सौरभ सीढ़ियों के पास खड़ा यह सब कुछ चुपचाप देखता रहता है। उसे स्पष्ट रूप से नव्या और उसकी मां की बातें सुनाई नहीं देती लेकिन उसको इतना समझ में आ जाता है कि नव्या और उसकी मां उस को और नव्या को लेकर ही बात कर रही है।
सौरभ वहां से आगे बढ़ता है तभी उसको विहान दिखता है विहान सौरभ को देखकर 'हैल्लो मिस्टर सिंघानिया' सौरभ उसको गुड मार्निंग कहते है।
तभी विहान की मॉम भी आ जाती है सौरभ उनको देखकर गुड मॉर्निंग आंटी बोलते है, और पूछते है आंटी आप कहां से आ रही है?
विहान की मॉम ने कहा असल में मेरी सुबह जॉगिंग करने की आदत है। इसलिए मैं यहीं नजदीक पार्क में जॉगिंग करने चली गई थी सौरभ ने कहा इसीलिए आंटी आप इतनी फिट है।
फिर विहान कि मॉम बोली सौरभ तुम कहीं जा रहे हो सौरभ ने कहा जी आंटी, सौरभ सोचने लगा मैंने आंटी से कह तो दिया किंतु क्या बहाना बनाकर मैं यहां से निकलूंगा ऑफिस जाना है यह बोलूंगा तो यहीं से तैयार होकर नव्या के साथ चले जाओ ऐसा कहेगी और कोई बहाना बता नहीं सकता तभी सौरभ के दिमाग में एक आइडिया आया, क्या सोचने लगे सौरभ?
सौरभ बोला कुछ नहीं आंटी कल रात फॉर्म हाउस में ग्रैनी अकेली थी, तो उन्होंने मुझे सुबह सुबह फोन किया कि मेरी तबीयत थोड़ी ठीक नहीं है, तुम तुरंत आ जाओ तभी विहान की मॉम ने पूछा क्या हुआ ?तुम्हारी ग्रैनी को सौरभ ने कहा कि वैसे तो उन्हें कुछ नहीं हुआ है , ।
लेकिन बुढ़ापा है ,कुछ ना कुछ तो लगा ही रहता है। मैं अभी फॉर्म हाउस जाता हूं, ग्रैनी से मिलकर फिर वापस आता हूं या फिर लेट होऊंगा तो उधर से ही ऑफिस चला जाऊंगा, तभी वहां नव्या आ जाती है नव्या को देखते ही विहान कहता है गुड मॉर्निंग नव्या दी नव्या उसका जवाब देती हुई विहान कि मॉम के पास आकर बैठते हुए कहती है।
कि आप मुझे शादी के सारे फंक्शन जो जो आपको करने है ,उसकी एक लिस्ट बनाकर दे दीजिए विहान की मॉम बोली मुझे कोई अलग से फंक्शन नहीं करने हैं । जो फंक्शन आमतौर पर किए जाते हैं, वही फंक्शन करने हैं, जिसमें हल्दी, मेहंदी, बारात, रिसेप्शन और हाँ संगीत को तो मैं भूली ही जा रही थी, बस इतने ही फंक्शन है। यह सब तो तुम्हारी शादी में भी हुए होंगे यह सुनकर सौरभ और नव्या एक दूसरे का मुंह देखने लगते हैं, फिर सौरभ धीरे से उठता है और कहता है आंटी अब मैं चलता हूं ग्रैनी वेट कर रही होंगी विहान कि मॉम कहती हैं। मैं भी तुम्हारी ग्रैनी से मिलना चाहती हूं आखिर हम सबमें सबसे बुजुर्ग हैं, इसी कारण रीति रिवाजों मैं हमारी मदद करेंगी ,वैसे भी बहुत साल लंदन में रहने के कारण बहुत सारी चीजें तो मैं खुद भी भूल गई हूं, तो मुझे भी उनका सहारा मिल जाएगा, और उन्हें भी अकेले फॉर्म हाउस में बोर नहीं होना पड़ेगा और तुम्हें भी बार-बार फार्महाउस जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी सौरभ के लिए यह तो मन की मुराद पूरी हो गई क्योंकि ग्रैनी के कारण वह पूरा दिन टेंशन में रहता था, सौरभ मुस्कुराते हुए नव्या की ओर देखते हुए कहता है मैं अभी थोड़ा अपने कमरे से आता हूं, नव्या उसकी मुस्कुराहट देखकर अन्दर से चिढ़ जाती है और सौरभ को अपने कमरे में जाता देख कुछ कर नहीं पाती, अपने मन में सोचती है कि ग्रैनी अगर विहान की मॉम से मिलेंगी तो वह अपनी बातों से इन लोगों का दिल जरूर जीत लेंगी अब तो नव्या की सांसे मानो उसके गले में अटक गई हो उसको विहान कि मॉम के ऊपर बहुत तेज गुस्सा आता है। लेकिन वह कुछ कहती नहीं अपने मन में सोचती है अब ग्रैनी भी यही रहेंगी विहान की मॉम को जाने क्या दिक्कत है सबको यहीं इनवाइट कर ले रही हैं वैसे ग्रैनी का स्वभाव बुरा नहीं है किंतु क्या जरूरत है, पता नहीं सौरभ ने ग्रैनी को सारी बातें बताई भी है ,या नहीं अगर ग्रैनी के मुँह से कुछ निकल गया तब तो यह रिश्ता हाथ से निकल ही जाएगा यह तो पक्का समझो सौरभ अपने कपड़े नीचे लेकर आता है ,कुछ सोच कर उसका मन करता है कि वापस रख दूं बाद में चला जाएगा और फॉर्म हाउस के लिए निकल जाता है । नव्व्या थोड़ी देर बाद फोन करती है। सौरभ उठाता है और कहता है, जी सरकार हुकुम करिए नव्या को सौरभ की यह हरकत थोड़ी कम पसंद आती है किंतु कर भी क्या सकती है, क्योंकि सौरभ अब उसकी मजबूरी बन गया था ,ना चाहते हुए भी उसे सौरभ के साथ रहना पड़ रहा था। ताकि उसकी बहन के ससुराल वालों के सामने उसकी इमेज खराब ना हो जिसका असर उसकी बहन हनी की शादी पर ना पड़े नव्या मन में सोचती है कि कुछ दिनों की बात है उसके बाद अपने आप सब कुछ ठीक हो जाएगा विहान कि मॉम नव्या से कहती है, बेटा ऑफिस जाइए मैं आपकी मां और विहान के डैडी से डिस्कस करने के बाद लिस्ट आपको व्हाट्सएप कर दूंगी कि कौन-कौन से फंक्शन होने हैं और किस-किस को बुलाना है, और उसमें किन-किन चीजों की जरूरत पड़ेगी यह सब मैं आपको व्हाट्सएप कर दूंगी आप निश्चिंत होकर जाइए नव्या खुश हो जाती है और कहती है थैंक यू वेरी मच आंटी और उठ कर चली जाती हैl इधर विहान की नजर हनी को ढूंढती रहती है ,वह चाहता है कि वह अकेले में ज्यादा से ज्यादा समय हनी के साथ बिताए जिससे वह हनी को अच्छी तरह जान भी जाएगा और हनी भी उसे अच्छी तरह समझ लेगी क्योंकि अब तो उन लोगों का रिश्ता पक्का हो गया था। विहान के मॉम डैड की तरफ से भी और नव्या की मां की तरफ से भी विहान इसी मौके की तलाश में रहता किंतु उसको वह मौका मिल नहीं पाता था हनी कभी निवि के साथ रहती तो कभी नव्या के साथ और जब कभी अकेली रहती तो अपने कमरे में रहती ऐसे उसके कमरे में जाना बिहान को
ठीक नहीं लगता है, विहान ने सोचा क्यों नहीं इस विषय में सौरभ जी से बात की जाए कि उन्होंने नव्या जी को कैसे प्रपोज किया था।
वह हमारी हेल्प जरूर करेंगे जहां तक मैंने उनके नेचर के बारे में मैंने जाना है ।उनका नेचर बेहद ही फ्रैंडली है। विहान सौरभ को फोन करता है ,और फोन पर ही सारी बातें सौरभ को बताता है ,और सौरभ से कहता है आप मेरी मदद करेंगे सौरभ हंसते हुए कहता है ,ऑफ कोर्स यह भी कोई पूछने की बात है मैं तुम्हारी मदद जरूर करूंगा विहान खुश हो जाता है और पूछता है कि सौरभ जी आप कैसे मेरी मदद करेंगे सौरभ ने कहा कि वह सब तुम हम पर छोड़ दो मैं तुम्हारी मदद जरूर करूंगा।
आगे जानने के लिए पढ़ते रहे तड़प तेरे प्यार की और हमें समीक्षा करके जरूर बताइए कि हमारी कहानी कैसी लगी 👍🙏😊 क्रमशः।।।।।