अगले दिन सोना दुबारा जंगल में फिर किसी कारण से उसी झोपड़ी की ओर जाने लगी। जहां कुछ दिन पहले उसने वो भयानक रात गुजारी थी। जंगल में आगे बढ़ते समय उसने महसूस किया कि कोई रहस्यमय व्यक्ति उसका पीछा कर रहा है। सोना को ये बात पता चल गयी थी, लेकिन वह बिल्कुल भी नहीं डरी। उसने मन ही मन यह प्लान बनाया कि वह उस रहस्यमयी व्यक्ति के बारे में पता लगायेगी जो उसका पीछा कर रहा है और वास्तव में उसका क्या उद्देश्य है। सोना बचपन से ही जंगल में अनेकों बार आती रही थी जिसके कारण वह जंगल के चप्पे-चप्पे से परिचित थी।
तभी उसने उक्त रहस्यमयी व्यक्ति को जंगल की भूलभूलैया में फंसाने का सोचा और वह जंगल में अंदर की ओर सीधे रास्तों को छोड़कर टेढ़े-मेढ़े और कंटीली झाड़ियों वाले रास्तो का प्रयोग करते हुए अंदर की ओर जाने लगी। क्योंकि सोना यह बात अच्छी तरह से जानती थी कि उसका पीछा करने वाले व्यक्ति को उसके पीछे आने के लिए उन्हीं कंटीली झाड़ियों वाले मार्ग का ही उपयोग करना होगा। इसके अलावा उसके पास अन्य कोई विकल्प ही न होगा। पहले सोना धीरे-धीरे आगे बढ़ती है, उसके पीछे आने वाला व्यक्ति बड़ी ही सावधानी से उसके पीछे चलने लगा। दिन के समय भी जंगल घना होने के कारण शाम जैसा ही अनुभव हो रहा था।
जंगल में अन्य जंगली जानवरों की आवाजें और अचानक से जमीन पर रेंगते सांप और बिच्छूओं का आ जाना, यह आम सी बात थी। सोना उक्त व्यक्ति को उलझाने के लिए पहले तो धीरे-धीरे चलती है लेकिन अचानक से पीछे की ओर देखकर तेजी से दिशा बदलकर दूसरी ओर दौड़ने लगती है। यह उसके लिए मात्र एक खेल था। जो उसे बड़े दिनों बाद किसी के साथ खेलने को मिला था। क्योंकि ऐसे भयानक जंगल में लुकाछिपी और पकड़म-पकड़ाई खेलने का साहस किसी सामान्य व्यक्ति में नहीं था। भयंकर जंगली जानवर और विषैले सांप और बिच्छु मौत का कारण बन सकते थे।
उसे तेजी से दौड़ता हुआ देख, सोना का पीछा करने वाला व्यक्ति सकपका जाता है, उसे लगता है कि सोना ने पीछे मुड़कर देखा तब उसे उसकी आमद का पता लग गया इसलिए वह अन्य दिशा में तेजी से भागने लगी है। वह उसी दिशा में तेजी से भागने लगता है। थोड़ी दूर आगे आने पर उसे चारो ओर बांस के पेड़ों का सूखा जंगल दिखाई पड़ता है लेकिन वहां पर कोई भी नजर नहीं आ रहा था। सोना एकाएक गायब सी हो गयी थी।
उक्त व्यक्ति कदकाठी में करीब 6 फीट लम्बा और हष्टपुष्ट था। उसने गहरे नीले रंग की कमीज और पैंट पहनी हुई थी पैरों में बड़े और सख्त जंगल बूट पहने हुऐ थे। हाथ में एक बंदूक लिया हुआ यह आदमी किसी शिकारी की तरह लग रहा था। जो मानो जंगल में शिकार करने के इरादे से आया था और अकेली सुन्दर लड़की को देखकर उसका मन ललचा उठा होगा और उसका पीछा करने लगा होगा। लेकिन यह बात तो स्पष्ट थी कि वह सोना को ढूंढने के लिए इस बांस वाले जंगल में अपनी निगाहें किसी बाघ की तरह घुमा रहा था कि वो लड़की उसकी पैनी शिकारी निगाहों से बच न पायेगी।
अभी वह व्यक्ति सोना को इधर-उधर ढूंढ रहा था तभी उसे एक जंगली सुअर दिखाई दिया। जंगली सुअर शिकारी को देखते ही उसकी ओर हमलावर अंदाज में उसकी ओर दौड़ने लगा। अपनी ओर बड़े नुकीले दांतों वाले जंगली सुअर को दौड़कर आता देखकर उसने अपनी बंदूक का निशाना सुअर की ओर लगाया और धांय-धांय कर तीन फायर उसके सिर पर झोंक दिये जिसके कारण जंगली सुअर वहीं ढेर हो गया। चलो लड़की नहीं तो सुअर तो मिला। यह अभी वो सोच ही रहा था तभी.......