कसक तेरे प्यार की,,,
भाग 13
अब तक आपने पढ़ा नदीम सीमा से कहता है कि सबके सामने खुश होने का ड्रामा करो और सीमा कहती है मैं क्यों करूं ड्रामा मैंने क्या बिगड़ा है तुम्हारा,,,अब आगे 👉
इसी बीच,,,एक घंटे बाद ब्यूटीशियन उसको तैयार करने के लिए आती है,,,,, तभी तकरार का सिलसिला बीच में रुक जाता है और नदीम सीमा को ऐसे देखता है जैसे कुछ बात ही ना हुई हो,,,।
" ब्यूटीशियन से कहता है,,,,,!"
" आप आइए और अपना काम शुरू कर दीजिए,,,,!" "हमारी बेगम को वैसे मेकअप की जरूरत नहीं,,,,, !"
"फिर भी आप अगर उनके हुस्न में चार चांद लगा सकती हैं तो ज़रूर लगाइए,,,, !"
"और वह मुस्कुरा कर सीमा की तरफ़ देखती है,,,,!"
"फिर वह सीमा का मेकअप करती है,,,,,,,,।"
" सीमा एक तो पहले से ही बहुत ख़ूबसूरत है ऊपर से मेकअप के साथ और भी खूबसूरत लग रही है।"
"आज उसने जो सूट पहना है बेहद ख़ूबसूरत है अम्मी जान ने लखनऊ में तैयार करवाया था गोल्डन कलर का सूट बारीक सितारों से झिलमिला रहा था,,।"
" मगर सीमा का दिल किसी चीज़ में नहीं लग रहा था जब शौहर ही अपना ना हो,, तो सारी चीजें बेकार लगती हैं।"
"वह बार-बार अपने गहने और कपड़ों को देखती रही और दिल में सोचती रही इतने शौक़ से बनवाए थे यह सब क्या ख़बर थी कि यह चीजें मुझे ख़ुशी नहीं दे पाएंगी,,।"
"तभी वह देखती है सामने से नदीम भी तैयार हो कर आता है सीमा को मैरिज हॉल ले जाने के लिए,,, ।"
काले रंग का बेहतरीन सूट पहन रखा है जो सीमा के घर के लोगों ने उसके लिए बहुत शौक़ से बनवाया था,,!
" कंट्रास टाई घड़ी हर एक चीज बहुत शौक से खरीदी गई थी,,, नदीम जिसे पहने हुए खड़ा था किसी राजकुमार से कम नहीं लग रहा था,,,!"
"सीमा उसको देखती है तो बस देखती ही रह जाती है,,!"
" नदीम कहता है अरे इस तरहां क्यों घूर रही हो,,,!"
"इस तरहां मुंह क्यों फुला रखा है,,,!"
"चहरे पर मुस्कान लाओ,,,!"
"लोग देख रहे हैं!"
"मैरिज हॉल पहुंचना है,,,,!"
" तुम्हें लेकर जाने का काम अब्बू ने मुझे ही सौंपा है,,, "और सीमा चुपचाप नदीम के साथ रूम से बाहर निकलती है,,!"
सामने से वसीम आ जाता है दोनों को देखकर वह भी देखता ही रह जाता है और कहता है,,,।
" आप दोनों की जोड़ी बेहद खूबसूरत लग रही है !"
"एक फोटो तो बनता है,,!"
" रुको रुको,,,,एक सेल्फ़ी भी लेता हूं !"
और दोनों के बीच में खड़े होकर सेल्फ़ी लेने के बाद सीमा से कहता है" भाभी बस अब बहुत हुआ जल्दी मेरे लिए भी कोई लड़की ढूंढ लाएं,,!"
" बिल्कुल आप जैसी होनी चाहिए,,, !"
"काश आपके कोई जुड़वा बहन होती मैं तो उसी से शादी कर लेता,,,!"
" फिर भैया से कहता है आप बहुत ख़ुश किस्मत हैं बिना देखे भाले ही आपको इतनी हसीन शरीके हयात मिली है!"
"वाह री क़िस्मत आपके तो मज़े आ गए और नदीम कहता है ठीक है,,, ठीक है ,,,अब देर हो रही है चलने भी दो!"
"नदीम, वसीम से कहता है तुम भी हमारे साथ चलो"
"नदीम कहता है चलिए गाड़ी मैं चला लेता हूं "
"भाभी बोर हो जाएंगी आप उनसे बातें करते रहिए !"
"और नदीम कहता है तुम हो साथ में तो भला कोई बोर कैसे हो सकता है,,,,,।"
सीमा अब तक समझ चुकी है कि नदीम लोगों से बहुत डरता है,,, लोग देख रहे हैं यह मत करो,,, लोग देख रहे हैं वह मत करो,,,,वह अपने देवर वसीम से कहती है,,,
आगे की कहानी जानने के लिए पढ़ते रहें,,,,,,,
कसम तेरे प्यार की,,,,
👉👉👉👉👉👉👉👉👉👉 क्रमशः
मौलिक रचना-सय्यदा खा़तून,, ✍️
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