रखना खयाल मेरे भाई हमेशा।
जो कह रही है तुम्हारी बहिना।।
नहीं करना अपमान इस रक्षाबंधन का।
समझा रही है तुम्हारी बहिना।।
रखना खयाल मेरे भाई------------------।।
यह जो रिश्ता है भाई - बहिन का।
दुनिया में नहीं कोई ऐसा रिश्ता।।
जब हो मुसीबत में तेरी बहिना।
बनकर आना तू एक फरिश्ता।।
तुम पर है मुझको विश्वास पूरा।
नहीं भूलेगा तू मेरा कहना।।
रखना खयाल मेरे भाई-------------------।।
करती हूँ तेरे लिए मैं दुहाएँ।
दुनिया में चमके सितारा तू बनकर।।
तेरा हो गुणगान सबकी जुबां पर।
सत्कार करें तेरा सब सिर झुकाकर।।
बहुत गर्व मुझको तुम पर है भाई।
मेरी यह खुशी कम तू मत करना।।
रखना खयाल मेरे भाई---------------------।।
जिस बहिन का कोई भाई नहीं हो।
बंधवाना उससे रक्षासूत्र जरूर तू।।
वतन की रक्षा में जो है सीमा पर।
करना दुहा उनके लिए जरूर तू।।
तू रक्षासूत्र वतन की रक्षा का।
नहीं भूल तू तोड़ने की करना।।
रखना खयाल मेरे भाई------------------।।
शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)
मोबाईल नम्बर- 9571070847