13 जनवरी 2017
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Housewife -- अभिव्यक्ति का सुंदर मंच पाकर मन बहुत प्रसन्न और उत्साहित है आशा है इस मंच पर सबका सहयोग मिलेगा -- धन्यवाद मेरे ब्लॉग -----
क्षितिज ---- renuskshitij.blospot.com
मीमांसा --- mimansarenu550.blogspot.com
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सूर्य के मकर राशि में प्रवेश की महत्ता को रामचरित मानस के बालकांड में तुलसीदास जी लिखते हैं। 'माघ मकर गति रवि जब होई। तिरथपतिहि आव सब कोई।।' यानि माघ में रवि (सूर्य) जब मकर में प्रवेश करते हैं तब तिरथपति (प्रयाग राज संगम) में डुबकी लगाने सब लोग आवें। मकर संक्रांति में खिचड़ी का महत्व: चीन्ना जी महाराज के अनुसार राजा भतृहरी के काल में गुरु गोरखनाथ मकर संक्रांति के दिन महाभोज कराये थे। भोज में खिचड़ी बनवाये थे। खिचड़ी बनवाने को ले उनका तर्क था कि दक्षिणायन और उत्तरायण के मिलन के अवसर पर भोज्य सामग्रियों को भी एक में मिलाकर पकाने व ग्रहण करने का धार्मिक महत्व है। साथ ही महाभोज में पहुंचे अपार अतिथि सैलाब की सत्कार में खिचड़ी का प्रसाद कम नहीं हो सकता। सभी प्रकार के अतिथियों का समान भाव से सत्कार किया जा सकता है। यह सर्व सुलभ व एकरूपता का भी सूत्रधार है।
25 मार्च 2017
गवेषणात्मक जानकारी से भरपूर लेख है विशेषकर नै पीढी के लिए. badhaaee!
15 फरवरी 2017
गवेषणात्मक जानकारी से भरपूर लेख है बधाई!
15 फरवरी 2017