आप बहुत कुछ बदलना चाहते हैं. पर सिर्फ प्रोफाइल पिक्चर बदल कर रह जाते हैं. समाज के लिए बहुत कुछ करना चाहते हैं पर सिर्फ लाइक और शेयर कर पाते हैं. आपकी इसी भलमनसाहत का फायदा उठाते हैं कुछ ऑनलाइन ठग. और आपको इमोशनल कर चलाते हैं लाइक और शेयर का कारोबार.
आपके होमपेज पर आईसीयू में एडमिट किस बच्चे का फोटो कौंधता है, नन्ही सी जान नलकियों से घिरी है. आप देखकर द्रवित हो जाते हैं. बच्चे का दिल देह के बाहर है. दिल का ऑपरेशन करना है.पर मां-बाप के पास पैसे नहीं हैं. फेसबुक-माइक्रोसॉफ्ट या याहू ने कह रखा है. हर शेयर के बदले वो इस बच्चे को डेढ़ डॉलर देगा. अपनी अंटी से माल ढीला नहीं करना है, ये देख आपके अंदर का दानवीर जाग उठता है. भुजाएं फड़क उठती हैं. मानव का धर्म याद आता है. फोटो पर लाइक ठोंकते हैं. पोस्ट शेयर करते हैं और भलाई का झण्डा अगले को थमा देते हैं.
भलाई के मौके बार-बार आते हैं. एक दूसरी फोटो है. बच्चे के बीच में रॉड घुसी है. काहे के बीच में? नहीं बताया गया है. मां-बाप के पास पैसे नहीं हैं. अब हर शेयर के बदले उसे 100 रुपये मिलने हैं. कौन देगा? नहीं बताया गया है. आप फिर भी शेयर करते हैं. सूचना के अभाव में बच्चे की जान से समझौता थोड़े न कर सकते हैं.
मामला अब थोड़ा गंभीर हो रहा है. पिछली बार बच्चे की मदद कर जुकरबर्ग को किक मिल गई. फेसबुक ने दुनिया भर में भूख से मर रहे बच्चों का कल्याण करने का बीड़ा उठा लिया है. वो फेसबुक जो फ्रेंडलिस्ट में न होने पर भी इनबॉक्स में मैसेज दागने के बीस रुपये लेता है. पोस्ट स्पॉन्सर्ड न हो तो सिर्फ 10% जनता तक पहुंचने देता है. वही फेसबुक इतना बदल गया है. इस फोटो पर आने वाला हर शेयर जुकरबर्ग खुद गिनेंगे और एक-एक डॉलर बच्चों के कल्याण को भेजेंगे. दबा के शेयर कीजिए.
फेसबुक ने भलाई की जो चेन चलाई वो व्हाट्सप्प तक पहुंच गई लगता है. पहुंचे भी क्यों न व्हाट्सप्प भी तो फेसबुक में पहुंच गया है. भलाई का वही काम अब जुक्कू व्हाट्सप्प के जरिए करने लगे हैं. हो सकता है आप लॉजिक तलाश रहे हों. व्हाट्सप्प ग्रुप के शेयर कोई कैसे गिन पाएगा? बंद कीजिए लॉजिक तलाशना दबा के शेयर कीजिए. पुण्य कमाइए. धरती कलियुग में पाप के बोझ से वैसे भी दबी जा रही है.
ऐसा नहीं है कि फेसबुक-व्हाट्सप्प पर आप दूसरों का भला करने बैठे हैं. कोई ऐसा भी है जो आपके बारे में सोचता है. जबरिया सोचता है. आपको आपकी मां की कसम जो सौ रूपये का फायदा न उठाया. जमाने का भला किया है आपका भी भला होना चाहिए.
बहुत हुआ लाइक और पैसे कमाने का धंधा. देश-समाज की कोई फ़िक्र है कि नहीं? फेसबुक पर क्यों हैं? कुछ जनजागरण करना है या नहीं? तो करिये शेयर गौ माता की फोटो और आंदोलन का हिस्सा बन जाइए. भले आपको न पता हो कि बरसीम, भूसा और पैरा एक होता है या अलग-अलग.
शेरा अंडरगारमेंट पहनने से कोई शेर नहीं बन जाता. शेर बनना है तो ‘शैर’ कीजिए. एक सैनिक जिसने पाकिस्तान में घुस के उनके दो सैनिकों की गर्दन उतार ली, उसका कोर्ट मार्शल? खून नहीं उबलता आपका ये देखकर? ये कैसा नियम है? ‘शैर’ कीजिए. बिना ये ध्यान दिए कि ये सीन स्वदेश दीपक के लिखे प्ले ‘कोर्ट मार्शल’ से उठाया गया है. और बिना ये जाने कि पाकिस्तान के बॉर्डर में घुसकर हमारे किसी फौजी ने संघर्ष विराम का उल्लंघन नहीं किया है.
करीना-कैटरीना की फोटोज पर लाखों लाइक्स आ जाते हैं,हीरोज की फोटोज पर हजारों शेयर आ जाते हैं. इस फोटो पर कितने लाइक्स आएंगे. जिसमें एक मां अपने शहीद बेटे की लाश पर रो रही है?
आप सच्चे देशभक्त हैं? कैसे मान लिया जाए जब तक आप ये वीडियो शेयर नहीं देख लेते. धड़ल्ले से ये वीडियो शेयर कीजिए वर्ना कसम है आपको भारत मां की. आप गद्दार कहाएंगे. आपका जन्म ही इस दिन के लिए हुआ था कि किसी फेसबुक पेज पर ये वीडियो देखकर एक दिन अपनी देशभक्ति साबित कर सकें. देश के काम आने का मौक़ा हर किसी को नहीं मिलता तो पीछे न हटिए. देखिए और शेयर कीजिए.
तो देखिए बात ये कि लोग यहां आपको बेवकूफ बनाने को भरे बैठे हैं. वो जानते हैं आपको कौन सी चीजें असर करती हैं. किन चीजों पर रिएक्ट करते हैं. वो आपके हिट्स पाने. अपनी दुकान चलाने के लिए. ये और खतरनाक कैसे हो जाता है.
साभार - http://www.thelallantop.com/jhamajham/biggest-lies-youve-probably-told-on-facebook/