अहसास होगा उस दिन तुमको, सितम कोई तुम पर जिस दिन करेगा।
करोगी बहुत याद मेरी मोहब्बत, किनारा तेरा साथी जिस दिन करेगा।।
अहसास होगा उस दिन-------------------।।
कर दिया मैंने तो तेरे लिए बहुत, पवित्र तुम्हें अपनी मोहब्बत समझकर।
हरदम रखा खुश मैंने तुमको, अपने गमो- अश्क दिल में दबाकर।।
बहावोगी अपने ऑंसू बहुत तुम,खून तेरे ख्वाबों का जब कोई करेगा।
अहसास होगा उस दिन--------------------।।
आखिर तुमने मुझको दिया क्या है, अहसान जिससे मैं मानूं तेरा।
दुश्मन हमेशा मुझको तुमने कहा है, हमेशा किया है तुमने अपमान मेरा।।
अहसास होगा तुमको बहुत तब,जब बेवफाई तेरा मसीहा करेगा।
अहसास होगा उस दिन----------------------।।
मुझको नहीं अब मतलब तुमसे, बर्बाद हो या आबाद हो अब।
झुकेगा नहीं सिर मेरा तुमको, करूँगा नहीं कुछ तेरी शर्म अब।।
पुकारोगी उस दिन मुझको बहुत तुम,अधिकार तेरे जब कोई छिनेगा।
अहसास होगा उस दिन---------------------।।
शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)
मोबाईल नम्बर- 9571070847