कोई तो बता दे विद्यार्थी की परिभाषा
क्यों मिलती है हमें हर मोड़ पर निराशा,
हर कोई है कहता ,
आज का स्टूडेंट नहीं है पढता ,
किसी ने हमारी मजबूरी को नहीं है समझा ,
सभी ने अपनी इच्छाओं को हम पर है थोपा ,
कभी माँ -बाप ने अपने सपनो को मुझ में है देखा ,
तो कभी शिक्षक ने हमें बनाया है अपने प्रचार का जरिया क्या यही है एक विद्यार्थी का परिभाषा?
तिल -तिल मरके , खुद को भुला के,
माँ -बाप के सपनो को किया साकार ा
फिर भी हमें क्या मिला?
सौ लोगों ने कहा ये सब था मेरा उपकार ,
पर जब हम हो गए किसी एक परीक्षा में फेल ,
सब ने हमसे मुँह लिया फेर ,
छोड़ दिया सबने मुझे वीरान रास्ते पर तन्हा तरपता ा
क्या यही है एक विद्यार्थी की परिभाषा?
कभी सरकार के नये नियम ,
तो कभी स्कूलों, कॉलेजों में शिक्षकों की कमी ,
हमें अंदर ही अंदर झकझोरती रही ,
लेकिन सभी ने अपनी कमजोरी छिपाया ,
और फिर हमें ही दोषी ठहराया ा
क्या यही है विद्यार्थी की परिभाषा?
जहाँ तक मुझे पता है विद्यार्थी का मतलब -
पर मुझसे तो लोगों ने मेरी लाश को ही मुझसे ढुलवाया ा क्या यही है विद्यार्थी की परिभाषा?