तुम अगर हो पास मेरे, और की जरूरत नहीं है।
प्यार है मुझको सिर्फ तुम्ही से, और से मोहब्बत नहीं है।।
तुम अगर हो पास मेरे-------------------।।
सबसे सुंदर मेरे लिए, इस जहाँ में हो तुम ही।
दिल की मूरत मेरे लिए, इस जहाँ में हो तुम ही।।
ख्वाब तुम्ही से जिंदा है मेरे, और हसरत नहीं है।
तुम अगर हो पास मेरे--------------------।।
तेरी इन जुल्फों का साया,मेरे साथ रहे हमेशा।
तेरी इन आँखों में आशा,मेरे लिए रहे हमेशा।।
करता हूँ रब से तेरे लिए दुहा, और इबादत नहीं है।
तुम अगर हो पास मेरे-----------------------।।
मेरे लिए तो तुम हो पवित्र, मैं हूँ वफ़ा सिर्फ तुमसे।
चाहता नहीं हूँ तुमसे दौलत, चाहता हूँ विश्वास तुमसे।।
मिलती है तुमसे से ही खुशी, और से इज्जत नहीं है।
तुम अगर हो पास मेरे------------------------।।
शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)
मोबाईल नम्बर- 9571070847