जब से बड़े नेताओं ने सोशल मीडिया पर अकाउंट बनाए हैं तभी से लोग उनसे सीधे तौर पर जुड़ गए हैं। अगर आप भारतीय रेल में सफ़र कर रहे हैं और आपको किसी तरह की दिक्कत होती है तो आप सीधे तौर पर रेल मंत्री सुरेश प्रभू को ट्वीट कर सकते हैं। ऐसा कई लोगों ने किया भी और उनकी समस्या का निवारण भी हुआ। इसी तरह से आर टी आई भी एक ऐसा हथियार है जिसकी मदद से आप सरकारी कार्यालयों से किसी संबंध में जानकारी मांग सकते हैं।
कुछ लोग इन सुविधाओं का मजाक करने के लिए इस्तेमाल करते हैं। जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना पद संभाला था तो पीएमओ से आर टी आई की मदद से लोगों ने बेहद अजीबो-गरीब सवाल पूछे थे, जैसे क्या प्रधानमंत्री ने कभी रामलीला में भाग लिया है? अगर हां तो कौन सा किरदार निभाया था? प्रधानमंत्री के किचन में किन मसालों का प्रयोग होता है? अब ये हैं न अजीब सवाल।
मुझे शॉल चाहिए
चंडीगढ़ के इंजीनियर ने प्रधानमंत्री के सामने एक बेहद अजीबो-गरीब बात रखी है। उसने पीएमओ के सेंट्रलाइज्ड जन शिकायत निवारण और मॉनिटरिंग सिस्टम पर एक गुहार लगाई। उसने कहा कि प्रधानमंत्री उसकी गर्लफ्रेंड से उसकी शादी करवा दें। उसने बताया कि लड़की नर्स है और वह उससे शादी करना चाहता है। इसके लिए उसके मां बाप को मनाना होगा और इसमें मोदी जी आप मेरी हेल्प कर दीजिए। अपने वॉलंटियर्स भेजकर लड़की के मां बाप को शादी के लिए मना लीजिए। इस बात से साफ हो गया है कि लोगों में प्रधानमंत्री को लेकर इतनी आस्था है कि उनको लगता है कि वो उनकी हर परेशानी का निवारण कर देंगे। इतना ही नहीं इससे पहले भी लोग देश के प्रधानमंत्री से एक से बढ़कर एक रिक्वेस्ट कर चुके हैं।
महाशिवरात्रि के मौके पर कोयंबटूर में आदि योगी की मूर्ति का लोकार्पण करते समय प्रधानमंत्री ने एक शॉल पहन रखी थी। एक लड़की को वो पसंद आ गई और उसने ट्विटर पर उसे पाने की इच्छा भी जाहिर कर दी। शिल्पी तिवारी ने जिस समय यह ट्वीट किया था उस समय उन्होंने सोचा भी नहीं होगा कि उनकी इच्छा पूरी हो जाएगी।
मुझे वो कुर्सी पसंद है!
मुझे बंदूक चाहिए
मुझे सलमान चाहिए
किसने क्या-क्या मांगा
शिल्पी की इच्छा के बारे में जानकार पीएम मोदी ने उन तक उनकी शॉल पहुंचा दी और साथ में अपना साइन किया हुआ एक पेपर भी दिया जिसमें यह दिखाया गया था कि शिल्पी के ट्वीट का सं ज्ञान लिया गया है। शिल्पी उस शाल को पाकर फूले नहीं समाईं और कई लोगों ने नरेंद्र मोदी की तारीफ की। लेकिन इसके बाद कुछ शरारती लोगों ने ट्विटर पर अजीबो-गरीब मांगे करनी शुरू कर दीं। हर किसी ने अपने-अपने लिए प्रधानमंत्री मोदी से कुछ मांगा।
अगर मांगने की बात की जाए तो वीरेंद्र सहवाग ने भी रियो ओलंपिक के समय प्रधानमंत्री से कुछ मांगा था। उन्होंने कहा कि ओलंपिक में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए दीपा कर्मकार और ललिता बाबर के लिए देश को कुछ बेहद खास करना चाहिए। उन्होंने कहा उगते सूरज को हर कोई सलाम करता है लेकिन फिर एक समय बाद सब उसे भूल जाते हैं। इसीलिए इन दोनों खिलाड़ियों के नाम पर ट्रेन चलानी चाहिए। भले ही यह ट्रेनें कुछ समय तक ही क्यों न चलें लेकिन इन्हें पूरी तरह से उन्हें समर्पित किया जाना चाहिए।
यह थीं कुछ ऐसी रिक्वेस्ट जो प्रधानमंत्री मोदी से की गईं। हर कोई किसी सार्वजनिक मंच से भाषण देते-देते प्रधानमंत्री से कोई अपील कर देता है। लोग बहुत हक से कुछ भी मांग लेते हैं। अब भला देश के प्रधानमंत्री कौन-कौन सी अपील को सुनेंगे? देखिए आगे आने वाले समय में लोग प्रधानमंत्री से और क्या मांगते हैं और प्रधानमंत्री की तरफ से उसपर क्या रिएक्शन आता है।
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