यूँ तो हम जब पढ़ना शुरू करते है तो जो भी कोई पुस्तक माता-पिता द्वारा हमे पढ़ाई जाती है | वही हमारी पहली पुस्तक होती है |
किन्तु प्रार्थी का यह मानना है की अगर कोई पुस्तक पढ़कर के इंसान का जीवन बदल दे | और उसे सही मार्गदर्शन की और रास्ता दिखा दे व उसे जीवन का सही सार बता दे | वही इंसान की पहली पुस्तक होती है | और ऐसी पुस्तक का नाम है "चाणक्य नीति "जो प्रार्थी ने ध्यानपूर्वक पढ़ी है | व चाणक्य के सार को समझा है और इस जीवन के प्रत्येक प्राणी को कैसे समझा सकता हैं वह इस पुस्तक में भली-भांति समझाया गया है |