जब तक हैं सूरज चाँद --
अटल नाम तुम्हारा है ,
ओ ! माँ भारत के लाल !
अमर बलिदान तुम्हारा है !!-
आनी ही थी मौत तो इक दिन --
जाने किस मोड़ पे आ जाती.-
कैसे पर गर्व से फूलती , -
मातृभूमि की छाती ;-
दिग -दिंगत में गूंज रहा आज--
यशोगान तुम्हारा है !!
ओ ! माँ भारत के लाल !
अमर बलिदान तुम्हारा है !!
धन्य हुई आज वो जननी -
तुम जिसके बेटे हो ,-
बना दिया मौत को उत्सव --
तिरंगे में लिपट घर लौटे हो ;-
कल थे एक गाँव - शहर के --
अब हिंदुस्तान तुम्हारा है !!-
ओ ! माँ भारत के लाल !-
अमर बलिदान तुम्हारा है !!
अत्याचारी कपटी दुश्मन
छिपके घात लगाता ,-
नामों निशान मिटा देते उसका --
जो आँख से आँख मिलाता ;-
पराक्रम से फिर भी सहमा --
दुश्मन हैरान तुम्हारा है -
-ओ ! माँ भारत के लाल !-
अमर बलिदान तुम्हारा है !!!!!!!!!!!
नमन ! नमन ! नमन !!!!!!!!!!!
कृपया मेरे ब्लॉग पर पधारे --
क्षितिज ---- renuskshitij.blospot.com
मीमांसा --- mimansarenu550.blogspo
-सादर