आजकल बदली हुई लाइफस्टाइल और भागदौड़ भरी जिंदगी हमें कुछ और दे पा रही हो या नहीं पर कई बीमारियां जरुर दिए जा रही है. उन्हीं में से एक बेहद खतरनाक बीमारी है- उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure). जिसे हम (Hypertension) भी कहते हैं. इस बीमारी को silent killer भी कहा जाता है क्योंकि अधिकतर लोगों को पता ही नहीं चलता कि उन्हें उच्च रक्तचाप की शिकायत है। अनियंत्रित उच्च रक्तचाप से दिल के दौरे और स्ट्रोक सहित गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। उच्च रक्तचाप आम तौर पर कई वर्षों में विकसित होता है। हालांकि सौभाग्य से उच्च रक्तचाप का आसानी से पता लगाया जा सकता है और एक बार जब आप जान जाते हैं कि आपको उच्च रक्तचाप है तो आप इसे नियंत्रित करने के लिए अपने डॉक्टर की सलाह ले सकते है। हम आपसे इसके लक्षण,कारण और बचाव के बारें में बात करेगें- उच्च रक्तचाप बीमारी से पीड़ित अधिकांश लोगों के पास कोई संकेत या लक्षण नहीं हैं, भले ही रक्तचाप की रीडिंग उच्च स्तर तक पहुंच गई हो। फिर भी कुछ संकेत है जिन्हें जानकर आप उच्च रक्तचाप बीमारी से पीड़ित होने का अंदेशा लगा सकते है। उच्च रक्तचाप वाले लोगों को सिरदर्द, सांस या नाक की तकलीफ हो सकती है, लेकिन ये संकेत और लक्षण कोई जरुरी नहीं है। खासतौर से हमारे देश में जहाँ बहुत कम लोग ही नियमित स्वास्थ्य जांच कराते हैं, जिस कारण यह बीमारी छिपी रह जाती है। ब्लड प्रेशर थोडा-बहुत बढ़ने पर आपको कोई ख़ास लक्षण नज़र नहीं आयेंगे. लेकिन अगर ये अधिक बढ़ जाता है तो आपको इनमे से कुछ लक्षण देखने को मिल सकते हैं जिसमें निम्न बातें शामिल है- थकान या भम्र की स्थिती हार्ट अटैक या हार्ट फेल की स्थिती नजरों की समस्या बहुत ज्यादा घबराहट या चिंता होना श्वास लेने में तकलीफ सीने में दर्द की समस्या दिल की धड़कन का अचानक से बढ़ जाना पेशाब के रास्ते से खून निकलना ज्यादातर मामलों में उच्च रक्तचाप होने का कारण पता नहीं चलता, लेकिन कई ऐसी बातें है जिनके कारण आपको यह बीमारी हो सकती है- बढ़ती उम्र - बढ़ती उम्र के साथ-साथ High BP होने का खतरा भी बढ़ता जाता है. हालांकि अब युवाओं में भी ये बीमारी पायी जाने लगी है. पारिवारिक इतिहास - यदि आपके परिवार में किसी को उच्च रक्तचाप से पीड़ित है तो आपको भी यह बीमारी होने के आसार बढ़ जाते है। तापमान- बहुत से मामलों में पाया गया है कि तापमान अधिक होने पर रक्तचाप कम रहता है और तापमान कम होने पर रक्तचाप अधिक हो जाता है. इसलिए अगर आप कम तापमान वाली जगहों रहते हैं तो आपका रक्तचाप अधिक हो सकता है. धूम्रपान - धूम्रपान से कैंसर होने की संभावना तो बढ़ती ही है उसके साथ ही आपके रक्त वहिकाएं (blood vessels) सिकुड़ जाते हैं, जिसके कारण ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। स्मोकिंग की वजह से ख़ून में ऑक्सीजन की मात्रा भी घट जाती है इसलिए इसे पूरा करने के लिए ह्रदय को तेजी से पंप करना पड़ता है जिससे रक्तचाप बढ़ जाता है. नमक का अधिक सेवन - नमक कम खाने वाले लोगों की तुलना में अधिक नमक खाने वाले लोगों को रक्तचाप अधिक होता है. इसीलिए रक्तचाप की बीमारी पाए जाने पर डॉक्टर भी नमक का सेवन कम करने की सलाह देते हैं. आपने अक्सर देखा होगा कि रक्तचाप चेक करने के बाद डॉक्टर आपको दो नंबर्स लिखकर देता है और फिर आपको बताया जाता है कि आपका रक्तचाप नार्मल है या अधिक है। उदाहरण के लिए- यदि मीटर में आपका रक्तचाप 120/80 है तो वह सामान्य है लेकिन यही नंबर्स अगर 150/90 है तो यह आपके हाई बीपी को दर्शाता है। वही 100/60 कम रक्तचाप को दर्शाता है। अगर आपको उपरोक्त लक्षण में से कोई भी समस्या हो तो आप अतिशीघ्र अपने नजदीकी अस्पताल में डॉक्टर से संपर्क करे जिससे समय रहते आपका उपचार शुरु हो सके। कुछ ऐसे उपाय है जिन्हें अपनाकर आप रक्तचाप को काफी हद तक संतुलित रख सकते हो- अपना वजन संतुलित रखकर नियमित व्यायाम करकें नमक का सेवन कम करके धूम्रपान या शराब का सेवन कम करके/ बंद करके इसके अलावा आप केला, संतरा, किवी फ्रूट, आलू, राजमा, पालक, दूध, दही, मछलिया, आदि पौष्टिक आहार का सेवन भी कर सकते है।उच्च रक्तचाप के लक्षण
हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन होने के कारण क्या हैं?
ब्लड प्रेशर रीडिंग
उपचार / निदान