जर्मन कैमिस्ट फ्रेडलीब फर्डिनेंड रुंज (Friedlieb Ferdinand Runge) के 225वें जन्मदिन पर Google ने डूडल (Google Doodle) बनाया है। इनका जन्म 8 फरवरी 1794 को हैम्बर्ग में हुआ था।
जर्मनी के इस विख्यात कैमिस्ट ने कैफीन की खोज की थी जो कॉफी में पाया जाता है।
जानिए क्या होता है कैफीन?
कैफीन जर्मन शब्द काफी (Kaffee) से निकला है। हम जब भी थकान महसूस करते हैं तो ये पदार्थ हमारे शरीर में जाकर हमें नयी उर्जा देता है।
Friedlieb Ferdinand Runge's 225th Birthday
रुंज ने कोलतार डाई की भी खोज की थी। इन्होंने बर्लिन यूनिवर्सिटी (Berlin University) से डॉक्टरेट की पढ़ाई पूरी की और 1831 तक ब्रेसलो यूनिवर्सिटी में पढ़ाया।
इतना ही नहीं दोस्तों इन्होंने किशोरावस्था से ही प्रयोग करना शुरू कर दिए थे। इनके प्रयोगों की लिस्ट काफी लंबी है।
जैसे की फ्रेडलीब फर्डिनेंड रुंज ने पेपर क्रोमैटोग्राफी के एक ऑरिजिनेटर के रूप में भी योगदान दिया. उन्होंने चुकंदर के रस से चीनी निकालने के लिए एक तरीका भी दुनिया को दिया।
साथ ही वह दुनिया के वो पहले वैज्ञानिक हैं जिन्होंने कुनैन जो कि मलेरिया के इलाज के लिए प्रयोग की जाने वाली दवा को अलग किया है। रुंज की मृत्यु 25 मार्च 1867 को जर्मनी के ऑरेनियनबर्ग में हुई।
लेकिन ये सिर्फ इनकी ज़िदगी का एक पहलू है इनकी ज़िदंगी में और भी कई पहलू हैं इन्होंने दुनिया को कई ऐसे सुझाव भी दिए जिन पर कभी भी अमल नहीं किया गया।
रुंज ने एक सुझाव ये दिया है कि बूचड़खाने के अवशेषों को खेती में इस्तेमाल किया जाए। उनका मानना था कि ऐसा करने से खेती की उर्वरकता को बढ़ाया जा सकता है। लेकिन उनके इस सुझाव को माना नहीं गया।