आम जनता महंगाई व रोजगार के लिये त्रस्त है और उद्योगपति भारत के सभी संसाधनों में अपना निवेश कर उन्हें खरीद कर नीलामी कर रहे है उद्योगपतियों के रास्ते पर ही सरकारें चल रही है और अपने आने वाले चुनाव में उद्योगपतियों द्वारा चुनाव के फंड का इंतेजार कर रही है जिस प्रकार हर संसाधनों की नीलामी हो रही है उसको देखते हुये यही आसार लग रहे है की आने वाले समय में रोजगार भी समाप्त हो जायेगा महंगाई से त्रस्त लोग चोरी और डकेती का सहारा लेंगे क्योंकि रोजगार समाप्त हो चुका होगा उद्योगपति आम जनता को गुलाम बनाकर उनसे मनचाहा कार्य को करवायेंगे व महंगाई और बेरोजगारी से त्रस्त लोग गुलाम बनकर इन उद्योगपतियों की गुलामी करेंगे आजाद भारत देश होते हुये भी इंसान गुलाम की तरह उद्योगपतियों की गुलामी को अंजाम देता रहेगा | वो इसलिये की बेरोजगार युवा,मजदूर,किसान
हमेशा से ही प्रताड़ित होता आया है किसी ना किसी के हाथ |