था, कुछ दिन तक घर में ही रहा उसके बाद वहीं उसको एक ढाबे में नौकरी मिल गयी। शुरू में ढाबे

67

ओढ़

28 अक्टूबर 2023
1
1
1

हल लगाते हुए भगतू के बैल ओढ को पार करते हुए दूसरे भाई जगतू के खेत में घुस गये, इतने में जगतू की पत्नी विमला ने यह सब देख लिया, और उसने बिना जाने ही गाली देनी शुरू कर दी। हल्ला और गाली सुनकर जगतू

68

हिट एंड रन क़ानून

3 जनवरी 2024
0
0
0

हाल ही में लोकसभा में पारित भारतीय दण्ड सिंहंता का नाम बदलकर भारतीय न्याय संहिता रखा गया है, जिसमें कुछ कानूनों के प्रावधान बदले गये हैं, जिसमें से एक कानून हिट एण्ड रन है। भारतीय दंड सहिंता के सैक्शन

69

अहमियत

9 जनवरी 2024
0
0
0

दीया ने अजय को फ़ोन कर कहा कि शाम को आते हुये सब्जी लेते आना, सुबह के लिये नाश्ते के लिये कुछ नही है, अजय ने इस सबका उत्तर हम्म करके दिया और फ़ोन काट दिया। अजय की ऑफिस से छुट्टी के बाद घर आत

70

मानसिक पलायन

17 फरवरी 2024
1
1
1

मानसिक पलायन गरीबी और लाचारी ने तो परिवार को पहले से ही दबा रखा था ,इधर भाईयों और 02 बहिनों की पढायी के बोझ को देखते हुए नौकरी करने सतीष 12 वीं के बाद अपने मामा के साथ म

71

भिटोली

28 मार्च 2024
0
0
0

भिटोली रोहित दो दिन की छुट्टी ले लो, रेनू ने टिपिन पैक करते हुए कहा, रोहित यार अभी तो मार्च फाईनल चल रहा है, और फिर महीने की शुरूवात में बॉस नये टारगेट दे देते

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए