क्या ये सच है की हम सब सोश्ल मीडिया के एडिक्ट होते जा रहे है ?
3 दिसम्बर 2015
क्या ये सच है की हम सब सोश्ल मीडिया के एडिक्ट होते जा रहे है ?
आपने सही कहा है....कम से कम अपना तो यही हाल है
1 मई 2016
आपने सही कहा है....ककम से कम अपना तो यही हाल ह
1 मई 2016
<h5 class="ques_head" style="color: rgb(153, 153, 153);">ये सही है की लोग सोशल मीडिया के एडिक्ट तो होते जा रहे हैं पर १००% नहीं क्यूंकि कई लोग एइसे होते हैं जिन्हें इतने कार्य होते हैं जिन्हें पूरा करने के लिए दिन कम पड़ता हैं , उनके पास whatsup या फेस बुक में लॉग इन के लिए समय ही नहीं होता और जो लोग फ्री होते हैं वे एडिक्ट हो सकते हैं क्यूँकी उनके लिए टाइम पास का एक साधन है ये सब .. पर एक बात तो हम सबको माननी ही पड़ेगी की इन सब सुविधाओं ने जीवन को सरल बना दिया है बशर्ते की लोग इसका दुरुपयोग न करे जैसे की किसी भगवान् की तस्वीर डालकर ये कहें की २० लोगो के साथ शेयर करें या २ मिनिट में लाइक यदि नहीं करेंगे तो आपका बड़ा नुकसान होगा ये होगा, वो होगा ।.और कुछ अनुचित न हो इसी से लोग मेसेज्स को फारवर्ड करते रहते हैं पर ये बात जरा भी ठीक नहीं .</h5>
21 जनवरी 2016
बिलकुल क्योंकि यह हमारी दैनिक दिनचर्या का हिस्सा बन चुका है सोशल मीडिया जहाँ एक तरफ हमें सुविधएं प्रदान कर रहा है वहीँ दूसरी तरफ यह हमें हानि भी पंहुचा रहा है| हममे से बहुत लोग इस बात से अनजान है लेकिन यह सुच है | कुछ नसेड़ी लोग सुबह उठ कर पहले अपना एफबी ,whatsapp स्टेटस चेक करते है फिर दिनचर्या आरम्भ करते है ये नशा नहीं तो और क्या है|
4 जनवरी 2016
<p>आदतें हमारी बन जाएँ हालात , ये हमारे हाथ में है , </p><p>कल गलत थी पास , कोशिश आज सही साथ में है .</p>
19 दिसम्बर 2015
हाँ प्रियंका जी न चाहते हुए भी हम एडिक्ट होते जा रहें है क्योंकि ये हमारी जीवन के रोजमर्रा के कामों की तरह एक हिस्स्सा बन चूका है !
18 दिसम्बर 2015
सब तो नहीं लेकिन २५% लोगो के बारे में ये सही है .
7 दिसम्बर 2015
<p><span style="color: rgb(153, 153, 153); font-size: 15px; line-height: 19.5px;">यह हम पर निर्भर करता है </span></p>
7 दिसम्बर 2015
<p>हाँ !पर यह हम पर निर्भर करता है <br></p><p><br></p>
5 दिसम्बर 2015
हर दौर में नई तकनीकियाँ आती रहती है,कुछ लोग इनका सार्थक उपयोग करते है,कुछ लत बना लेते है,ये सब हम पर ही निर्भर करता है !
4 दिसम्बर 2015