उम्मीद मुझको यही है तुमसे, विश्वास मुझको अब भी है तुम पर।
खोना नहीं तुम अपनी हस्ती, चाहे मुसीबत कैसी भी आये तुम पर।।
उम्मीद मुझको यही है --------------------------।।
चाहे दूर हूँ मैं तुमसे, लेकिन नहीं हूँ दूर मैं दिल से।
सच में मेरे दिन कटते है, तेरे बिना बड़ी मुश्किल से।।
मैं तो दीवाना हूँ बस तेरा, और मैं हूँ फिदा बस तुम पर।
उम्मीद मुझको यही है---------------------।।
मुझको नहीं है क्या पसन्द,ख्वाब तुम्हारे खुशी तुम्हारी।
मुझको लगती है सारे जहाँ से,अच्छी यह दुनिया तुम्हारी।।
तुमसे बहुत है प्यार, नहीं लगे तुमको किसी की नजर।
उम्मीद मुझको यही है------------------------।।
अपने पसीने से सींच रहा हूँ ,यह चमन कोई ख्वाब लिये।
जला रहा हूँ मैं यह चिराग, उम्मीद कोई दिल में लिये।।
करना नहीं तू बर्बाद इनको,तेरा है अधिकार पूरा इन पर।
उम्मीद मुझको यही है--------------------------।।
शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)
मोबाईल नम्बर- 9571070847