खाना खाते हुए सौरभ कई बार नव्या के चेहरे की तरफ देखता है और अपने मन में सोचता है क्या यह वही नव्या है जो मेरी परछाई पड़ते ही चिल्लाने लगती थी।
आज अपना ही टिफिन उसने मुझे खाने के लिए दे दिया l ग्रैनी शायद सही कहती थी कि धीरे-धीरे प्रयास करने पर परिस्थितियां बदल जाती हैं ।
हो सकता है कुछ दिन बाद नव्या का मन भी बदल जाए और वह भी मेरी तरह इस रिश्ते को बचाने की पूरी कोशिश करे नव्या ने देखा कि सौरभ बार-बार उसकी ओर कुछ अलग ही नजरों से देख रहा है, नव्या ने पूछा क्या हुआ मिस्टर सिंघानिया कोई बात है क्या ?
सौरभ ने कहा कुछ नहीं नव्या को न जाने क्यों सौरभ का उस तरह देखना बहुत अजीब लग रहा था लेकिन फिर भी पता नहीं क्यों उसे यह अच्छा भी लग रहा था ।
सौरभ नव्या से पूछते हैं आप लोग फार्महाउस रहने के लिए कब से आ रही हैं ? नव्या ने कहा विहान और उसकी फैमिली तो कब से तैयार बैठी है वह तो हम लोग ही कुछ समय बिता रहे हैं ताकि शादी नजदीक आ जाए तो हम लोग फार्महाउस पर रहने के लिए आए इतना ज्यादा पहले से आकर करेंगे भी क्या ॽ
सौरभ ने कहा करेंगे क्या मतलब सब लोग साथ में रहेंगे, तो कितना अच्छा रहेगा साथ साथ और पास पास नव्या सौरभ की ओर देखती है सौरव शरारत भरी हंसी हंस देता है।
नव्या कुछ बोलती नहीं चुप ही रहती है। बस अपने मन में सोचती है की फार्म हाउस पहुंचकर तो हर समय मिस्टर सौरभ सिंघानिया को झेलना पड़ेगा कम से कम अभी मैं ऑफिस से जाने के बाद अपने कमरे में चैन से रहती हूं ।
फिर तो मुझे सौरभ सिंघानिया के साथ कमरा भी शेयर करना पड़ेगा जो मुझे बिल्कुल पसंद और इस नकचढ़े आदमी के साथ तो बिल्कुल भी नहीं सौरभ ने नव्या की ओर देखते हुए कहा आपने मुझसे कुछ कहा क्या मिसेज सिंघानिया नव्या बोली नहीं तो,
सौरभ उठकर अपने सीट पर जाने लगता हैं तभी नव्या कहती है अरे मिस्टर सिंघानिया मैं तो आपसे एक बात कहना भूल ही गई, सौरभ ने मुस्कुराते हुए कहा मुझे वह बात पता है आपको कहने की कोई जरूरत नहीं है।
नव्या अपने मन में सोचती है इनको किसने बता दिया अभी तक मैंने तो बताया ही नहीं और मेरे घर तो सौरभ जी गए नहीं यह तो सीधे पुलिस स्टेशन से आ रहे हैं।
तो किसने बताया नव्या बोली कौन से बात की बात कर रहे हैं आप सौरभ ने कहा आप यही कहना चाहती हैं ना I""" love you Saurabh """नव्या गुस्से से उठकर अपनी सीट से खड़ी हो जाती है और कहती है।
Mr Singhania mind your language सौरभ ने हंसते हुए कहा चलिए अगर आप ऐसा नहीं बोलने वाली थी तो मैंने ऐसा आपको बोल दिया नव्या जो बात बताना चाहती थी वह तो उसके मुंह पर आ ही नहीं रही थी क्योंकि सौरभ कुछ ऐसा बोल देता कि नव्या गुस्से से तिलमिला उठती और सौरभ को उसका यह रूप देख कर अंदर से बड़ी खुशी होती कि कहीं ना कहीं नव्या भी मेरी फिक्र करने लगी है उसके गुस्साए चेहरे को देखकर सौरभ को बहुत मज़ा आती। सौरभ अपनी सीट पर बैठा रहता हैं।
कुछ देर बाद सौरभ नव्या से कहता है कि आप मुझे कुछ बताने वाली थी नव्या ने कहा जाने दीजिए सौरभ बोला इतनी छोटी सी बात के लिए आप इतना नाराज हो गई, I am really sorry;
नव्या ने कहा मिस्टर सिंघानिया कुछ बातें आपके लिए बहुत छोटी होंगी लेकिन मेरे लिए वह बहुत मायने रखती है। बिहान की मांम ने आज शाम को आपको घर पर बुलाया है, ।
, सौरभ ने नव्या से कहा मैंने सोचा कि आपने मुझे बुलाया है नव्या बोली पहले मेरी पूरी बात तो सुन लीजिए सौरभ ने कहा ठीक है मैं कोशिश करूंगा नव्या बोली कोशिश करूंगा मतलब ऑफिस के बाद शाम को आपको मेरे साथ घर चलना है सौरभ ने कहा यह possible ही नहीं है। नव्या ने कहा क्यों सौरभ बोला क्योंकि आप चाहती ही नहीं कि ऐसा हो नव्या बोली कभी तो आप सीरियस रहा करिए मिस्टर सिंघानिया सौरभ ने कहा सीरियस रहने से कुछ हासिल होगा तो आज से मैं सीरियस रहूंगा, नव्या कुछ बोलती नहीं, तो सौरभ उसकी ओर देखकर कहता है oh hello अब अचानक से चुप क्यों हो गई कुछ बोलेंगी की नहीं नव्या सौरभ की ओर देखते हुए कहती है, कि क्या बोलूं आपको तो मेरी हर बात मजाक ही लगती है, सौरभ ने कहा ऐसा नहीं है मैं नव्या जी आपकी सारी बातें को सीरियस ही लेता हूं लेकिन कभी-कभी आप ऐसी बात ही कर देती हैं कि मुझे हंसी आ जाती है।
तभी नव्या के मोबाइल की घंटी बजती है नव्या फोन उठाकर बात करने लगती है फोन डेविड अंकल का रहता है डेविड अंकल बताते हैं कि मैंने उस आदमी की जमानत तो करा दी लेकिन उसकी जमानत कराने में मुझे बहुत दिक्कत हुई पुलिस स्टेशन में कमिश्नर किसी भी तरह उस आदमी को छोड़ने को तैयार नहीं थे इसलिए मुझे पैसे के साथ साथ कई लोगों से सिफारिश भी करानी पड़ी , नव्या डेविड अंकल से कहती है यह सब मेरी वजह से ही हुआ है ना मैं उन बेवकूफ आदमियों से कहती नाही वह आदमी पकड़ा जाता खेल बताइए अंकल आपने उस आदमी को छुड़वा दिया कि नहीं डेविड अंकल बोले हां पुलिस ने छोड़ तो दिया लेकिन वह देश छोड़कर बाहर नहीं जा सकता इस कारण उसके सर पर सौरभ सर का खतरा हमेशा मंडराता रहेगा, नव्या ने कहा कुछ दिनों के लिए उसको अंडर ग्राउंड रहने को कहिए फिर कुछ दिन बाद जब मामला शांत हो जाए तब फिर वह आराम से रहे वरना मिस्टर सिंघानिया उसे छोड़ेंगे नहीं, पाताल से भी ढ़ूढ लेंगे डेविड अंकल ने नव्या से कहा मुझे भी मिस्टर सिंघानिया के बारे में सबकुछ पता है। सौरभ ध्यान से नव्या की ओर देखता रहता है और सोचता है कि आखिर किसका फोन है जिससे नव्या इतना खुश होकर बात कर रही है। थोड़ी देर देखने के बाद सौरभ अपने काम में लग जाता है नव्या भी अपने काम में लग गयी,
आगे जाऩने के लिए पढ़ते रहें तड़प तेरे प्यार की और कमेंट करके हमें जरूर बताएं कि हमारी कहानी आपको कैसी लगी प्लीज लाइक करें 🙏🙏🙏👍 क्रमशः