पुदीन हरा सबसे पुराना और सबसे असरदार एक ओषधि है जिसमे पुदीना सत्वा है जो पेट दर्द, गॅस,बदहज़मी से जल्द राहत देता है। ये पेट के लिए एक लोकप्रिय दवा है जो बहुत ही तेजी से काम करता है। पुदीन हरा को प्राकृतिक एवं हर्बल और सुरक्षित माना जाता है। ये बाज़ार में टबलेट और लिक्विड के रूप में किसी भी मैडिसिन स्टोर में आसानी से मिल जाता है। ये पेपेरमिंट (mentha peperita)और स्पीरमिंट (mentha spicata ) का मिश्रण है और पेट की अधिकतर परेशानियों से राहत दिलाता है जैसे की मतली,अपच,पेट फूलना,सूजन,गॅस,पेट में दर्द,इत्यादि । पुदीन हरा को बहुत छोटे बच्चे को न दे।डाबर पुदीन हारा अपच, गैस और एसिडिटी के लिए एक आयुर्वेदिक दवा है जिसमें पुदीना सातवा मुख्य घटक के रूप में होता है और यह पेट के दर्द, गैस और अपच जैसी आयुर्वेदिक बीमारियों से जल्दी राहत देने के लिए जाना जाता है। एक विश्वसनीय और तेजी से कार्रवाई उपाय, पुदीन हारा 100% प्राकृतिक और सुरक्षित है।
पुदीन हरा के लाभ एवं उपाय (BENEFITS AND USES OF PUDIN HARA )
पुदीन हरा को पुदीने के सत से या अर्क से बनाया जाता है जो की बिलकुल प्राकृतिक एवं सुरक्षित एवं तेज उपाय है।
ये पाचन क्रिया को बढ़ाती है
इसकी तासीर ठंडी एवं शीतल है जिससे पेट की जलन,गॅस एवं दर्द में राहत दिलाती है।
यह गॅस को कम करती है।
अपच (indigestion)
पेट दर्द
उल्टी यस मितली
पेट फूलना
Gastrits
ज्यादा खाना खने से होने वाली परेशानी से राहत
सेवन कैसे करे (HOW TO TAKE AND DOSAGE)
पुदीन हरा पर्ल
जब भी पाचन या कोई भी पेट क समशया हो तब 1 या 2 पुदीन हरा पर्ल को दिन में दो बार एक ग्लास पानी के साथ खाना खाने बाद ले। आराम मिलेगा। इसके साथ ही बच्चो को(12 साल)1 गोली दिन में एक बार दें।
पुदीन हरा लिक्वुइड
अगर आप पुदीन हरा लिकुविड ले रहे हो तो 15 से 20 बूंद लिक्विड को एक कप पानी मे मिलाकर ले पर खाना खाने के बाद। बच्चो (12 साल से ज्यादा) को एक ग्लास पानी में 5 से 10 बूंद 1 कप पानी के साथ ही दे।
सावधानी एवं नुकसान (SIDE EFFECTS AND PRECAUTION)
जनमते या छोटे बच्चो या 12 साल से कम के बच्चो को पुदीन हरा न दे।
यह पुरानी क्रोनिक पाचन विकारो से पीड़ित व्यक्तियों को नहीं देना चाहिए।
पुदीन हरा को नमी और दुपो से बचा कर सुखी जगह पर रखे
पुदीन हरा बच्चो को देने से फेले डॉक्टर की सलाह अवस्य ले।