अपने यहां सीडी में भजन बजते हैं. कभी प्यासे को पानी पिलाया नहीं बाद अमृत पिलाने से क्या फायदा. मने पानी पिलाना सबसे बड़ा पुण्य कहा जाता है. लेकिन कनाडा में इसका उल्टा केस हो गया. पिछली 29 नवंबर को एक अजीब केस और उससे भी अजीब सजा खबरों की मार्केट में आई. 48 साल की एक मोहतरमा, जिनका नाम है अनीता क्रैजंक. टोरंटो में रहती हैं. ये ‘टोरंटो पिग सेव’ ग्रुप की कोफाउंडर भी हैं. 22 जून को इनसे एक भारी गुनाह हो गया था.
सड़क पर सुअर ढोने वाली लॉरी जा रही थी. उसके अंदर बंद सुअर इनको प्यासे दिखे तो पानी पिला दिया. ड्राइवर ने मना किया फिर भी पिलाया. दूसरे दिन घर पर कोर्ट का ऑर्डर आ गया पेशी का. वहां उनको इस ‘आपराधिक शरारत’ के लिए 10 साल जेल और 5 हजार डॉलर जुर्माने की सजा सुना दी.
कनाडा का कानून भी लंबे हाथ वाला है. वहां सुअर आदमी की प्रॉपर्टी है. उसे 36 घंटे तक भूखा प्यासा रख कर यहां वहां ले जाना लोगों का अधिकार है. और मैडम की कुल लड़ाई इसी के खिलाफ है. फिलहाल अनीता और उनके वकील ने केस आगे बढ़ा दिया है.