सौरभ अपनी सीट पर बैठा रहता है तभी नीलेश नव्या के समीप जाकर कहता है चले स्वीटहार्ट कॉफी पीने ?
नव्या असमंजस में पड़ जाती है अगर मैं नीलेश के साथ कॉफी पीने चली गई और मुझे देर हो गई आने में तो मिस्टर सिंघानिया, विहान और हनी को लेकर अकेले ही चले जाएंगे फिर कोई कुछ पूछेगा तो उनके सारे प्रश्नों के उत्तर हमें ही देने पड़ेंगे नीलेश को कैसे मना करूं क्योंकि उसने मुझसे पूछा तो मैंने उसे हां कर दिया था l
नीलेश थोड़ा और पास आते हुए कहता है, किस सोच में डूब गई मिसेज सिंघानिया नव्या ने कहा कुछ नहीं वह घर से अभी अभी फोन आया था आज मुझे घर थोड़ा जल्दी जाना पड़ेगा नीलेश ने पूछा क्योंॽ
कुछ हो गया क्या, नव्या ने कहा अरे नहीं ऐसी कोई बात नहीं है ,दरअसल मेरी छोटी बहन की तबीयत कुछ ठीक नहीं है मैं उसको लेकर डॉक्टर को दिखाने जाऊंगी नीलेश ने कहा आपकी छोटी बहन को डॉक्टर को दिखाना है, तो मैं ही दिखा देता हूं l
नव्या ने कहा अरे नहीं नीलेश इतना परेशान मत होइए डॉक्टर साहब हमारे घर के पास ही रहते हैं। मैं जा कर दिखा दूंगी बस आज आपके साथ कॉफी नहीं पी सकूंगी फिर किसी दिन पक्का कॉफी पीने चलूंगी आपके साथ नीलेश थोड़ा मायूस होता है कहता है चलिए कोई बात नहीं कॉफी हम फिर कभी पी लेंगे l
सौरभ मन ही मन बहुत खुश होता है कि चलो अच्छा हुआ इसकी काफी की सनक अब थोड़ी कम हो गई, अब तो नव्या को मेरे साथ चलना ही पड़ेगा मिस्टर हर्षवर्धन और नीलेश बातें करते हुए साथ-साथ ऑफिस से बाहर चले जाते हैं।
मिस मीनल सौरभ से पूछती हैं सर हम भी चले ? सौरभ ने कहा मिस मीनल आप जाइए मैं कुछ देर बाद निकलता हूं मीनल नव्या की ओर देखते हुए बुरा सा मुंह बना कर कहती हैं मैं खूब समझ रही हूं सर, कि किस चक्कर में आप यहां रुके हैं, सौरभ ने कहा आपने कुछ कहा क्या मीनल बोली नहीं सर मैं क्यों कुछ कहूंगी इतना कहकर मिस मीनल बाहर निकल जाती है ।
नव्या अपनी फाइलों में व्यस्त रहती है तभी सौरभ उसके पास आते हैं, और कहते हैं मैडम टाइम भी देख लीजिए नव्या नजर ऊपर करके घड़ी की ओर देखते हुए कहती है ,ओह! इतना टाइम हो गया सौरभ बोला आप अपनी गाड़ी में जाएंगी कि मेरे साथ ?
इस पर नव्या ने गुस्सा होते हुए कहा मिस्टर सिंघानिया आप अपने काम से काम रखिए आपने बता दिया ना कि हमें पिक्चर जाना है तो मैं टाइम पर पहुंच जाऊंगी इस तरह छोटी छोटी चीजों के लिए मेरे पीछे मत पड़िए, सौरभ ने कहा। ओ, हेलो मैडम मैं आपके पीछे पड़ा हूं मैंने ऐसा क्या कह दिया मैं तो यही कह रहा था कि मैं भी आपके घर जा रहा हूं आप भी वही जा रही है दोनों लोग अगर साथ चलते हैं तो देश का पेट्रोल ही तो बचेगा
, नव्या गुस्से से अपने मन में बोली कि अपनी शादी तो बचा नहीं पाए देश-का पेट्रोल बचाने चले हैं। सौरभ ने नव्या की ओर देखते हुए पूछा आपने कुछ कहा नव्या बोली जी नहीं तो फिर आप हमारे साथ चल रही है नव्या ने कहा जी नहीं मैं अपनी गाड़ी से खुद आ जाऊंगी आपको मेरे ऊपर इतना एहसान करने की जरूरत नहीं है l
सौरभ ने कहा इसमें एहसान की कौन सी बात है हम दोनों एक ही जगह जा रहे हैं आप अपनी सीट पर बैठिएगा हम अपनी सीट पर बैठेंगे नव्या ने कहा मिस्टर सिंघानिया कोई बात आपको एक बार में समझ में नहीं आती जब मैंने कह दिया कि मैं आपके साथ नहीं जाना चाहती तो आप क्यों मेरे पीछे पड़े हैं
आप अपनी गाड़ी में जाइए मुझे जब जाना होगा मैं चली जाऊंगी सौरभ ने कहा मूवी की टिकट मेरे पास है, इसलिए कह रहा हूं कहीं आप फाइलों को देखते बैठी ना रह जाए और आपको टाइम का पता तो चलता नहीं नव्या ने कहा आप निश्चिंत रहो मैं टाइम पर पहुंच जाऊंगी सौरभ वहां से बाहर की तरफ निकलने लगता है और ग्रैनी को फोन करता है बताता है ग्रैनी मुझे आने में देर हो जाएगी तू मेरा इंतजार मत करना और जाकर अपनी गाड़ी में बैठ जाता है।
नव्या उसको जाते हुए देखती है तुरंत उठकर आती है। ड्राइवर को फोन करके गाड़ी लेकर आने को कहती है नव्या के पास जैसे ही ड्राइवर गाड़ी लाता है नव्या दरवाजा खोलकर उसमें बैठ जाती है ड्राइवर ने पूछा कहां चले मैडम नव्या बोली अरे घर चलिए और कहां चलेंगे ड्राइवर समझ जाता है कि मैडम का दिमाग कुछ गरम है इसलिए वह कुछ बोलता नहीं और चुपचाप चल देता है।
थोड़ी दूर जाने के बाद सौरभ को याद आता है कि उसने विहान से इस विषय में कोई बात तो की ही नहीं फिर वह सोचता है खैर कोई बात नहीं मैं फोन से विहान से कह देता हूं कि मेरे आने के पहले वह तैयार रहे लेकिन एक समस्या है हनी को कौन बताएगा इसके लिए मुझे नव्या के पास फोन करना ही पड़ेगा ,,सौरभ नव्या के पास फोन करता है नव्या सौरव का फोन देखते ही कहती है 1 मिनट भी इस आदमी को चैन नहीं है ,न खुद चैन से बैठता है न ही दूसरों को बैठने देता है।
फोन उठाकर पूछती अब क्या है मिस्टर सिंघानिया सौरभ घबराते हुए बोला आप ऐसे चिल्ला क्यों रही है अब मैंने ऐसा क्या कर दिया मैंने तो फोन सिर्फ इसलिए किया था ताकि आप हनी को फोन करके बता दीजिए कि हम सब लोग शाम को मूवी जाएंगे और वह तैयार रहें वैसे भी विहान को मैंने खुद ही बता दिया है ।
और अगर आपका आदेश हो तो हनी को भी बता दूं इस पर नव्या बहुत तेज गुस्सा होती है और कहती है नहीं हनी को मै बता दूंगी आपको यह सब करने की जरूरत नहीं है सौरभ ने कहा ठीक है जैसी आपकी आज्ञा नव्या ने तुरंत फोन काट दिया और गुस्से में बड़बड़ाते हुई कहती है जाने क्या समझता है अपनें आप को यह गुस्सा और तेवर तो इसके वही पहले वाले ही हैं, नव्या हनी को फोन करती है और सारी बातें उसको बताती है हनी से कहती है तुम तैयार रहो हम लोग आते हैं। हनी ने कहा दीदी सौरभ जी भी आपके साथ हैं क्या नव्या बोली नहीं वह क्यों मेरे साथ रहेंगे आपने कहा ना हम लोग आते हैं इससे मैंने सोचा की हो सकता है सौरभ जी आपके साथ ही है, नव्या गुस्से से हनी से कहती है ऐसा कभी सोचना भी मत और फोन रख देती है।
आगे जानने के लिए पढ़ते रहे तड़प तेरे प्यार की और समीक्षा करके हमें यह जरूर बताएं कि हमारी कहानी आपको कैसी लगी 🙏🙏 क्रमशः।।।