10 NGO’s in delhi
गैर-सरकारी संगठन (NGO) न तो सरकार का हिस्सा हैं और न ही पारंपरिक लाभकारी व्यवसाय हैं। NGO उन लोगों के लिए आगे आते हैं जो अपने दुखों को न ही किसी को बता पाते और न ही इसकी मदद के लिए कोई खड़ा होता है।आजकल भागदौड़ भरी दुनिया में लोगों के दुःख दर्द देखना तो दूर सुनने का भी समय किसी के पास नहीं है। NGO एक प्रयास है उन लोगों के लिए जिनको एक सहारे की ज़रूरत है और ये गैर सरकारी संगठन बहुत अधिक साहस, कड़ी मेहनत, समर्पण और सबसे महत्वपूर्ण रूप से उन लोगों के लिए खड़े होते है जिन्हें उनकी ज़रूरत है।समाज में ये निःस्वार्थ प्रयास वाकई में सराहनीय हैं। आज हम आपको दिल्ली के ऐसे ही 10 NGO’s के बारे में बताएँगे जिन्होंने दिन रात बिना किसी स्वार्थ के बस लोगों की मदद की और उनकी ज़िंदगी बदली।
1- लाइट दे लिट्रेसी (Light De Literacy)
लाइट दे लिट्रेसी "एक आशा नवनिर्माण की” एक प्रयास है उन बच्चों के लिए जो शिक्षा से वंचित है और जिनको शायद शिक्षा का महत्व नहीं पता, ऐसे बच्चों को शिक्षा प्रदान करने और उन्हें सशक्त बनाने के लिए इस संगठन की शुरुआत की गई। इस प्रयास की शुरुआत 2012 में झोपड़ियों में रहने वाले बच्चों को शिक्षित करने से हुई और 27 सितंबर, 2014 के बाद से इसे एक NGO का रूप दिया गया जिसका नाम "लाइट दे लिटरेसी" रखा गया । 'लाइट डे लिट्रेसी' का अर्थ है "साक्षरता का प्रकाश" जिससे साफ़ ज़ाहिर हैं की लाइट दे लिट्रेसी उन बच्चों के लिए जो शिक्षित हो कर एक सशक्त और शिक्षित समाज का निर्माण कर सकें।
लाइट दे लिट्रेसी में लगभग 1500 कार्यकर्त्ता हैं जो कि प्रतिदिन 800 से 1000 बच्चों को रोज़ अलग अलग जगह दिल्ली, गाज़ियाबाद, नॉएडा, ग्रेटर नॉएडा, अजमेर, गोरखपुर, लखनऊ, जमशेदपुर में पढ़ाते हैं ताकि हर वंचित बच्चा शिक्षा की अहमित को जान पाए।
2- नवज्योति इंडिया फाउंडेशन(Navjyoti India Foundation)
नवज्योति इंडिया फाउंडेशन एक गैर-लाभकारी संगठन है, जिसकी शुरुआत 5 जनवरी, 1 988 में की गई थी। नवज्योति इंडिया का मुख्य उद्देश्य समाज में फैली विकृतियों का एक जुट हो कर सामना करने के लिए लोगों को जाग्रत है। नवज्योति इंडिया फाउंडेशन सामाजिक-आर्थिक असमानताओं को चुनौती देने और आत्मनिर्भरता के लक्ष्य की ओर समाज के कमजोर वर्गों को सक्षम करने का प्रयास करता है।
अपराध, रोकथाम और समावेशी सामाजिक-आर्थिक विकास के एक अंतिम उद्देश्य के साथ निरक्षरता, अज्ञानता, लिंग भेदभाव और नशीली दवाओं की लत की बुराई के लिए बच्चों, युवाओं, महिलाओं और लोगों की शक्ति को संगठित करके इन बुराइयों को समाज से दूर करना ही नवज्योति इंडिया फाउंडेशन का एक मात्र लक्ष्य है।
आरोहन मुख्य रूप से समाज के वंचित बच्चों, महिलाओं और कठिन परिस्थितियों में रहने वाले अन्य समुदाय के सदस्यों जैसे दैनिक मजदूरी प्रवासी श्रमिकों के बच्चे, टर्मिनल बीमारियों से पीड़ित; ग्रामीण / जनजातीय क्षेत्रों और ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रहा है।
आरोहन महिलाओं और युवाओं के लिए शिक्षा, पोषण, स्वास्थ्य, व्यावसायिक प्रशिक्षण पर कार्यरत है। आरोहन न केवल बच्चों की ही शिक्षा पर नहीं बल्कि पूरे समाज की शिक्षा पर ज़ोर देता है और इसके लिए कार्य करता है। आरोहन का मुख्य उदेश्य एक शिक्षित समाज का निर्माण करना है।
बच्चे मानव जाति का भविष्य हैं। सांईकृपा एक प्रयास है उन बच्चों के लिए जिन्हें हम सड़कों पर भीख मांगते हुए, शोषित होते हुए या ड्रग्स और कई गंभीर अपराध करते हुए देखते हैं, उनको इन परिस्थितियों से बाहर निकलने ले लिए और उन्हें जीवन में नयी दिशा दिखने के लिए कार्यरत है। सांईकृपा का उद्देश्य ऐसे ही बच्चों को जीवन की मूल बातें, जैसे घर, शिक्षा, प्रेम और स्नेह, और सभी जीवन की मूल बातों को बता कर एक अस्तित्व देना जिससे वे न केवल जीवित रह सकें बल्कि जीवन जीना सीखें और उसे ख़ुशी ख़ुशी जियें।
5- विद्या एंड चाइल्ड (Vidya and child)
विद्या एंड चाइल्ड उन बच्चों के लिए काम करता है जिनके पास शिक्षा के लिए या तो बहुत कम या कोई पहुंच नहीं है।1998 में इसकी शुरुआत की गयी थी इसका मुख्य उद्देश्य शिक्षा से वंचित बच्चों को शिक्षा प्रदान करना है।विद्या एंड चाइल्ड अकादमी नर्सरी से कक्षा XII तक के बच्चों को शिक्षा प्रदान करता है।
विद्या एंड चाइल्ड अकादमी, मुख्य रूप से प्रत्येक बच्चे को एक सही मार्गदर्शन और शिक्षित कर उन्हें एक नए जीवन की और अग्रसर करने का काम करता है ताकि वे सक्षम हों और अपने पैरों पर खड़े हो पायें।
6- गुंजन फाउंडेशन (Gunjan Foundation)
गुंजन फाउंडेशन 2004 में स्थापित एक गैर-सरकारी संगठन है जो समाज के वंचित वर्गों के उत्थान के लिए शैक्षिक और अन्य कल्याणकारी उपायों को आगे बढ़ाने के एक मिशन के साथ स्थापित किया गया है। शिक्षा के माध्यम से सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए गुंजन बच्चों, खासकर लड़कियों की शिक्षा पर ज़ोर देता है। यह लाभार्थियों को आत्म-सम्मान और आत्मनिर्भरता प्राप्त करने में सक्षम बनाता है, जो जीवन को पूरा करने में आशा और आत्मविश्वास को बढ़ावा देता है।
7- मैत्री इण्डिया (Maitri India)
मैत्री एक विकासशील मानवतावादी गैर सरकारी संगठन है जो हर व्यक्ति के मानवाधिकारों, विशेष रूप से अधिकारों के अधिकार, विनम्रता और सम्मान को सुविधाजनक बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। 2005 से, मैत्री ने शिक्षा, सामुदायिक पहुंच, नेटवर्किंग और कानूनी वकालत के माध्यम से सामाजिक और स्वास्थ्य असमानताओं और सार्वजनिक स्वास्थ्य चिंताओं के मुद्दों पर 45,000 से अधिक व्यक्तियों के साथ काम किया है। मैत्री कार्य दो मुख्य स्तंभों के तहत आयोजित किया जाता है: महिलाओं और प्रवासित श्रमिकों के खिलाफ हिंसा।
8- साइको एजुकेशनल सोसाइटी (Psycho Educational Society)
साइको एजुकेशनल सोसाइटी का मिशन ग्रामीण भारत में वंचित बच्चों के लिए विशेष रूप से महिलाओं और लड़कियों के सशक्तिकरण के लिए औपचारिक और अनौपचारिक शिक्षा प्रदान करना है। साइको एजुकेशनल सोसाइटी का मुख्य उद्देश्य निवारक स्वास्थ्य देखभाल उपायों में अशिक्षित महिलाओं को शिक्षित करना, स्व रोजगार के लिए युवाओं और महिलाओं को कौशल प्रदान करना, भावनात्मक रूप से परेशान बच्चों और वयस्कों के लिए मनोवैज्ञानिक सेवाएं प्रदान करना, बच्चों की देखभाल पर माता-पिता की परामर्श और प्रशिक्षण, परिवार कल्याण और स्वास्थ्य देखभाल पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करना है ।
एम्पॉवरिंग माइंड सोसाइटी फॉर रिसर्च एंड डेवलपमेंट एक प्रयास है बेहतर जीवन के लिए व्यक्तियों और समुदायों को सशक्त बनाकर जीवन को एक नई दिशा देने का । एम्पॉवरिंग माइंड सोसाइटी फॉर रिसर्च एंड डेवलपमेंट संगठन का मुख्य उद्देश्य व्यक्तियों और समूहों के बीच मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य देखभाल और समर्थन को बढ़ावा देना, विभिन्न मनोवैज्ञानिक समर्थन तंत्र और प्रशिक्षण कार्यक्रमों की सहायता से लोगों के जीवन में सकारात्मक प्रभाव / परिवर्तन लाना, प्रभावित व्यक्तियों को स्वस्थ जीवन को बढ़ावा देने वाले प्रासंगिक विकल्पों के माध्यम से कमजोरियों को कम करने के लिए आम तौर पर उनके परिवार के सदस्यों और समाज को संवेदनशील बनाना, प्रासंगिक व्यक्तियों, समूहों और संगठनों की क्षमता निर्माण की सुविधा और प्रचार और उनके लिए संसाधन केंद्र के रूप में कार्य करना, अनुसंधान और विकास के माध्यम से निरंतर विकास की सुविधा देना है।
10- सेव लाइफ फाउंडेशन (Save Life Foundation)
भारत में हर साल 1,50000 से भी अधिक लोग सड़क हादसों में अपनी जान खो देते हैं ,जिसका मुख्य कारण इमरजेंसी उपचार और यातायात सुरक्षा की अधिक जानकारी न होना है।सेव लाइफ फाउंडेशन एक स्वतंत्र, गैर-लाभकारी गैर-सरकारी संगठन है जो पूरे भारत में सड़क सुरक्षा और आपातकालीन चिकित्सा देखभाल में सुधार करने के लिए कार्यरत है।सेव लाइफ फाउंडेशन का उद्देश्य सड़क हादसों से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करना है।