अपने वतन की रक्षा में,कुर्बान है इंडियन आर्मी।
ऐसे में हमारा फर्ज है, और गाना यह लाजिमी।।
जय जय इंडियन आर्मी। जय जय इंडियन आर्मी।।
अपने वतन की रक्षा में--------------------।।
अपनी इंडियन आर्मी पर,हम सभी को नाज है।
इस आर्मी के कारण ही,भारत का ऊँचा ताज है।।
करके सलाम आर्मी को, गर्व से कहे हर आदमी।
जय जय इंडियन आर्मी, जय जय इंडियन आर्मी।।
अपने वतन की रक्षा में--------------------।।
आती है जब भी कोई विपदा,देश के किसी क्षेत्र में।
करती है दूर उस संकट को, यह आर्मी उस क्षेत्र में।।
बाढ़ और बलवों में संकटमोचक है, सच आर्मी।
जय जय इंडियन आर्मी, जय जय इंडियन आर्मी।।
अपने वतन की रक्षा में---------------------।।
सर्दी-गर्मी-वर्षा में आर्मी, सरहद पर निगाहेबान है।
अपने घर की चिंता नहीं , इसकी जान हिंदुस्तान है।।
अपनी खुशियाँ कुर्बान वतन पर, करती है यह आर्मी।
जय जय इंडियन आर्मी, जय जय इंडियन आर्मी।।
अपने वतन की रक्षा में----------------------।।
शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)
मोबाईल नम्बर- 9571070847