कसक तेरे प्यार की सीजन टू ( भाग 49)
अब तक आपने पढ़ा आतिफ की शादी की तैयारियां चल रही है सीमा भी शादी में यह सोच कर बहुत ख़ुश है उसकी दोस्त दुल्हन बनके उसके घर आ रही है,,,
अब आगे 👉
नानी मुंह में पान दबाए हुए बैठी हैं,,, और इधर उधर आंखें मटका मटका कर शादी में क्या-क्या होगा,,, कौन कौन से गाने गाए जाएंगे,,,, कौन कौन डांस करेगा यह सब तय कर रही हैं,,,,,।
नानी इस बार दादी जान को तैयार कर रही हैं,,, डांस के लिए और दादी जान कहती हैं अरे मैंने कभी डांस नहीं किए,,,,,, बस तू ही काफी है धमाल मचाने के लिए,,,।
और नानी कहती हैं हां हां मैं तो मचाऊंगी ही धमाल पर तुझे क्या हुआ,,,,,, अरे हां मैं तो भूल ही गई तू तो बुढ़िया हो गई ना ,,,,,,,।
और सबका हंसते-हंसते बुरा हाल हो जाता है जब जवाब में दादी जान कहती हैं वह तो सब ठीक है पर तू जो बच्चा बन गई है उसका क्या करूं,,,।
यहां दादी और नानी की नोकझोंक चल रही है और उधर आयशा के घर भी शादी की तैयारियां हो रही है आतिफ़ बार-बार आयशा से मिलने के लिए फोन करता है और उधर से आयशा कहती है,,, ।
आज उबटन की रस्म हो रही है,,, अम्मी जान कह रही थीं,,, उबटन की रस्म हो जाने के बाद लड़की लड़के से नहीं मिलती अब तुम मुझे सीधा शादी में ही देखना निकाह के बाद,,,।
और आतिफ़ उफ़्फ यह रस्मे भी ना इधर नानी भी तंग कर रहीं हैं,,, वह तो फोन तक नहीं करने देतीं मैं छुप कर तुमसे बात कर रहा हूं यार,,, ।
मैं चाहता हूं यह फासला पल में ख़त्म हो जाए और तुम मेरी हो जाओ,,,,।
आयशा ठीक है मजनू साहब थोड़ा सब्र करें,,, इस तरहां क्या घूर घूर कर देख रहे हैं ,, अरे तुम भी कमाल करती हो दिल भर कर देख लेने दो,,, ताकि रात को चैन से सो सकूं,,,।
हां-हा़ देखलो,,, क्योंकि आज के बाद मैं तुम्हें शादी होने तक विडियो काल नहीं करूंगी,,,
आतिफ,,,, वो किसलिए,,,
अम्मी ने मना किया है,,,अब शादी तक कुछ नहीं,,,।
मैं तो हर रोज़ यही गाना धीमी आवाज़ करके सुनता हूं फिर भी नानी को पता नहीं कहां से आवाज़ चली जाती है,,
सुहानी रात ढल चुकी ना जाने तुम कब आओगे हवा भी रुख बदल चुकी ना जाने तुम कब आओगे,,,
फिर शुरू हो जातीं है नानी,,,, आएगी आएगी इतना पागल भी ना बन,,, ।
इधर आयशा भी हंसते हुए कहती है मेरा भी यही हाल है दिल चाहता है पंख लगा कर चुपके से तुम्हारे पास पहुंच जाऊं,,,।
और दिल भर कर तुम्हें बस देखती ही रहूं,,,,।
आतिफ,,, अच्छा तो यह बात है तो तुम भी हमसे मिलने के लिए दीवानी हो रही हो,,।
"हां हां मैं देखना चाहती हूं शेरवानी में दूल्हा बनकर मेरा बंदर कैसा लगने वाला है,,!"
" बंदर शेरवानी नहीं पहनते सुना तुमने,,,,, !"
"हां इसीलिए तो मना किया था मैंने तुमसे,,, सूट बनवा लेते अच्छा लगता अक्सर बंदर सूट में अच्छे लगते हैं,,!" "आतिफ हंसते हुए कहता है,, तुम आ जाओ एक बार गिन गिन के बदले लूंगा ,,,,!"
आगे की कहानी जानने के लिए पढ़ते रहिए धारावाहिक कसक तेरे प्यार की सीज़न टू,,
मौलिक रचना सय्यदा खा़तून ✍️
---------------🌹🌹🌹-------