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आजाद वतन के वासी हम

15 अगस्त 2022

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आजाद वतन के वासी हम,आपस में मिलकर यह गाये।
आबाद रहे यह अपना वतन, हम मिलकर करें ये दुहाएँ।।
आजाद वतन के वासी हम-------------------।।

खुशकिस्मत हैं हम तो यारों, आजाद वतन में जन्म लिया।
नहीं देखी गुलामी हमने कभी, नहीं खून वतन को हमने दिया।।
अब फर्ज है अपना मिलकर रहे, नहीं खून अपनों का हम
बहाये।
आबाद रहे यह अपना वतन, हम मिलकर करें ये दुहाएँ।।
आजाद वतन के वासी हम-------------------।।

बेरोजगारी- महंगाई-गरीबी, अपने वतन से दूर हो।
नहीं कोई मौत हो भूख से, नफरत दिलों की दूर हो।।
मुफ़लिस के भी सपनें हो पूरे ,घर यतीम को भी मिल जाये।
आबाद रहे यह अपना वतन, मिलकर करें ये दुहाएँ।।
आजाद वतन के वासी हम-------------------।।

शहीदों के ख्वाब साकार हो, खतरे में नहीं हो चैनो-अमन।
जाति-धर्मों के झगड़े मिटे, गुलजार रहे यह अपना चमन।।
सलामत देश की शान रहे,तिरंगा कभी नहीं झुक पाये।
आबाद रहे यह अपना वतन,हम मिलकर करें ये दुहाएँ।।
आजाद वतन के वासी हम---------------------।।




शिक्षक एवं साहित्यकार- 
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)
मोबाईल नम्बर- 9571070847

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कहते हो हमको दुश्मन

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चाहे मत छूने दो हमको,तुम यह दामन तुम्हारा।तुम मगर रखना पवित्र, सदा यह दामन तुम्हारा।।चाहे मत छूने दो हमको-------------------।।यही करते हैं दुहा हम, रोज तेरे लिए रब से।मत किसी को देना तुम हक,छूने को दा

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सिर्फ तेरी वजह से

13 जुलाई 2022
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सच तेरी वजह से,मुझको प्यार हुआ है,चमन की इन कलियों से,जो बनेगी बहार वतन में,या किसी विजेता के विजय में,गले के हार की शोभा,या फिर किसी के घर में,पूजा के श्रद्धा सुमन,इसीलिए सींच रहा हूँ इनको,अपने पसीने

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यही तो तुमसे मैं

14 जुलाई 2022
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दुश्मनी ही तो तुमसे मैं , नहीं कर पाया अब तक।करता तुमसे दुश्मनी तो,शेष क्या बचता अब तक।।दुश्मनी ही तो तुमसे मैं -----------------------।।चाहे तुम मानो कुछ भी,मेरा है प्यार पवित्र।होता मैं सौदागर तो, म

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आईना देखना पहले

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क्या कुछ नहीं है मेरे पास

16 जुलाई 2022
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गौरव है मेरा,बेटी मेरी

17 जुलाई 2022
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गौरव है मेरा, बेटी मेरी।मेरी शान है , बेटी मेरी।।बसी है मेरी जान , मेरी बेटी में।जीवन है मेरा, बेटी मेरी।।गौरव है मेरा-------------------।।देखा था सपना, मैंने जीवन में।आये एक बेटी ,मेरे आँगन में

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ऐसे ना करें कुर्बानी हम

18 जुलाई 2022
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19 जुलाई 2022
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तुमसे इस तरह नफरत, होने लगी।और मुलाकातें कम तुमसे, होने लगी।।तुमसे इस तरह---------------------।।यकीन जैसे तुमको, नहीं मेरे प्यार पर।धूमिल तेरी छवि मालूम, होने लगी।।तुमसे इस तरह---------------------।।इ

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सच होता है कड़वा

20 जुलाई 2022
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मुझसे तो होगा नहीं अब

21 जुलाई 2022
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मुझसे तो होगा नहीं अब, यकीन कुछ भी तुम पर।लुटाये कोई खुशी चाहे, यकीन करके तुम पर।।मुझसे तो होगा नहीं-------------------।।मेरे काबिल नहीं है, तेरी हस्ती यह तेरी जमीं।होगी तेरी नहीं नियत पवित्र, यकीन है

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निभाता उम्रभर तेरा साथ

22 जुलाई 2022
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निभाता उम्रभर तेरा साथ, काम और भी है जरूरी।छोड़ता तेरा नहीं मैं हाथ, समझ लो तुम मजबूरी।।निभाता उम्रभर तेरा साथ------------------।।ऐसा भी नहीं मैं तेरी, समझता नहीं हूँ जरूरत।चुराता नहीं नजर तुमसे, रस्मे

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23 जुलाई 2022
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वजह क्या हो सकती है, क्यों मैं बदल गया हूँ।रहा नहीं क्यों वैसा मैं, तुम्हें क्यों भूल गया हूँ।।वजह क्या हो सकती------------------।।मैंने क्या माना तुमको, तुमने क्या दिया मुझको।कौन किस पर हंसा है, बेखब

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मुझको मत दोष तुम देना

24 जुलाई 2022
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मुझको मत दोष तुम देना, क्यों ऐसा कर रहा हूँ मैं।नहीं काबिल तुम मेरे , क्यों ऐसा कह रहा हूँ मैं।।मुझको मत दोष तुम-------------------।।करता था तेरी तारीफ, समझा मजबूर तूने मुझको।पवित्र नहीं तुम्हारा दिल,

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25 जुलाई 2022
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फिर भी तुम्हारे लिए

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फिर भी तुम्हारे लिए, यह कर रहा हूँ।सदा खुश रहो तुम, दुहा कर रहा हूँ।।फिर भी तुम्हारे लिए----------------।।तुमने तो समझा, दुश्मन सदा मुझको।सदा तुम रहो रोशन, यह लिख रहा हूँ।।फिर भी तुम्हारे लिए---------

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होता नहीं अब मुझसे

28 जुलाई 2022
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होता नहीं अब मुझसे, कि प्यार मैं तुमसे करुं।तारीफ तेरी मैं करूं ,कि याद मैं तुमको करूं।।होता नहीं अब मुझसे---------------------।।मुझको नहीं यह पसंद, रोज झगड़ना मुझसे तेरा।तुमको मनाना रोज ऐसे,सहन सितम म

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जिस देश में शासक का चुनाव

29 जुलाई 2022
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तुमसे अगर सच्चा प्यार न होता

30 जुलाई 2022
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कर देता नाम बदनाम तुम्हारा, तुमसे अगर प्यार सच्चा न होता।कर देता तुमको बर्बाद हाँ मैं, मेरा दिल अगर अच्छा न होता।।कर देता नाम बदनाम-------------------।।बताया तो होता खता मेरी क्या है, विश्वास तुमने मे

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मुझसे पहले क्या किसी ने

31 जुलाई 2022
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मुझसे पहले क्या किसी ने, ऐसे तुमको छुआ है हमदम।मुझसे पहले क्या किसी ने, तुमको प्यार किया है हमदम।।मुझसे पहले क्या किसी-----------------।।तुम किस राह पर चली हो, छोड़कर यह घर अपना।मुझसे पहले क्या किसी ने

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खत्म तुमको भी मैं कर देता अब तक

1 अगस्त 2022
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खत्म तुमको भी मैं, कर देता अब तक।अगर प्यार सच्चा,नहीं होता तुमसे।।बदनाम तुमको भी मैं, कर देता अब तक।अगर चाहता नहीं मैं,तुमको सच्चे दिल से।।खत्म तुमको भी मैं--------------------।।मुझसे तुमको है नफरत ,

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बहुत बुरा लगेगा दोस्त

2 अगस्त 2022
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बहुत बुरा लगेगा दोस्त ,यह सुनकर मेरी ओ जान।मुझको नहीं है तुमसे प्यार ,यह हमदम तू सुन ले।।मुझको अफसोस बहुत है मगर, मैं भी क्या करूं।तोड़ लिया है तुमसे रिश्ता,राह अब तू भी बदल ले।।बहुत बुरा लगेगा दोस्त--

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आज फिर मैं

4 अगस्त 2022
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आज फिर मैं,बेचकर अपना ईमान और स्वाभिमान,उस दुकान पर,जहाँ तोला नहीं जाता तराजू पर,वजन बराबर- बराबर,कह आया उस दुकानदार से,मेरी गलती नहीं होने पर भी,कि अपराधी मैं ही हूँ।आज फिर मैं,झुक गया उसके दरवाजे पर

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जय जय इंडियन आर्मी

5 अगस्त 2022
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अपने वतन की रक्षा में,कुर्बान है इंडियन आर्मी।ऐसे में हमारा फर्ज है, और गाना यह लाजिमी।।जय जय इंडियन आर्मी। जय जय इंडियन आर्मी।।अपने वतन की रक्षा में--------------------।।अपनी इंडियन आर्मी पर,हम सभी क

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5 अगस्त 2022
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उन शहीदों की कहानी

6 अगस्त 2022
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(शेर)- कुछ लोग वतन के नाम पर, हो जाते हैं कुर्बान । मरकर भी वो मरते नहीं , वो छोड़ जाते हैं निशान।। भूल नहीं सकते कभी हम , उन वीरों का बलिदान । &nbsp

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क्या क्या कह दिया मैंने

7 अगस्त 2022
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क्या क्या कह दिया मैंने, नाराज होकर तुमसे।भूल गया मैं दर्द तेरा, नाराज होकर तुमसे।।क्या क्या कह दिया मैंने-------------------।।वाकिफ हो तुम भी तो,मेरी इस आदत से दोस्त।नहीं रह सकता बहुत देर मैं,खफ़ा होक

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जय जय तिरंगा

8 अगस्त 2022
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(शेर)- करता हूँ सलाम मैं , तुमको तिरंगा। तू गौरव है सच में, हिंदुस्तान का।। तू है निशानी, वीर शहीदों की। त

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जय जय तिरंगा

8 अगस्त 2022
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(शेर)- करता हूँ सलाम मैं , तुमको तिरंगा। तू गौरव है सच में, हिंदुस्तान का।। तू है निशानी, वीर शहीदों की। त

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वतन ही मेरी जिंदगी है

9 अगस्त 2022
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(शेर) - जाकर रहूँ गुरबत में भी , लगता है दिल वतन में । मरना है तेरी गोद में , यही ख्वाब है मेरे दिल में ।।----------------------------------------------------------मर

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मेरे वतन मेरे चमन ,तुम पर हम कुर्बान है

10 अगस्त 2022
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मेरे वतन मेरे चमन , तुझपे हम कुर्बान है ।यह तिरंगा जां से प्यारा , यह हमारी शान है ।।मेरे वतन मेरे चमन -------------------------।।कैसे मिली आजादी हमको , यह हमें भी याद है ।कितने सहे तुमने सितम , यह भी

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रखना खयाल मेरे भाई हमेशा

11 अगस्त 2022
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रखना खयाल मेरे भाई हमेशा।जो कह रही है तुम्हारी बहिना।।नहीं करना अपमान इस रक्षाबंधन का।समझा रही है तुम्हारी बहिना।।रखना खयाल मेरे भाई------------------।।यह जो रिश्ता है भाई - बहिन का।दुनिया में नहीं को

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मेरे प्यारे देशप्रेमियों

12 अगस्त 2022
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मेरे प्यारे देशप्रेमियों, यह तिरंगा है जान हमारी।हमसे नहीं हो अपमान इसका, यह तिरंगा है शान हमारी।।मेरे प्यारे देशप्रेमियों-----------------।।कितने हम है खुशनसीब, हमको ऐसा अधिकार मिला है।राष्ट्रीय पर्व

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मेरी जान तिरंगा

13 अगस्त 2022
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शतेरे खातिर हँसते हुए, मिट जायेंगे।तुमको लेकिन झुकने, नहीं हम देंगे।।हमारी जान तिरंगा, हमारी शान तिरंगा।--2तेरे खातिर हँसते-------------------।।एकता के सूत्र में बांधा, तुमने इस देश को।पहचान तुमने दी

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मेरी जान तिरंगा

13 अगस्त 2022
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तेरे खातिर हँसते हुए, मिट जायेंगे।तुमको लेकिन झुकने, नहीं हम देंगे।।हमारी जान तिरंगा, हमारी शान तिरंगा।--2तेरे खातिर हँसते-------------------।।एकता के सूत्र में बांधा, तुमने इस देश को।पहचान तुमने दी ह

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शत शत नमन उन सपूतों को

14 अगस्त 2022
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शत शत नमन उन सपूतों को,आजाद हुआ जिनसे भारत।जिनके त्याग- बलिदान से, सुरक्षित है अपना यह भारत।।शत शत नमन उन---------------------।।मुस्कराते हुए इन चेहरों की,मुस्कान कभी गायब नहीं हो।हँसते हुए लोगों की आ

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आजाद वतन के वासी हम

15 अगस्त 2022
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आजाद वतन के वासी हम,आपस में मिलकर यह गाये।आबाद रहे यह अपना वतन, हम मिलकर करें ये दुहाएँ।।आजाद वतन के वासी हम-------------------।।खुशकिस्मत हैं हम तो यारों, आजाद वतन में जन्म लिया।नहीं देखी गुलामी हमने

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सभी है परेशान

16 अगस्त 2022
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सभी है परेशान, इस महंगाई से।नहीं कोई खुश, इस महंगाई से।।यह महंगाई होगी कब कैसे कम।बढ़ी है तकलीफें, इस महंगाई से।।सभी है परेशान---------------------।।मैं हूँ व्यापारी, कमाई बहुत है।लेकिन मेरे घर में, खर

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सभी है परेशान

16 अगस्त 2022
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सभी है परेशान, इस महंगाई से।नहीं कोई खुश, इस महंगाई से।।यह महंगाई होगी कब कैसे कम।बढ़ी है तकलीफें, इस महंगाई से।।सभी है परेशान---------------------।।मैं हूँ व्यापारी, कमाई बहुत है।लेकिन मेरे घर में, खर

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यही आदत ही तो

17 अगस्त 2022
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यही आदत ही तो, बनी नफरत की वजह।हुई है हम में दुश्मनी, इसी अहम की वजह।।यही आदत ही तो-----------------------------।।खुद की हस्ती पे खुद को, बहुत होता है गरूर।खुद की दौलत का खुद को, बहुत होता है सरूर।।यह

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मुझको सन्तुष्टि इसी में है

18 अगस्त 2022
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अगर आज तुम इस अवस्था में हो,तो इसके सृजन की भूमिका में,मूलकर्मी और कर्त्ता कौन है,यही प्रश्न विचारणीय है,मैं यही सोचता हूँ ,मेरी सन्तुष्टि इसी में है।तुम जानते हो किमैंने ऐसा क्या कहा है,अगर खामोश हूँ

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इसीलिए मेरे दुश्मन बहुत है

19 अगस्त 2022
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मैं करता नहीं सौदा कभी किसी से,अपने उसूलों और नियमों का,बदलता नहीं हूँ कभी अपने वादे से,कभी किसी लालच में आकर,इसीलिए मेरे दुश्मन बहुत है।आज सुखी है मेरे मित्र,और जमा चुके हैं अपनी जड़ें,बना चुके हैं अप

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जबकि तुम अक्सर

20 अगस्त 2022
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मैं करता रहा सचेत तुमको,कि तू अपने कदमों को देख,अपने कदमों की राह देख,और अपनी राह की मंजिल देख,जबकि तुम अक्सर,लगाते रहे हो कोई न कोई आरोप,मुझ पर और मेरी दोस्ती पर।ऐसा भी नहीं कि,मेरी बहस नहीं हुई हो त

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और मैं तुमसे प्यार करता रहा जबकि

21 अगस्त 2022
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तुम पिला नहीं सके मुझको पानी,जब भी आया मैं तुमसे मिलने,तुम्हारे घर पर तड़पता रहा प्यास से,या फिर पिलाया मुझको पानी कभी,तो कर दिया तुमने मुझको पानी-पानी,और मैं तुमसे प्यार करता रहा जबकि-------।तुम बताते

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मेरे बिना तुम जी नहीं सकोगे

22 अगस्त 2022
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मेरे बिना तुम , जी नहीं सकोगे।कभी चैन से तुम, रह नहीं सकोगे।।मेरे बिना तुम--------------------------।।माना कि तुमसे झगड़ा, हुआ हर दिन है।फिर भी मनाया तुमको, मैंने हर दिन है।।प्यार ऐसा और से, पा नहीं सक

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तेरी जिन्दगानी तो

23 अगस्त 2022
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तेरी जिन्दगानी तो, मेरी जैसी नहीं होगी।तेरी कहानी तो,मेरी जैसी नहीं होगी।।तेरी जिन्दगानी तो----------------------।।मिल जायेगी तुमको, सुविधाएं सारी।होगी मुझसे ज्यादा, दौलत तुम्हारी।।फिर भी तेरे चेहरे प

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हाँ, यह विदाई बहुत अच्छी है

24 अगस्त 2022
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गम यह नहीं है कि, मेरी विदाई हो रही है,उदास इसलिए हूँ कि,मेरी यह विदाई खास,बहुत पहले हो चुकी होती,यह खटास पहले ही हो जाती।बहा रहा हूँ ऑंसू मैं,इस विदाई इसलिए,उन दिनों को यादकर,जो गुजारे थे हमने क

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गोविंद से बड़ा होता गुरु है

25 अगस्त 2022
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गोविंद से बड़ा होता गुरु है।ब्रह्मा, विष्णु , महेश भी गुरु है।।माँ- बाप सा प्यार देता गुरु है।जगत की ज्योति होता गुरु है।।गोविंद से बड़ा---------------।।नहीं हो घमंड, जिसको किसी का।अपने ज्ञान, अपने धर्म

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गोविंद से बड़ा होता गुरु है

25 अगस्त 2022
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गोविंद से बड़ा होता गुरु है।ब्रह्मा, विष्णु , महेश भी गुरु है।।माँ- बाप सा प्यार देता गुरु है।जगत की ज्योति होता गुरु है।।गोविंद से बड़ा---------------।।नहीं हो घमंड, जिसको किसी का।अपने ज्ञान, अपने धर्म

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विश्वास मुझ पर अब

26 अगस्त 2022
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विश्वास मुझ पर अब , तुम नहीं करना।उम्मीद अच्छी अब तुम , मुझसे नहीं करना।।विश्वास मुझ पर----------------------------।खास तुमने मुझको, दी होती इज्जत।होती नहीं तुमसे, मुझको ऐसी नफरत।।तुझसे तो अब मुझको ,

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इस तरहां धीरे- धीरे

27 अगस्त 2022
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इस तरहां धीरे - धीरे, हो गया है हाल यह।अंजाम आगे क्या होगा, राज है अभी यह।।इस तरहां धीरे- धीरे------------------------।।तुझमें है ऐसी क्या खूबी, मैं जानता नहीं हूँ।तुझमें हो कोई कमी, यह मैं मानता नहीं

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इस तरहां धीरे- धीरे

27 अगस्त 2022
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इस तरहां धीरे - धीरे, हो गया है हाल यह।अंजाम आगे क्या होगा, राज है अभी यह।।इस तरहां धीरे- धीरे------------------------।।तुझमें है ऐसी क्या खूबी, मैं जानता नहीं हूँ।तुझमें हो कोई कमी, यह मैं मानता नहीं

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अभी बचपन है इनका

28 अगस्त 2022
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अभी बचपन है इनका।नहीं बनाओ मजदूर इनको।।उम्र पढ़ने की है इनकी।अभी पढ़ने दो इनको।।अभी बचपन है-----------------।।हाथ कोमल है इनके।मासूम चेहरे है इनके।।शरीर नाजुक है इनका।खेलने दो अभी इनको।।अभी बचपन है ----

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अभी बचपन है इनका

28 अगस्त 2022
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अभी बचपन है इनका।नहीं बनाओ मजदूर इनको।।उम्र पढ़ने की है इनकी।अभी पढ़ने दो इनको।।अभी बचपन है-----------------।।हाथ कोमल है इनके।मासूम चेहरे है इनके।।शरीर नाजुक है इनका।खेलने दो अभी इनको।।अभी बचपन है ----

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करूँगा तुमको मैं प्यार तब

29 अगस्त 2022
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शीर्षक - करूँगा तुमको मैं प्यार तब-------------------------------------------------------करूँगा तुमको मैं प्यार तब,करेगी अगर तू मोहब्बत मुझको।मिलेगी तुमको मुझसे इज्जत तब, देगी अगर तू इज्जत मुझको।।करूँ

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बता दूँगा तुमको

30 अगस्त 2022
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बता दूँगा तुमको वहाँ मैं ऐसा, इसमें नहीं है कुछ भी तेरा।पाया है तूने यह सब मुझसे, तुझमें नहीं है कुछ भी तेरा।।बता दूँगा तुमको वहाँ मैं----------------------।।मुझको देखकर तुम जब हंसोगे, महफ़िल में या या

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अहसास होगा उस दिन तुमको

31 अगस्त 2022
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अहसास होगा उस दिन तुमको, सितम कोई तुम पर जिस दिन करेगा।करोगी बहुत याद मेरी मोहब्बत, किनारा तेरा साथी जिस दिन करेगा।।अहसास होगा उस दिन-------------------।।कर दिया मैंने तो तेरे लिए बहुत, पवित्र तुम्हें

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एक अगर तुम मुझको

1 सितम्बर 2022
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एक अगर तुम मुझको नहीं मिले।कोई गम नहीं मुझको कोई दर्द नहीं।।तुमसे भी बढ़कर वफादार बहुत है।एक तुम ही जगत में हमदर्द नहीं।।एक अगर तुम ----------------।।तुम खुशनसीब हो, तुमसे प्यार किया।तुमको दी इज्जत , त

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एक अगर तुम मुझको

1 सितम्बर 2022
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एक अगर तुम मुझको नहीं मिले।कोई गम नहीं मुझको कोई दर्द नहीं।।तुमसे भी बढ़कर वफादार बहुत है।एक तुम ही जगत में हमदर्द नहीं।।एक अगर तुम ----------------।।तुम खुशनसीब हो, तुमसे प्यार किया।तुमको दी इज्जत , त

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उम्मीद मुझको यही है तुमसे

2 सितम्बर 2022
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उम्मीद मुझको यही है तुमसे, विश्वास मुझको अब भी है तुम पर।खोना नहीं तुम अपनी हस्ती, चाहे मुसीबत कैसी भी आये तुम पर।।उम्मीद मुझको यही है --------------------------।।चाहे दूर हूँ मैं तुमसे, लेकिन नहीं हू

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अगर यह मुलाकात ऐसी ना होती

3 सितम्बर 2022
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अगर यह मुलाकात ऐसी ना होती, मोहब्बत तुमसे ऐसी ना होती।अगर यह मोहब्बत सच्ची ना होती, कहानी अपनी ऐसी ना होती।।अगर यह मुलाकात ऐसी-------------------।।तेरा यह चलना अदाएं दिखाकर, इठलाते जुल्फें फैलाना तेरा

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सच कह रहा हूँ तुमसे

4 सितम्बर 2022
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सच कह रहा हूँ तुमसे, तू यह करना।पसंद नहीं जो मुझको, वह नहीं करना।।सच कह रहा हूँ------------------------------।।मानता हूँ यह भी, खता मेरी भी है कुछ।मगर जो हुआ है, गलती तेरी भी है कुछ।।रक्षा अपने दामन क

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सच्चा शिक्षक

5 सितम्बर 2022
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सच्चा शिक्षक असल में वही है।भेदभाव जो करता नहीं है।।शिक्षा देने में जो कभी भी।जाति- धर्म को देखता नहीं है।।सच्चा शिक्षक-----------------।।अज्ञानता को जग से दूर करना।ज्ञान की ज्योति जग में जलाना।।&nbsp

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मेरी मातृभाषा हिन्दी है

6 सितम्बर 2022
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मेरी मातृभाषा हिन्दी है, यही गीत सबको सुनाता हूँ।राष्ट्रभाषा हिन्दी है देश की,यही सबको मैं समझाता हूँ।।जय बोलो तुम हिन्दी की/गावो गाथा तुम हिन्दी की//मेरी मातृभाषा हिन्दी है---------------------।।हिन्

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क्या रह गया है अब शेष जो

7 सितम्बर 2022
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क्या रह गया है अब शेष जो, मुझसे मिलेगा इस बार में।क्या नहीं दिया अब तक तुमको, जो चाहते हो इस प्यार में।।क्या रह गया है अब------------------।।यकीन मैंने तुमको दिलाया, विश्वास मुझ पर बेशक कर तू।तुमसे दग

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करें नहीं ऐसे लालच हम

8 सितम्बर 2022
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करें नहीं ऐसे लालच हम, जीवन बर्बाद हो जाये।रह जाये जग में अकेले,रिश्तें अपनों से टूट जाये।।करें नहीं ऐसे लालच हम ---------------------------।।लालच बुरी बला है,जिसमें ईमान बचता नहीं है।लालच में इंसान स

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तू पसंद है मुझको

9 सितम्बर 2022
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हर अदा और हर रूप में, तू पसंद है मुझको।गाता हूँ हर महफिल और ,गीतों में मैं तुझको।।हर अदा और हर रूप में---------------------।।कहता हूँ गुलशन तुमको मैं, अपनी जिंदगी का।तेरे ये लब ,तेरी ये जुल्फें, कारण

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तुम अगर पास हो मेरे

10 सितम्बर 2022
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तुम अगर हो पास मेरे, और की जरूरत नहीं है।प्यार है मुझको सिर्फ तुम्ही से, और से मोहब्बत नहीं है।।तुम अगर हो पास मेरे-------------------।।सबसे सुंदर मेरे लिए, इस जहाँ में हो तुम ही।दिल की मूरत मेरे लिए,

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तुम अगर पास हो मेरे

10 सितम्बर 2022
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तुम अगर हो पास मेरे, और की जरूरत नहीं है।प्यार है मुझको सिर्फ तुम्ही से, और से मोहब्बत नहीं है।।तुम अगर हो पास मेरे-------------------।।सबसे सुंदर मेरे लिए, इस जहाँ में हो तुम ही।दिल की मूरत मेरे लिए,

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बिन हमारे तुम एक दिन

11 सितम्बर 2022
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बिन हमारे तुम एक दिन, दोस्त बहुत पछताओगे।आयेगी याद मोहब्बत हमारी, ऑंसू बहुत बहाओगे।।बिन हमारे तुम एक दिन-------------------।।होगा असर नहीं कभी कम,मेरे इन आँसुओं का।मिलेगा नहीं तुमको और,ऐसा दिल वफाओं क

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लड़की भी तो इंसानहै

12 सितम्बर 2022
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लेने दो इसको भी जन्म।लड़की भी तो संतान है।।लड़का-लड़की में भेद क्यों।लड़की भी तो इंसान है।।लेने दो इसको भी---------------।।सक्षम नहीं किस क्षेत्र में।करने को कार्य लड़कियां।।रखती है योग्यता हर कार्य की।वर्

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जिंदगी हो इंद्रधनुष सी

13 सितम्बर 2022
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जिंदगी हो इंद्रधनुष सी,कभी गम हो कभी खुशी।यही जिंदगी की कसौटी है, कभी गुस्सा हो कभी हंसी।।जिंदगी हो इंद्रधनुष सी----------------------।।नहीं डरना पहाड़ों से,क्यों रोना देखकर कांटें।सतुंष्ट हो हर रंग से

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जय जय हिन्दी

14 सितम्बर 2022
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मैं मातृभाषा हूँ भारत की,पहचान हिंदुस्तान की।मुझको बोलो तुम राष्ट्रभाषा, और शान हिंदुस्तान की।।समझो मुझको भारत की आन,भारत का मुकुट है हिन्दी।बोलो मिलकर तुम एक साथ यह,जय जय हिन्दी, जय जय हिन्दी।।मैं मा

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वह देश हिंदुस्तान है

15 सितम्बर 2022
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जहाँ मिलता है सम्मान सभी को,वह देश हिंदुस्तान है।आदर है जहाँ सभी धर्मों का, वह देश हिंदुस्तान है।।जहाँ मिलता है सम्मान-------------------।।खुद को कहता हूँ खुशनसीब, यहाँ पर जो मैंने जन्म लिया।नहीं मुझक

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अगर मेरे साथ यह नहीं किया होता तुने

16 सितम्बर 2022
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अगर मेरे साथ यह नहीं, किया होता तूने।होता नहीं ऐसा इंसान,हे मेरे दोस्त मैं।।अगर मेरे साथ यह-------------------------।।बहुत खेला मेरे दिल से,बनाकर खिलौना।बाँहों में आये तुम भी, बनकर खिलौना।।अगर मुझको ऐ

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रहना सम्भलकर यारों

17 सितम्बर 2022
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रहना सम्भलकर यारों, आई है बाढ़ लुटेरों की।मुश्किल है इनकी पहचान, यारों इन लुटेरों की।।रहना सम्भलकर यारों----------------------।।रंगीन है इनकी दुनिया, चेहरे इनके सतरंगी है।रहते हैं बनकर ये नवाब,ये ऐसे क

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ऐसा करने से पहले

18 सितम्बर 2022
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ऐसा करने से पहले, याद वह कर लेते तुम।हंसी के वह पल अपने, प्यार की वह बातें तुम।।ऐसा करने से पहले-------------------।।इससे अब क्या मिलेगा, होगी बदनामी किसकी।कौन जीयेगा सुख से, होगी कम खुशियां किसकी।।कि

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गलतफहमी है दोस्त यह तुम्हारी

19 सितम्बर 2022
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गलतफहमी है दोस्त यह तुम्हारी, उम्मीद ऐसी अब तुम मत करो।आऊँगा लौटकर तेरी दर फिर से, आशा यह अब तुम मत करो।।गलतफहमी है दोस्त यह ------------------------------।।क्या मुझको कभी तुमने इज्जत दी,याद तेरी मुझक

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कल भी होंगे हम तो अकेले

25 सितम्बर 2022
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जैसे कि आज हम है अकेले, इस भीड़ में यहाँ।कल भी होंगे हम तो अकेले, उस भीड़ में वहाँ।।जैसे कि आज हम है-------------------------।।बदल जावोगे कल आप,मिलेंगे नये जब नजारें।मिलेगा तुमको नया साथी,जैसे कि हम है

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बेटी तो ऐसी ही होती है

26 सितम्बर 2022
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बेटी तो, ऐसी ही होती है।शान घर की, बेटी ही होती है।।कम नहीं है बेटी , बेटों से।इज्ज़त घर की , बेटी ही होती है।।बेटी तो, ऐसी ---------------------।।आँगन की खुशी, बेटी ही है।रोशनी घर की, बेटी ही है।।बेटी

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हम भूल गए सच में, अपनी संस्कृति को

27 सितम्बर 2022
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हम भूल गए सच में, अपनी संस्कृति- संस्कार।इसीलिए तो बन गए, वृद्धाश्रम यहाँ हजार।।हम भूल गए सच में-------------------।।जिसने हमको दिया जन्म, उस माँ की पीड़ा भूल गए।पालन -पोषण जिसने किया, उस बाप का

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अ से अगर मुन्ने

28 सितम्बर 2022
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अ, आ, इ । अ, आ, इ । अ, आ, इ। अ, आ,इ।-------------------------------------------------------अ से अगर मुन्ने , आ से आज यहाँ।इ से इधर नहीं देखोगे तो क्या।।याद करोगे कल, दिन यह आज का।।

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मुझकोमालूम नहीं था

29 सितम्बर 2022
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मुझको मालूम नहीं था ,कि, ऐसा भी होगा।फूलों से महके चमन में ,फूल संग कांटा भी होगा।।मुझको मालूम नहीं था----------------------।।कर रहा था तुमको मैं प्यार,प्रेम की मानकर मूरत।हृदय से तुमको समझा, मैंने एक

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देखकर सूरत खूबसूरत

30 सितम्बर 2022
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देखकर सूरत खूबसूरत, फिदा उस पर मत होना।बदल जाती है सूरत तो,पागल उस पर मत होना।।देखकर सूरत खूबसूरत----------------।।दिल को कौन जानता है, रहता है पर्दा इस पर तो।मगर हे दोस्त खिलौना तू ,किसी दिल का मत हो

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जिंदगी की डगर में मुझको

1 अक्टूबर 2022
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जिंदगी की डगर में मुझको, ऐसे ऐसे भी चेहरे मिले।खुशियां मिली किसी से तो, किसी से जख्म ऑंसू मिले।।जिंदगी की डगर में मुझको---------------।।किसी ने कहकर मुझको शरीफ, मुझको लूट लिया।किसी ने मुझको नकली बताकर

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यह तुमने क्या किया है

2 अक्टूबर 2022
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यह तुमने क्या किया है, तोड़कर यह दिल मेरा।कैसे दुश्मन मान लिया है, तुमने मुझको तेरा।।यह तुमने क्या किया है-------------------।।मैंने कभी सोचा नहीं, कोई पाप तेरे लिए।प्यार किया है तुमसे, ख्वाब बुने हैं

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दिखाकर ताकत रुपयों की

3 अक्टूबर 2022
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दिखाकर ताकत रुपयों की, क्यों कुछ ऐसा करते हैं।ईमान - इंसाफ- इंसान को,खरीदने की बात करते हैं।।दिखाकर ताकत रुपयों की-------------------।।समझते नहीं किसी का दुःख, हंसते हैं वो मजबूर पर।समझते हैं सभी को ग

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कमजोरी अपनी यहाँ किसी को

4 अक्टूबर 2022
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कमजोरी अपनी यहाँ किसी को, तुम दिखाना नहीं।ऑंसू किसी के सामने तुम,अपने बहाना नहीं।।गलत फायदा लोग उठायेंगे, कमजोरी तुम्हारी देखकर।कमजोर अपने दुःखों से तुम, खुद को बनाना नहीं।।कमजोरी अपनी यहाँ ----------

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अवगुणों पर सद्गुणों की जीत का प्रतीक है दशहरा

5 अक्टूबर 2022
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अवगुणों पर सद्गुणों की, जीत का प्रतीक है दशहरा।हम भी अवगुण अपने मिटाकर, आवो मनाये दशहरा।।अवगुणों पर सद्गुणों की-------------------।।पहला अवगुण पाप है, मन को पापी नहीं बनाओ।दूजा अवगुण घमंड है, मन में घ

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हे दिल तुझको किसकी तलाश है

6 अक्टूबर 2022
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हे दिल तुझको किसकी तलाश है।क्यों तु उदास है , किसकी प्यास है।।हे दिल तुझको-------------------------।।नजरें उठाकर देख, फैली है रोशनी।झिलमिल सितारें हैं, फैली है चांदनी।।तूने चिराग क्यों जलाया नहीं है।क

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जुल्म मुझपे ना करो

7 अक्टूबर 2022
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मेरे नसीब तुम,मेरे हमदर्द तुम,रहम कुछ मुझपे करो।मैं तेरी हूँ जीवनसाथी , जुल्म मुझपे ना करो ।।मेरे नसीब तुम----------------------।।बड़े अरमान से तुझको, बसाया है दिल में ।फूल मैंने बिछाये हैं तेरी राह और

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दिल में हमारे देशप्रेम है

8 अक्टूबर 2022
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दिल में हमारे देशप्रेम है, होठों पर यह जुबानी।कुर्बान हैं हम वतन पर, हम है हिंदुस्तानी।।दिल में हमारे देशप्रेम है-------------------।।हर मजहब यहाँ आबाद है, हर समाज है खुशहाल।आपस में भाईचारा है, सबकी य

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दुःखडा है सबका अपना अपना

9 अक्टूबर 2022
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दुःखडा है सबका अपना अपना, तेरा दुःखडा कौन सुनेगा।अपना दुःखडा मत तू बता,दुःखडा तेरा मजाक बनेगा।।दुःखडा है सबका अपना अपना-------------------।।कौन चाहता है आँसू बहाना, मुसीबत में खुद को फंसाना।बर्ब

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कैसे कितने चेहरे बदलकर

10 अक्टूबर 2022
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कैसे कितने चेहरे बदलकर, लोग यहाँ रहते हैं।मुहँ में राम बगल में छुरी,लिये हुए मिलते हैं।।कैसे कितने चेहरे बदलकर-----------------।।स्वार्थ अपना देखकर लोग, छोड़ देते हैं अपनों को।करके खून रिश्तों का भी, प

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और बदल जाता है मूढ़ मेरा

11 अक्टूबर 2022
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कि आज तुमसे तकरार हो मेरी,और कह दूं सारी बातें दिल की,ताकि तू खराब नहीं करें मेरा मूढ़,मगर तुम लगती हो बहुत प्यारी,करती है जब तुम वो शरारतें,जो पसंद है मुझको खराब मूढ़ में भी,और बदल जाता है मूढ़ मेरा।चाह

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कसम खुदा की

13 अक्टूबर 2022
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कसम खुदा की, नहीं होगी गलती ऐसी मुझसे।पहुंचे चोट तुमको जिससे, दर्द हो तुमको जिससे।।कसम खुदा की --------------------------।।करुंगा तुमसे बातें वही,जिनसे मिले खुशी तुमको।खिले रहे ये लब तेरे, नहीं हो तुम

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कहता नहीं मैं अच्छा हूँ

15 अक्टूबर 2022
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कहता नहीं मैं अच्छा हूँ , यकीन सिर्फ तू मेरा कर ।लेकिन तेरी यह राह, जायेगी तुमको कहाँ लेकर।।कहता नहीं मैं अच्छा हूँ---------------------।।यह तो बतायेगा वक्त ही,कैसी है मेरी यह सलाह।मिल नहीं पायेगी तुम

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क्यों सोचता हूँ मैं इतना

16 अक्टूबर 2022
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मुझको नहीं मालूम,कि तुझमें क्या विशेष है,कि हटता नहीं है सच में,मेरा दिलो- दिमाग सोचने में,किसी और के बारे में कभी,क्यों सोचता हूँ मैं इतना,सिर्फ तेरे ही बारे में हमेशा।इसका कारण क्या होगा,शायद तेरी ख

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लोग कहते हैं कि कवि

17 अक्टूबर 2022
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लोग कहते हैं कि,जहाँ नहीं पहुंचे रवि,वहाँ पहुंच जाता है,अपनी कलम से कवि।एक भेदी होता है कवि,कर देता है राज बेपर्दा,नहीं रहती सच्चाई छुपकर,सत्य को खोज ही लेता है कवि,नहीं होता वचनबद्ध किसी से,नहीं होता

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अब तक मैं

18 अक्टूबर 2022
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अब तक मैं मानता था,तुमको मेरा सच्चा प्यार,इसीलिए जता रहा था मैं,तुम पर मेरा अधिकार,और निभा रहा था मैं,तुमसे वफ़ा और वादें।अब तक मैं समझता था,तुमको अपनी इज्जत- शान,नहीं करता था पसंद मैं,तेरी बदनामी किसी

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मतलब नहीं इससे हमको

19 अक्टूबर 2022
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मतलब नहीं इससे हमको,कौन कैसा है यहाँ।दुनिया हमारी अलग ही है, कैसे हैं लोग यहाँ।।मतलब नहीं इससे हमको-----------------।।देख लिया है हमने, मोहब्बत यहाँ करके भी।निकले सभी मतलबी, मिला नहीं हमको कुछ भी।।हो

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यही हमारा है धर्म

20 अक्टूबर 2022
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क्या है अच्छा धर्म, क्या है बुरा धर्म।यह बताता है हमको, हमारा कर्म।।हम जीये और जीने दे सबको यहाँ।करें अच्छे कर्म, यही हमारा है धर्म।।क्या है अच्छा धर्म------------------।।इंसानों से नफरत, सिखाये जो हम

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एक वह है और एक आप है

21 अक्टूबर 2022
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एक वह है और एक आप है।बात सीधी,सच्ची और साफ है।।एक वह है और--------------------।।हम तो दोनों के लिए नहीं अलग अलग।किसकी नजरें यहाँ,कितनी साफ है।।एक वह है और----------------------।।वह बैठाते हैं हमको अपन

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आवो हम इस दीपावली पर

23 अक्टूबर 2022
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आवो हम इस दीपावली पर।कुछ ऐसा करके दिखाये।।भूखे प्यासे जो हैं मानव।उनके घर हम दीवाली मनाये।।आवो हम इस --------------------।।भेद मिटाकर छोटे बड़े का हम।सबको बांटे अपनी खुशी हम।।कोई नहीं हो निराश और उदास।

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सुन ओ दीपावली तू ऐसे आना

24 अक्टूबर 2022
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सुन ओ दीपावली, तुम ऐसे आना।तुम रोशनी,सबके लिए यहाँ लाना।।करना रोशन, हर घर का आँगन।हर घर खुशी का,दीपक जलाना।।सुन ओ दीपावली---------------------।।इंतजार तेरा, हर घर पर यहाँ है।स्वागत में तेरे , हर कोई य

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भाई- बहिन का त्यौहार है भाईदूज

26 अक्टूबर 2022
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भाई-बहिन का त्यौहार है भाईदूज।भाई- बहिन का प्यार है भाईदूज।।नहीं भूल जाना मेरे भाई यह त्यौहार।भाई- बहिन का सम्मान है भाईदूज।।भाई- बहिन का त्यौहार -----------------।।नहीं भूल जाना भाई, अपनी बहिन को।देन

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भाई- बहिन का त्यौहार है भाईदूज

26 अक्टूबर 2022
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भाई-बहिन का त्यौहार है भाईदूज।भाई- बहिन का प्यार है भाईदूज।।नहीं भूल जाना मेरे भाई यह त्यौहार।भाई- बहिन का सम्मान है भाईदूज।।भाई- बहिन का त्यौहार -----------------।।नहीं भूल जाना भाई, अपनी बहिन को।देन

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दीपावली पर ऐसा भी होता है

27 अक्टूबर 2022
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दीपावली पर ऐसा भी होता है।कहीं खुशी तो कहीं गम होता है।।धनवान इस दिन खुश होता है।बिना धन वाला उदास होता है।।दीपावली पर --------------------।।नहीं होती फुरसत इस पल पर।डूबे रहते हैं जश्न में लोग रातभर।।

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दीपावली पर ऐसा भी होता है

27 अक्टूबर 2022
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दीपावली पर ऐसा भी होता है।कहीं खुशी तो कहीं गम होता है।।धनवान इस दिन खुश होता है।बिना धन वाला उदास होता है।।दीपावली पर --------------------।।नहीं होती फुरसत इस पल पर।डूबे रहते हैं जश्न में लोग रातभर।।

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लेट्स मि लिव अलोन

30 अक्टूबर 2022
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इतना तो सह लिया है, इसको भी सह लूंगा।मुझे चाह नहीं किसी की, अकेला जी लूंगा।।लेट्स मि लिव एलोन, लेट्स मि लिव एलोन।इतना तो सह लिया है---------------------।।अपनों ने साथ छोड़ा, मजबूरी देखकर मेरी।यारों ने

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यह सच आज मुझको मालूम हो पाया

31 अक्टूबर 2022
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यह सच आज मुझको, मालूम हो पाया।मेरे दुःख में किसने, मेरा साथ निभाया।।वैसे तो हमेशा मुझसे, करते थे बातें सब।आज मेरी मुसीबत में , किसने वादा निभाया।।यह सच आज मुझको----------------।।रिश्तें मुझसे जोड़े सबन

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मांगू तुमसे पूजा में, यही छठ मैया

1 नवम्बर 2022
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मांगू तुमसे पूजा में , यही छठ मैया।पार लगाना, सबके जीवन की नैया।।मांगू तुमसे पूजा में------------------।।यही सोचकर तेरा व्रत, मैया मैंने रखा है।जगत का कल्याण मैंने, तुझमें देखा है।।करना सबका उपकार,बनक

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करते रहे हो तुम शक हम पर

3 नवम्बर 2022
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करते रहे हो तुम शक हम पर, तुमसे बेशक क्यों रहे।क्यों समझे हम तुमको पवित्र, तुमसे वफ़ा क्यों रहे।।करते रहे हो तुम शक---------------।।सच बयां करती है हमको,यह हरकतें चाल तुम्हारी।तुमको नहीं जब शर्म हमारी,

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करते रहे हो तुम शक हम पर

3 नवम्बर 2022
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करते रहे हो तुम शक हम पर, तुमसे बेशक क्यों रहे।क्यों समझे हम तुमको पवित्र, तुमसे वफ़ा क्यों रहे।।करते रहे हो तुम शक---------------।।सच बयां करती है हमको,यह हरकतें चाल तुम्हारी।तुमको नहीं जब शर्म हमारी,

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ठीक है अब मैं भी

5 नवम्बर 2022
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ठीक है अब मैं भी, प्यार नहीं तुमको करुंगा।अब कभी मैं भी, याद नहीं तुमको करुंगा।।ठीक है अब मैं भी---------------------------।।वैसे भी तुमसे ज्यादा, सुंदर बहुत है और भी।अब कभी मैं भी, फरियाद नहीं तुमसे

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कहना मत राज की बातें

7 नवम्बर 2022
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किसी से भी हो कितनी, चाहे दोस्ती यहाँ तेरी।कहना मत राज की बातें,किसी से तू यहाँ तेरी।।किसी से भी हो कितनी--------------।।कहेंगे दोस्ती में तो, दोस्त चलता है सब कुछ।मैं तो लेकिन कहूंगा यह, हालत होगी बु

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हाँ, मैं ऐसा तो नहीं था

8 नवम्बर 2022
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कि सोचा ही नहीं हो,तेरे बारे में कभी ,और जब बहे हो तेरे आँसू ,देखा ही नहीं हो तेरी तरफ,बहे ही नहीं हो मेरे ऑंसू ,देखकर तुम्हारे दर्द को,हाँ, मैं ऐसा तो नहीं था।कि अब सोचने लगे हो तुम,कि हो गया है शक म

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हाँ, उनका स्थान तो

9 नवम्बर 2022
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हाँ, उनका स्थान तो,नहीं पा सकते कभी तुम,और ना ही यह कोशिश,कभी मैं कर सका सच।सच्चाई तुम भी तो,जानते थे और,कुछ भी तो,नहीं छुपाया था मैंने,बता दिया था तुमको,उनसे कितना प्यार हैऔर कितना वफ़ा हूँ,हाँ, उनका

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मैं समझता हूँ तुमको अपना

10 नवम्बर 2022
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तुम ही मेरा प्रेम हो,और कोशिश कई बार की,यह बताने को तुमको,मगर मना कर दिया दिल ने,और अब तलाश रहा हूँ अवसर,कि कह सके तू ही यह,पहल करके ऐसी,कि अब शेष ही क्या है,जिसको बताने में हो शर्म,क्योंकि मालूम है स

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मुझको तुम्हारा क्या भरोसा

11 नवम्बर 2022
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कब तू बदल ले अपनी,नियत और नीति,अपना लक्ष्य और साथी,क्यों दूँ तुमको नसीहत,मानकर अपना करीबी,क्यों करूँ तुमको प्यार,करके यकीन तुम पर,मुझको तुम्हारा क्या भरोसा।क्योंकि मैंने देखा है,हमेशा तुमको उड़ते हवा म

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मुझको तुम्हारा क्या भरोसा

11 नवम्बर 2022
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कब तू बदल ले अपनी,नियत और नीति,अपना लक्ष्य और साथी,क्यों दूँ तुमको नसीहत,मानकर अपना करीबी,क्यों करूँ तुमको प्यार,करके यकीन तुम पर,मुझको तुम्हारा क्या भरोसा।क्योंकि मैंने देखा है,हमेशा तुमको उड़ते हवा म

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मुझको तुम्हारा क्या भरोसा

11 नवम्बर 2022
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कब तू बदल ले अपनी,नियत और नीति,अपना लक्ष्य और साथी,क्यों दूँ तुमको नसीहत,मानकर अपना करीबी,क्यों करूँ तुमको प्यार,करके यकीन तुम पर,मुझको तुम्हारा क्या भरोसा।क्योंकि मैंने देखा है,हमेशा तुमको उड़ते हवा म

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मुझको तुम्हारा क्या भरोसा

11 नवम्बर 2022
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कब तू बदल ले अपनी,नियत और नीति,अपना लक्ष्य और साथी,क्यों दूँ तुमको नसीहत,मानकर अपना करीबी,क्यों करूँ तुमको प्यार,करके यकीन तुम पर,मुझको तुम्हारा क्या भरोसा।क्योंकि मैंने देखा है,हमेशा तुमको उड़ते हवा म

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एक यह भय जिससे

12 नवम्बर 2022
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दुनिया की इस तेज दौड़ में,तू पहुंच नहीं जाये उस मुकाम,जहाँ होते हैं पल आनंद के,मौजमस्ती के लिए पल क्षणभर,जो चुभोते हैं बाद में नस्तर,जिंदगी भर रुलाने के लिए,एक यह भय जिससे कि,रहता हूँ हमेशा आशंकित मैं।

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एक यह भय जिससे

12 नवम्बर 2022
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दुनिया की इस तेज दौड़ में,तू पहुंच नहीं जाये उस मुकाम,जहाँ होते हैं पल आनंद के,मौजमस्ती के लिए पल क्षणभर,जो चुभोते हैं बाद में नस्तर,जिंदगी भर रुलाने के लिए,एक यह भय जिससे कि,रहता हूँ हमेशा आशंकित मैं।

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ऐसे हंसते रहो(14 नवम्बर बाल दिवस पर)

13 नवम्बर 2022
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ऐसे हंसते रहो , यूँ हंसाते रहो ।गुनगुनाते रहो , गीत गाते रहो ।।अच्छा लगता है, दिल भी लगता है ।तुम जो हंसते हो , गम भी मिटता है ।।ऐसे हंसते रहो -----------------------------।यह गुलशन हंसा है , तुम्हे द

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मैं तो चाहता हूँ कि

14 नवम्बर 2022
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मैं तो चाहता हूँ कि,तुम्हें नहीं हो कभी दुःख,आये नहीं तुम पर मुसीबत,मुस्कराती रहे तुम हमेशा,और यही प्रार्थना मैं करता हूँ ,तुमको मैं जो प्यार करता हूँ।मैं तो चाहता हूँ कि,तुम्हारा नाम हो हर जुबां पर,त

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मुझको तुमसे क्या मतलब

15 नवम्बर 2022
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रहूँगा अब तुमसे दूर ही,नहीं देखूंगा अब तेरी ओर,कभी अपनी नजरें उठाकर,चाहे करें कोई तुमसे अब,बदतमीजी और शरारत,मुझको क्या मतलब तुमसे।कौनसी खुशी मिलती है तुमसे,कब देती है तू मुझको इज्ज़त,हमेशा ही करती है म

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