आज सुबह से ही हर कोई फार्महाउस जाने की तैयारी में लगा रहता है सब अपने-अपने कपड़ों की पैकिंग करते रहते हैं ।
हनी और निवि से आकर उनकी मां कहती हैं कि तुम लोग केवल कपड़ों की पैकिंग करोगी कि बाकी सामानों की भी तो हनी ने कहा,,,, हम आप चिंता क्यों करती है फार्महाउस से जिस भी सामान की जरूरत होगी हम लोग यहां आकर ले जाएंगे ।
नव्या की मां बोली जब रोज रोज यहां वहां करना है तो वहां जाने की जरूरत ही क्या है ॽ इस पर निवि कहती है ठीक है जैसा मां कह रही हैं वैसा ही कर लेते हैं।
हनी बोली ठीक है मां अब आप मुझे सारी चीजें बताइए तो मैं कपड़ों के साथ उनकी भी पैकिंग कर लेती हूं इधर विहान अपने कमरे में अपनी मॉम के साथ पैकिंग करता रहता है और अपने दोस्तों को फोन से बताता रहता है कि उन्हें शादी में शामिल होने के लिए कहां आना है।
तभी नव्या की मां ने कहा अब सब लोग पैकिंग छोड़कर नाश्ता भी कर ले सब धीरे-धीरे डाइनिंग टेबल पर आ जाते हैं ।नव्या की मां नाश्ता लगवाती है और सब नाश्ता करने लगते हैं ।
तभी विहान हनी को मोबाइल पर लगातार मैसेज करता रहता है हनी उसे देखती ही नहीं विहान लगातार उसे इशारे से समझाने की कोशिश करता है लेकिन वह समझ ही नहीं पाती क्योंकि उसका ध्यान कपड़ों की पैकिंग और मां की बातों में रहता है।
तभी विहान डाइनिंग टेबल पर बैठे-बैठे अपना पैर नीचे ले जाकर हनी की पैरों पर touch karne की कोशिश करता है किंतु उसका पैर हनी की मां के पैरों पर touch karta है, हनी की मां थोड़ा नीचे झुक कर देखती है तो विहान का पैर देखकर मन ही मन मुस्कुरा देती है ।
लेकिन विहान इन सबसे बेखबर लगातार अपने पैरों को हनी का पर समझ कर हनी की मां के पैर को touch करता रहता है। और ऊपर से कुछ ना कुछ इशारे करता रहता है।
तभी मुस्कुराते हुए हनी की मां कहती हैं बेटा वह तुम्हारे इशारों को कैसे समझेगी क्योंकि तुम्हारा पैर बार-बर मेरे पैरों से touch हो रहा है यह सुनकर सब लोग एक दूसरे की आंखों में देखते हैं और जोर से हंस पड़ते हैं विहान एकदम शर्मा जाता है और हनी भी शर्म के मारे उठ कर अंदर चली जाती है ।
सब लोग अपना अपना सामान नीचे ड्राइंग रूम में रख देते हैं नव्या और विहान की मॉम देखती हैं इतना ज्यादा सामान तो निवि से कहती हैं इतने सारे सूटकेस किसके हैं निवि बोली इसमें से चार तो मेरे ही हैं ।
विहान की मां बोली अरे हम लोग सिर्फ एक हफ्ते के लिए जा रहे हैं तो निवि ने कहा हां तो हर फंक्शन के लिए अलग अलग कपड़े होने चाहिए और फिर उन कपड़ों के साथ matching ki jewellery vagaira भी तो ले जानी पड़ेगी इसलिए आपको सामान ज्यादा लग रहा है।
ड्राइवर सभी सूटकेस और trolley bag को गाड़ी में ले जाकर रखता है, हनी और निवि मिलकर सारे बैग को check karke रखवाने लगती हैं। फिर सब लोग अपनी अपनी गाड़ी में बैठने लगते हैं।
विहान हनी के बगल आकर खड़ा होता है और धीरे से कहता है पागल लड़की कितनी बार मैंने तुम्हें कितने मैसेज किए एक भी मैसेज का तुमने कोई जवाब नहीं दिया कहां रहता है तुम्हारा ध्यान हनी मुस्कुराते हुए चुपचाप आगे बढ़ गई विहान उसके पीछे जाता है और पूछता है बोलो,,,, कुछ बोलोगी??
हनी ने कहा किसने कहा था कि मेरी मां के पैर से अपना पैर touch कराने को ऐसी हरकतें करेंगे तो मजाक तो बनेगा ही यह कहकर हनी हंसते हुए गाड़ी में बैठ जाती है।
बिहान भी उसी गाड़ी में जाकर बैठ जाता है तभी विहान की मॉम भी आकर उसी गाड़ी में बैठ जाती हैं निवि अपनी मां के साथ दूसरी गाड़ी में बैठने के लिए जाती है नव्व्या विहान के डैड से कहती हैं अंकल आप मेरे साथ बैठ जाइए विहान के डैड बोले अभी तो तुमको ऑफिस जाना होगा नव्या ने कहा अरे अंकल आप बैठिए पहले तो मैं फॉर्म हाउस जाऊंगी उसके बाद वहीं से ऑफिस चली जाऊंगी सब लोग फॉर्म हाउस के लिए निकल पड़ते हैं इधर सौरभ सुबह से फार्महाउस के decoration मैं व्यस्त रहता है उसे नाश्ते तक का होश नहीं रहता ग्रैनी उसे ढूंढते ढूंढते आती हैं और कहती हैं। सुबह से तू कहां busy hai ना तो तू अपनी ग्रैनी के पास आया ना ही नाश्ता किया सौरभ बोला हां ग्रैनी आज मैं थोड़ा फार्महाउस का डेकोरेशन कराने लगा क्योंकि अभी कुछ देर बाद नव्या जी और उनकी फैमिली यहां रुकने के लिए आ रही है। ग्रैनी सौरभ का हाथ पकड़कर जबरदस्ती लेकर जाते हुए कहती है चलो पहले तू कुछ खा लो उसके बाद यह decoration तो होती ही रहेगी सौरभ बोला ग्रैनी मुझे भूख नहीं है ग्रैनी ने कहा जानती हूं अब नव्व्या जो आने वाली है तो अब तुझे भूख प्यास कुछ नहीं रहेगी अब तुझे अपनी ग्रैनी की बात मानने की क्या जरूरत है सौरभ मुस्कुराते हुए कहता है तुम भी भाव खाने लगी हो ग्रैनी ,नव्या का असर धीरे-धीरे तुम पर भी आ रहा है। मैं भला ऐसा कभी कर सकता हूं कि अपनी ग्रैनी की बात ना मानूं ग्रैनी मुस्कुराते हुए कहती है हां मुझे पता है इसीलिए तो मैंने तुझसे जानबूझकर ऐसा कहा ताकि तू तुरंत नाश्ता करने चल दे सौरभ ग्रैनी के,
साथ नाश्ता करने चला जाता है। सौरभ नाश्ता करता ही रहता है तभी नव्या की फैमिली और नव्या सब लोग फार्महाउस आ जाते हैं, सौरभ चूंकि उस समय नाश्ता कर रहा था इसलिए वह किसी से कुछ बोलता नहीं और चुपचाप नाश्ता करता रहता, नव्या को उसका यह व्यवहार बिल्कुल अच्छा नहीं लगता उसे लगता है कि उसकी फैमिली की उसने जानबूझ कर insult ki hai है। नव्यां अपने मन में सोचती है इसी कारण से मैं इस रईसजादे के यहां नहीं आना चाहती थी कितना घमंड है इसके अन्दर लेकिन नाश्ता करने के बाद सौरभ उठकर नव्या की मां और विहान की मॉम दोनों के पैर छू कर मिलता है।़़ लेकिन नव्या से वह जानबूझकर कुछ नहीं बोलता और चुपचाप अपने कमरे में जाकर ऑफिस जाने की तैयारी करने लगता है नव्या का उसका इस तरह ignore karna पसंद नहीं आता वह पीछे पीछे सौरभ के कमरे तक जाती है सौरभ उसको देख लेता है फिर भी जानबूझकर वह तैयार होने में व्यस्त हो जाता है।
आगे जानने के लिए पढ़ते रहिए "तड़प तेरे प्यार की "और हमें समीक्षा करके जरूर बताइए कि हमारी यह कहानी आपको कैसी लगी प्लीज लाइक भी जरूर करिए🙏 क्रमशः