अब तक आपने पढ़ा नदीम जेबा की शादी से वापस आता है तो बहुत उदास और डिप्रेशन में रहता है बार-बार वह अपनी जिंदगी को ख़त्म करने की सोचता है,,,,,,,,,,,।
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तभी उसकी आंखों के सामने उसकी मां का चेहरा घूम जाता है जो पल पल उसकी जिंदगी और खुशियों की खुदा से भीख मांगती रहती है,,,
और वह सोचता है,,,,यह जिंदगी सिर्फ़ मेरी अपनी नहीं,,, मेरे मां-बाप के भी बहुत से अरमान जुड़े हैं मेरे साथ,,,,, मैं पहले भी उन लोगों को जीते जी मार चुका हूं बड़ी मुश्किल से वह लोग अब कुछ संभल पाए हैं,, मैं उनको और तकलीफ नहीं दे सकता,,,
उन को ख़ुश रखने के लिए मुझे ज़िंदा रहना पड़ेगा वरना दिल तो करता है आग लगा दूं पूरी दुनिया को,,, और यह सोचते हुए उसे नींद आ जाती है,,,।
सुबह उसको जगाते हुए अम्मी जान कहती हैं क्या हुआ नदीम रात बहुत देर से आए,,, हम लोग तुम्हारा इंतज़ार करते करते सो गए थे नदीम जी मम्मी मैं अपने दोस्त की शादी में गया था,,,।
आपको तो बता कर गया था दो-तीन दिन लग जाएंगे,,, हां वह तो ठीक है,,, मां हूं ना,,,,, थोड़ी देर हो जाती है तो दिल घबराने लगता है,,,।
खुदा तुम्हारी लंबी उम्र करे हर वक़्त तुम्हारी फिक्र लगी रहती है बस अब जल्दी से मेरी बहू को ले आओ ताकि तुम्हारी तरफ़ से बेफिक्री हो जाए,,,,,,।
जी अभी बात करता हूं आप बिल्कुल फिक्र ना करें,,,अभी टाइम लगेगा,,, आप बिल्कुल परेशान ना हों,,,,,,,।
अम्मी अब फिक्र की तो बात ही नहीं तुम्हें तुम्हारी पसंद की शादी करनी है अब फिक्र कैसा और नदीम ख़ामोश हो जाता है,,,।
उसकी समझ में नहीं आ रहा किस मुंह से मां को बताएं वह ज़ेबा को विदा करके आ रहा है,,, उसके प्यार को किसी की नज़र लग चुकी है ,,,,,,।
और अब ज़ेबा उसकी नहीं रही,,, यह सदमा उससे क्या करवाएगा कुछ नहीं पता मां को समझाने के लिए वह कुछ सोच रहा है,,,,।
मां के सवालों से बचने के लिए नदीम अब ज़्यादातर घर से बाहर ही रहता है,,, ज़्यादा से ज़्यादा समय फैक्ट्री में बिताता है,, या फिर इधर-उधर,, और घर में बहुत कम समय रहता है,,,।
सुबह नाश्ते के समय नदीम की मां उससे कहती है,,,,,, सोचती हूं अब आरिफ की शादी भी कर देनी चाहिए,, तुम अपनी शादी की डेट फिक्स करो तो फिर हम आरिफ़ के लिए भी लड़की ढूंढना शुरू करें,,,,,,।
या फिर उससे भी पूछते हैं यह किस से शादी करना चाहता है कोई पसंद कर रखी होगी तो भाई मुझे पहले ही बता देना,,,,,,, मेरा काम आसान हो जाएगा,,,,,।
नदीम मां के गले में हाथ डालकर कहता है आप आरिफ़ के लिए लड़की तो देखना शुरू करें या पूछ ले उससे,, और मेरी तरफ़ से तो बिल्कुल बेफिक्र हो जाएं मैं जब करना चाहूंगा तो देर भी नहीं लगेगी,,,,।
आरिफ की शादी मेरी वजह से लेट ना करें वैसे भी तलाक़ वाली बात अभी कोई नहीं जानता,,, मेरी शादी तो इस बार आप चुपचाप ही कर लीजिएगा लोगों को बताने की कोई जरूरत नहीं,,,,।
हां आरिफ की शादी खूब धूमधाम से करिएगा,,, मां कहती है मैं तो तुम्हारी शादी भी धूमधाम से ही करूंगी भले ही तुम्हारी दूसरी शादी है ।
पर जिस लड़की से कर रहे हो उसके भी कुछ अरमान होंगे उसकी तो पहले ही शादी है और नदीम कहता है जैसा मौक़ा होगा,,,, देखा जाएगा आप आरिफ की शादी पर ध्यान दें,,,,
आगे कहानी क्या मोड़ लेती है जानने के लिए धारावाहिक कसक तेरे प्यार की सीजन 2
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मौलिक रचना सय्यदा खा़तून ✍️
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