ना झुका किसी के आगे, अब तक यहाँ मैं इतना।
ना किसी से प्यार मुझको, तुमसे मगर है इतना।।
ना झुका किसी के आगे-----------------।।
मुझमें कमी है क्या, जो मदद किसी की चाहूँ।
जरूरत नहीं है किसी की, तू है मगर मेरा सपना।।
ना झुका किसी के आगे--------------------।।
ना कभी मानी हार मैंने, ना मुफलिसी में रोया।
ना किसी से चाही दया, तेरा मगर हूँ खिलौना।।
ना झुका किसी के आगे-------------------।।
मेरा ताब ही ऐसा है, आफताब हूँ हर नजर में।
करते हैं मुझको सलाम सब,मैं तुमको आदाब इतना।।
ना झुका किसी के आगे-------------------।।
मुझको नफरत है हुर्रों से, कायल नहीं हूँ इनका।
ना इनकी करता हूँ तारीफ, तेरा दीवाना हूँ इतना।।
ना झुका किसी के आगे--------------------।।
शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)
मोबाईल नम्बर- 9571070847