होता नहीं अब मुझसे, कि प्यार मैं तुमसे करुं।
तारीफ तेरी मैं करूं ,कि याद मैं तुमको करूं।।
होता नहीं अब मुझसे---------------------।।
मुझको नहीं यह पसंद, रोज झगड़ना मुझसे तेरा।
तुमको मनाना रोज ऐसे,सहन सितम मैं तेरे करूं।।
होता नहीं अब मुझसे--------------------।।
तुमको दिखाने को सच मैंने, बहुत बहाये अपने आँसू।
बर्बाद बहुत हो गया मैं, बर्बाद और क्यों खुद को करूं।।
होता नहीं अब मुझसे--------------------।।
छोड़ दिया मैंने तेरे लिए, अपना घर और अपने दोस्त।
जीना है मुझको तेरी तरफ, ना खुश खुद को क्यों करूं।।
होता नहीं अब मुझसे----------------------।।
नहीं चाहिए कुछ भी तुमसे, मुझसे नहीं मतलब रखो।
खयाल नहीं जब तुमको मेरा, क्यों खयाल तेरा करूं।।
होता नहीं अब मुझसे--------------------।।
शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)
मोबाईल नम्बर- 9571070847