सर्वप्रथम अपनी टिप्पणी लिखने से पहले कुछ प्रश्न हैं जो की प्रार्थी के मन मे उठ रहे है | इस विषय पर उनके जवाब देना चाहेगा|
1. स्त्री क्या है-?
2 . स्त्री का उत्पीड़न क्यों?
स्त्री- हमारे वेद पुराण उपनिषदों में भी जिसका गुणगाण लिखा गया हैं | जिसे हम माँ भगवती के रूप में भी जिसका स्वरूप समझकर जिसकी पूजा करते हैं | वह स्त्री हैं |
3. स्त्री का उत्पीड़न क्यों-"यत्र नर्यास्तु पूज्यन्ते रम्म्ने तत्र देवता "- यह श्लोक सभी ने पढ़ा हैं | अर्थात जहाँ नारी का सम्मान होता हैं |वहां देवत भी पूजे जाते हैं | किन्तु आज के इस कलयुग में क्या ऐसा संभव हो रहा हैं | जहाँ लोगों की नजरों में भी विष के अलावा कुछ देखने को नही मिलता | आय दिन कुकर्म जैसी घटनाएं रोज बलवती हो रही हैं | यह सोचर भी तरस आता हैं | की एक तरफ जहां हम स्त्री को माता अर्थात देवी के रूप में पूजते हैं | वही लोग उसका सम्मान न करने के बजाय उसे गलत नजरों से देखते हैं | शायद यही कलयुग भी हैं |
आज जहां स्त्री पुरषों से कदम से कदम ही नही अपितु पुरुष से कही आगे भी निकल गयी हैं | चाहे वो सेना हो,राजनीती हो,शिक्षक हो,प्रधानमंत्री,राष्टपति अर्थात कुछ भी क्योंं न हो | किन्तु फिर भी स्त्री को सम्मान नही मिलता |
अपनी टिप्पणी समाप्त करने से पहले प्रार्थी यही लिखना चाहेगा की- "जो स्त्री पुरुष को जन्म देती है | वही आज पुरुष के अत्याचारों से पीड़ित हैं | शायद इसे ही कलयुग कहते हैं |