(शेर)- करता हूँ सलाम मैं , तुमको तिरंगा।
तू गौरव है सच में, हिंदुस्तान का।।
तू है निशानी, वीर शहीदों की।
तू शान स्वाभिमान है, हिंदुस्तान का।।
------------------------------------------------- (गीत)- जय जय सलाम , तुमको तिरंगा।
तू वीर शहीदों की , निशानी है।।
पहचान है तुमसे, हिंदुस्तान की।
तुझमें बसी , आजादी की कहानी है।।
जय जय तिरंगा---------------------।।
आजादी की घर घर जलाई, ज्योति तुमने।
भारत की बनाई एक नई, मंजिल तुमने।।
भर दिया जोश आजादी का ,सच में तुमने।
हर भारतवासी की ,यही जुबानी है।।
जय जय तिरंगा----------------------।।
हंसते हंसते चढ़ गए फांसी,तेरे लिए।
कुर्बान हो गए, रणभूमि में तेरे लिए।।
उन शहीदों की तू शान और जान थी।
तुझपे कुर्बान, हम सबकी जिन्दगानी है।।
जय जय तिरंगा----------------------।।
हर भारतीय का तू है, ताज और ईमान।
दुनिया में भारत की है, तुमसे ही पहचान।।
तेरे तीन रंगों में सन्देश है, मानवता का।
यह गीत सुनाता , हर हिंदुस्तानी है।।
जय जय तिरंगा---------------------।।
शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)
मोबाईल नम्बर- 9571070847