True Facts About Life : ज़िंदगी और मौत के बीच के सफर को ज़िंदगी कहते हैं। इस बीच हम जो करते हैं वो सरे अनुभव बन जाता है। आज हम आपको जीवन के ऐसे कुछ तथ्यों के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके बारे में शायद आप नहीं जानते होंगे। अगर कोई इंसान बहुत ज्यादा सोता है तो इसका मतलब है कि वह बहुत ज्यादा परेशान और उदास है। बहुत सारे लोग इस वजह से खुश नहीं हो पाते क्यूंकि वो भविष्य की चिंता करने लगते हैं कि कहीं अगर वे अभी खुश होंगे तो भविष्य में उनके कुछ बुरा न हो जाये। बहुत अधिक झूठ बोलने वाला इंसान एक पल में दूसरों का झूठ पकड़ लेता है। इंसान हर दिन लगभग 30% से अधिक समय अपनी कल्पनाओं में बीतता है। गाने के जरिये कही गई बात सामने वाले पर ज्यादा प्रभाव छोड़ती है। मगरमच्छ भोजन करते समय आंसू बहाता है। 600 से अधिक समुद्री जीव है जो अपने शरीर से प्रकाश पैदा करते है। महिलाओं के ह्रदय की धड़कन की दर पुरुषो की तुलना में अधिक होती है। मनुष्य की लार ग्रंथि दिन में 1 से 1.5 लीटर तक लार पैदा करती है। हमारा दिमाग इतना विशाल भंडार है जो 10000 smells को अपने अंदर रख सकता है , उनको याद रख सकता है और पहचान सकता है। जो जीवन आप खुद के लिए तय करेंगें, उसी में अपनी पूरी जिंगी गुजारेंगें। इसलिए खुद के लिए खूबसूरत जीवन ही बनाएं। जो चीजें आपके पास हैं, जरूरी नहीं कि वैसे ही आप हों। आपकी शख्सियत उन चीजों से अलग हो सकती है। आपको प्यार करना किसी दूसरे व्यक्ति की ज़िम्मेदारी नहीं है। यह आपकी जिम्मेदारी है कि आप खुद को पसंद करें। खुद का ध्यान रखें। मनुष्य का जीवन बहुत छोटा है। इसलिए छोटी-छोटी बातों में उलझने की जरूरत नहीं है। ज़िंदगी के हर पहलू का भरपूर लुत्फ उठाएं। खुल कर जीएं। हर व्यक्ति व्यस्त होने का मतलब यह नहीं कि आप कोई प्रोडक्टिव काम कर रहे हैं। बहुत बार हम किसी भी काम के बिना भी व्यस्त होते हैं। अगर आप अपने लक्ष्य (Aim) सबको बताते फिरते है तो इस बात की कम सम्भावना है कि आप सफल हो पायें. परीक्षण बताते हैं कि ऐसा करने से कार्य करने का Motivation कम हो जाता है. पैसा काफी हद तक आपके जीवन में खुशियाँ ला सकता है. लेकिन रिसर्च बतातें हैं कि 15 लाख सालाना से ज्यादा पैसा पाने के बाद, पैसा आपकी खुशियों में कुछ खास वृद्धि नहीं करता. सोने से पहले जिस आखिरी व्यक्ति का ख्याल आपके मन में आता है , वो आपकी ख़ुशी या दुःख का कारण होता है. अगर आप ठीक से नहीं सोये हैं तो खुद को ऐसा विश्वास दिलाएं कि आपने अच्छी नींद ली है. कुछ देर बाद आप पाएंगे कि ठीक से न सो पाने के असर कम हो गए हैं. दूसरो पर पैसा खर्च करना, खुद पर पैसा खर्च करने से आप ज्यादा अच्छा महसूस कराता है. जायदातर बुद्धिमान व्यक्ति अपने को कम आंकते हैं जबकि अक्सर अज्ञानी अपने आप को Perfect समझते हैं. 90 % लोग मेसेज करते समय ऐसी बाते लिख डालते हैं जो सामने से कभी नहीं कह सकते. हममें से कुछ लोग बहुत खुश होने से डरते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि कुछ बुरा हो जायेगा. स्ट्रेस के ज्यादातर मरीज 18 से 33 साल के बीच में होते हैं. 33 के बाद Stress Level कम होने लगता है. दिन भर के 70 % समय हमारा दिमाग भूतकाल की घटनाओं का रीप्ले कर रहा होता है या किसी आगामी घटना के सफलता की आशा कर रहा होता है. अगर कोई इंसान किसी के बारे सबसे ज्यादा बात या बुराई करता है तो इसका मतलब है वो उस इंसान से प्रभावित है। विशेषज्ञों के अनुसार अगर कोई इंसान ज्यादा नाखून चबाता है तो इसका मतलब है की वो काफी परेशान है। एक रिसर्च के अनुसार अगर इंसान जितनी ज्यादा ठंडी जगह में सोता है तो उसे सपने उतने ही ज्यादा डरावने आने की संभावना होती है। अगर रोते समय पहला आंसू दाहिनी आंख(right eye ) से निकले तो इसका मतलब है की वो इंसान रोते हुए अपनी खुशी को ज़ाहिर कर रहा है। इसके विपरीत अगर पहला आँसू बाईं आंख(left eye ) से टपके तो वो इंसान दुख व्यक्त कर रहा है। अगर कोई इंसान अपने अपने अंदर किसी सीक्रेट(राज) छुपाता है और हम उस इंसान से उसी सीक्रेट से संबंधित कोई बात कर लें तो वह इंसान हड़बड़ा जाता है। जिन लोगो का आत्मविश्वास कम होता है वो लोग ज़्यादातर मोके पर दूसरे लोगो की आलोचना करते है। हावर्ड university के एक अध्यन के मुताबिक जिन लोगो का attention कम होता है वो ज्यादा creative होते है। वह लोग जो अपने ज्यादार समय इंटरनेट पर बिताते है ऐसे लोग ज्यादा तनाव और अकेलेपन मे रहते है। 80% लोग नेगेटिव feelings से बचने के लिए गाना सुनना पसंद करते है। Comedian’s और funny लोग दूसरों की तुलना मे ज्यादा depressed होते है। इंसान का दिमाग रिजेक्शन को एक फ़िज़िकल pain की तरह लेता है। हमारा decision ज्यादा rational तब होता है जब हम इसे किसी दूसरी भाषा मे सोचे। इंटरनेट भी एक तरह का addiction (नशा) है अगर हम अपने लक्ष्य किसी दूसरे इंसान को बता देते है तो उन लक्ष्यो के पूरे होने की संभावना कम हो जाती है। अगर हम एक ही word को बार बार repeat करते है तो हम कुछ देर के लिए उस word का मतलब भूल सकते है। आजकल के समय में हाईस्कूल के बच्चों में Stress का लेवल 50 सदी के मानसिक रोगियों के बराबर है. जो लोग व्यंग समझने में तेज होते हैं, वो अक्सर दूसरों का दिमाग पढने में भी माहिर होते हैं. 80 % लोग अपने जीवन की Negative चीजों से दूर भागने के लिए Music सुनते हैं. जब आप कुंवारे होते हैं तो आपको शादीशुदा लोग ज्यादा खुश नज़र आते हैं और शादी के बाद आपको कुंवारे ज्यादा प्रसन्न नज़र आते हैं. जरुरत से ज्यादा सोने वालों को और ज्यादा सोने का मन करता है. ख़ुशी के आंसू पहले दायीं आँख से आते हैं और दुःख दर्द के आंसू पहले बायीं आँख से निकलना शुरू होता है. किसी बेमतलब के सवाल का जवाब व्यंगतापूर्वक तुरंत देना स्वस्थ दिमाग का एक लक्षण है. झूठ बोलने के महारथी लोग दूसरों का झूठ पकड़ने में भी तेज होते हैं. जिन लोगों में आत्मसम्मान (Self Confidence) कम होता है वो अक्सर दूसरों की बहुत कमियां निकाला करते हैं. सूर्य की रौशनी में ज्यादा समय बिताने वालों को Stress,Depression कम होता है. शरीर की हर कोशिका पर आपके विचारो का प्रभाव पड़ता है. Negative सोच से रोगप्रतिरोधक क्षमता (Immunity) घट जाती है और आप बीमार भी हो जाते हैं. आपको किसी ने नुकसान पहुंचाया है या दर्द दिया है तो उसे माफ करने के लिए माफी मांगना जरूरी नहीं है। उसे दिल से माफ करें और आगे बढ़ जाएं। सोचना और कुछ करना, दोनों बाते बिलकुल अलग हैं। जो सोच रहे हैं अगर आप उसे हकीकत की शक्ल नहीं दे रहे हैं तो उसका कोई मतलब नहीं है। ऐसे में सोचना का भी कोई अर्थ नहीं होगा। जरूरी नहीं कि जिन लोगो से मिल रहे हैं वे सभी सही ही हो। कभी-कभी गलत लोगों से मुलाक़ात हो जाती । ऐसे लोगों से जल्द पीछा छुड़ाना जरूरी है। हर पल हर चीज बदलती है। कोई भी चीज सदैव के लिए नहीं है। समय के साथ सब बलदता जाएगा। Kübler-Ross model के अनुसार शोक (Grief) की 5 अवस्था होती है, मान लें आपको कोई गम्भीर बीमारी हो गयी है तो 1- इंकार : मैं तो ठीक हूँ , ये मुझे नहीं हो सकता 2- गुस्सा : मुझे ही क्यों हुआ, ये सही नहीं है. ये मेरी गलती नहीं है. 3- परिस्थिति से मोलतोल : कुछ और साल जीने के लिए मैं कुछ भी करूँगा. मैं अपनी सारी कमाई लगा दूंगा अगर कुछ और साल जिन्दा रह सकूं . 4- डिप्रेशन : मैं बहुत दुखी हूँ. जीने का क्या फायदा. मैं तो मरने वाला हूँ अब कुछ नहीं हो सकता 5- स्वीकार करना : कोई नहीं, जो होना था हो गया. लड़ नहीं सकता तो सामना के लिए तैयार हूँ. थके होने पर लोग ज्यादा ईमानदारी से जवाब देते हैं. व्यस्त लोग ज्यादा प्रसन्न होते हैं क्योंकि ये उन्हें जीवन के नकारात्मक पहलुओं (Negative aspects) के बारे में सोचने का टाइम नहीं देता. अपने लक्ष्य का जिक्र किसी के सामने न करें ऐसा करने पर आपके सफल होने की संभावनाएं घट जाती हैं। आपको सोने से पहले जिस व्यक्ति की याद आती है आप उससे या तो बहुत प्यार करते हैं या बहुत नफरत। आप जैसा म्यूजिक सुनेंगे वैसे ही आप होने लगेंगे। सकारात्मक सोच वाले लोग ज्यादा खुश रहते हैं। इंसान की मौत दिल टूटने से भी हो सकती हैं। बुद्धिमान लोग खुद को कमजोर और बेवकूफ़ लोग खुद को बुद्धिमान समझते हैं। सबसे ज्यादा टेंशन में 18 से 33 साल के आयु वाले लोग रहते हैं। जो बात हम कह नहीं सकते उसे लिखकर बता सकते हैं। बहुत ज्यादा internet उपयोग करने वाला व्यक्ति मनोरोगी होता हैं। इंसान का दिमाग मरने के बाद 7 मिनट तक काम करता हैं और इन 7 मिनट में जीवन की सारी घटनाएँ एक सपने की तरह दिखाई देती हैं। अगर किसी से आपको सच्चा प्यार है तो आप उससे झुट नहीं बोल सकते। 33 की आयु के बाद इंसान को टेंशन कम होती जाती हैं। प्यार होने में केवल 4 मिनट लगते है, मनोवैज्ञानिकों का ऐसा मानना हैं। अगर आपसे कोई कहता है कि तुम से एक सवाल पूछना है तो आपको अपने सारे बुरे कर्म याद आ जाते हैं। डिप्रेशन और थकान कम करनी है तो गाना गाइये। चॉकलेट खाने और ऑनलाइन शॉपिंग की लत किसी भी नशे से ज्यादा होती हैं। जन्मजात कोई व्यक्ति अँधा नहीं होता हैं। बहुत ज्यादा internet उपयोग करने वाला व्यक्ति मनोरोगी होता हैं। प्यार दिल नहीं दिमाग करता है, प्यार दिमाग में एक केमिकल रिएक्शन की वजह से होता हैं। जो लोग परवाह नहीं करने का नाटक करते हैं, वो सबसे अधिक परवाह करते हैं। अगर आपके अंदर confidence की कमी है तो आप दूसरों की बहुत बुराई करेंगे। अगर कोई बातूनी है तो उसे Serial Killer बहुत पसंद आते हैं। अच्छे दिमाग वाले लोग ताना समझने में बढ़िया होते हैं। अधिक सोने वाले लोग ओर अधिक नींद की आशा करते हैं। जो व्यक्ति सभी को खुश रखने की कोशिश करता हैं, अंत में वह सबसे अधिक दुखी होता हैं। नकारात्मक सोच आपको बीमार भी कर सकती है क्योंकि जैसा दिमाग सोचेगा वैसा ही आपकी cell react करती हैं। अगर आप किसी के बारे में जितना अधिक सोचोगे आप उतना ही उससे जुड़ते चले जाओगे। हर बात पर कसम खाने वाला व्यक्ति ज्यादा सच्चा और ईमानदार होता हैं। दुसरो की ज्यादा आलोचना करने वाले लोग हीनभावना से ग्रसित होते हैं। आप कुछ भूल जाते हो तो आँख बंद कर के उसे याद करने पर जल्दी याद आ जाती हैं। जिन महिलाओं का ‘IQ Level’ high होता है, वो आसानी से दोस्त नहीं बनती हैं। कपड़े पहनने की शैली (style) से आपके मूड का पता चल जाता हैं। दाँयी आँख से पहला आंसू ख़ुशी का और बाँयी आँख का पहला आँसू दुख का निकलता हैं। शादीशुदा लोगो को सिंगल ज्यादा खुश लगते है जबकि सिंगल लोगो को शादीशुदा लोग ज्यादा खुश लगते हैं। अगर किसी दुकान में आप किसी चीज़ को अपने मालिक के रूप में देखते है तो उस चीज़ के खरीदने के संभावना बढ़ जाती हैं। आप किसी से कुछ बात कर रहे हो और वो कुछ जवाब नहीं दे रहा हैं इसका मतलब वो आपकी बात नहीं सुनना चाहता हैं। हमारे शरीर में इतना लोहा होता है कि उससे 1 इंच लंबी कील बनाई जा सकती है….. बिल गेट्स 1 सेकेंड में करीब 12,000 रूपए कमाते हैं… इंटरनेट पर 80% ट्रैफिक सर्च इंजन से आती है… एक गिलहरी की उमर,, 9 साल होती है… दुनिया के 100 सबसे अमीर आदमी एक साल में इतना कमा लेते हैं जिससे दुनिया की गरीबी 4 बार खत्म की जा सकती है…True Facts About Life :-