कसक तेरे प्यार की,,
(भाग 5)
तक आपने पढ़ा सीमा रुख़सत होकर ससुराल आ चुकी है जहां लड़कियों ने अंदर आते हुए उस पर फूलों की बारिश की है,,, और अब आप सीमा अपने घर में आ चुकी है,,,, अब आगे,,,, 👉
दुल्हन को सजे हुए खूबसूरत स्टेज पर बिठाया गया,,, लाल रंग के फर्शी ग़रारे के सूट में वह बहुत दिलकश लग रही थी,,, ज़री के काम का नेट का दुपट्टा चेहरे पर पड़ा था,, और उसमें चमकता हुआ सीमा का चेहरा चौधवीं के चांद से कम नहीं लग रहा था,,,,!
आनन-फानन में सब जगह शोर मच गया नदीम की दुल्हन बहुत खूबसूरत आई है,,, सुन-सुन कर सीमा फूली नहीं समा रही थी,, 2,4 रस्मो की अदायगी के बाद,, सीमा को उसके कमरे में पहुंचा दिया गया,,,,!
वसीम ने भाभी को छेड़ते हुए कहा आज तो भैया की ख़ैर नहीं,,, क्या गज़ब ढा रखा है आपने,,,,,, भैया तो दिल थामे सोफे पर बैठे हैं,,,, आपकी एक झलक ने ही उनको दिवाना बना दिया है,,,,।
वैसे भाई जान भी किसी से कम नहीं,, अम्मी ने वसीम को डांटते हुए कहा,,,!
" तू क्या कर रहा है यहां,,,!"
और वसीम दबे पांव कमरे से बाहर चला गया
लेकिन एक ही पल कुछ याद करके अंदर आया ,,,अरे अम्मी जान आप नहीं जानती आजकल के दौर को कुछ गाने तो सेट कर दो हल्की आवाज़ में बजते रहेंगे भाभी के कमरे में कम से कम बोर तो नहीं होंगी,,,,,,!
वैसे तो भैया इंतज़ार में ही बैठे हैं कब कमरा ख़ाली हो और कब वह अंदर आए,,,, अब तो आकर गाने चलाने से रहे अब यह काम तो भैया के लिए मुझे ही करना पड़ेगा ना,,, छोटा भाई हूं आखि़र ,,,,, इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान मुझे ही तो रखना है,,,गाने चलाकर वसीम कमरे से बाहर निकल गया,,,, !
सीमा ने सकून का सांस लिया अब कमरे में उसके अलावा कोई नहीं उसने कमरे का जायज़ा लिया कमरा बेइंतहा ख़ूबसूरत सजा हुआ था,,,,!
गुलाब के फूलों की भीनी भीनी खु़शबू उसको मदहोश कर रही थी पूरे बिस्तर पर गुलाब की पंखुड़ियां बिखरी हुई थी,,,,।
यहां तक के जब वह कमरे के अंदर लाई गई तो नंदों ने फूलों की बारिश करके उसका स्वागत किया बड़ा ही शाही और बहुत ही ख़ूबसूरत अरेंजमेंट था जिसकी हर लड़की तमन्ना अपने दिल में संजोकर रखती है,,,!
सब कुछ ख़्वाबों जैसा दिखाई दे रहा था ऊपर से धीमी आवाज़ में चलता हुआ गाना,,,,,!
आज की रात बड़ी शोख़ बड़ी नटखट है
आज तो तेरे बिना नींद नहीं आएगी
आज तो तेरे यहां आने का यह मौसम है
अब तबीयत ना ख़्यालों से बहल पाएगी
देख वो छत पर उतर आई है सावन की घटा
बिजली रह रहे के पहाड़ों पर चमक उठती है
सूनी आंखों में कोई ख़्वाब जो ले अंगड़ाई
दिल की है,, यह बात ना होठों से कही जाएगी
आज तो तेरे बिना नींद नहीं आएगी,,,,,
आगे की कहानी जानने के लिए पढ़ते रहिए कसक तेरे प्यार की,,,,
👉👉👉👉👉👉👉👉 क्रमश :
मौलिक रचना सय्यदा खा़तून,, ✍️
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