यह तो पूरी दुनिया जानती है की नारी देवी का अवतार व देवी की तरह ही पूजनीय होती है | किन्तु क्या आज के समय में वाकई में ऐसा है या हो रहा है | तो जवाब है नही वो इसलिये की आज के समय में "इंसान ही इंसान का दुश्मन है "| शिव पुराण की कथानुसार इन्सान पांच तरह से पाप करता है | हाथ से, पैर से, आँखों से, मन से, वाणी से, और यह बात आज के समय में सच भी साबित हो रही है | नारी कहीं भी हो किसी भी जगह कार्य कर रही हो या कहीं भी एक शहर से दूसरे शहर में जा रही हो लोगो की नजरे इतनी दूषित हो चली है की वो नजरे कब किस अपराध को जन्म दे दे | कोई नही जानता अगर नारी को कहीं सुरक्षित होना है तो वो खुद को ही मजबूत करना होगा | अपनी आत्मरक्षा के लिये खुद ही दैत्यों से लड़ना होगा | जिस प्रकार माँ काली ने दुश्टो का विनाश कर दिया था | ठीक उसी प्रकार इस कलयुग में प्रत्येक नारी को मां काली बनकर दैत्यों का संहार करना होगा तभी ये धरती दैत्यों से मुक्त होगी |