भारत जैसे देश में जहां पत्थर भी पूजे जाते है | उस देश में वीरांगनाओं की भूमिका कितनी अव्वल रही है | इस बात से कोई भी अनजान नही है | "नारी दुर्गा का रुप है |" " जिस प्रकार नो महीन एक शिशु को गर्भ में रखती मां ठीक उसी प्रकार हम नवरात्रि में नौ दिन माँ के विभिन्न स्वरूपों की पूजा अर्चना करते है|
"नारी एक औरत नही अपितु: उस शक्ति का नाम है | जो अगर चाह ले तो किसी भी असंभव कार्य को संभव कर के ही दम लेती है | आज के समय में जहां नारी ने अपना वर्चस्व हर शेत्र में निभाया है | वो चाहे राजनीती हो,सेना हो,शिक्षिका हो,खेल कूद हो कोई भी जगह क्यों न हो हर शेत्र में नारी अव्वल रही है | "इसलिये प्रार्थी यही कहना चाहता है की "जिस घर में जन्म लेती है बेटियां "|
उस घर को रोशन करती है बेटियाँ "|
इसलिये उच्च दर्जे की शिक्षा अपनी बेटियों को जरुर दे |