समस्यायें तो आनी हैं,
अगर आगे बढ़ने की ठानी है।
बैठे हैं लोग लँगड़ी लगाने को,
उनसे सहयोग की उम्मीद नादानी है।।
अगर समस्यायें न हों ज़ीवन में,
तो ज़िन्दगी बेमानी है।
समस्याओं से लड़कर आगे बढ़ना,
ही असली ज़िन्दगानी है।।
समस्यायें होती हैं ऊँट के झुँड के समान,
एक बैठालो तो दूसरी खड़ी हो जाती हैं।
कभी न बैठा पाओगे सारे ऊँट एक साथ,
क्योंकि समस्यायें आती और जाती हैं।
गर कोई समस्या है,
तो परेशान न हों।
क्योंकि ऐसी कोई समस्या नहीं,
जिसका समाधान न हो।।
हम नाहक़ होते हैं परेशान,
हर समस्या का मिलता है समाधान।
समस्यायें देती हैं ज़िन्दगी में सीख,
अगर हम रखते हैं दिमाग को ठीक।।
चिन्ता करने से समस्या खत्म नहीं होती,
कोई समस्या आपके मन की शक्ति से बड़ी नहीं होती।
अगर बना लिया है रास्ता तो मँजिल मिल ही जायेगी,
क्योंकि कोई भी मँजिल हौंसलों से बड़ी नहीं होती।।
©प्रदीप त्रिपाठी "दीप"
ग्वालियर