कसक तेरे प्यार की सीज़न टू (भाग 46)
अब तक आपने पढ़ा नदीम अपने किए पर पछता रहा है,, और दूसरी तरफ आतिफ़ की आयशा से मंगनी हो चुकी है अब आगे 👉
नानी जान आति़फ के अम्मी अब्बू के साथ जाकर शादी की तारीख़ तय कर लेती हैं,,, और बहुत धूमधाम के साथ आतिफ की शादी की तैयारियां चल रही है,,,,।
सीमा आज कॉलेज से ही मार्केट आ जाती है छोटा-मोटा अभी कुछ सामान खरीदने से रह गया था,,, बस वही लेना था उसको,,,,,।
जैसे ही वह शॉप से बाहर आई तभी उसकी मुलाकात वसीम से हो गई,,, जैसे ही वसीम ने सीमा को देखा,,,, तो देखता ही रह गया ।
सीमा के क़रीब जाकर उसको सलाम करते हुए सीमा से पूछा,,, कैसी हैं आप,,,,,,।
सीमा ने कहा मैं तो ठीक हूं आइए कॉफी पीते हैं वहीं कुछ बात होगी,,,।
सीमा ना चाहते हुए भी वसीम के साथ कॉफी पीने आ जाती है,,,,।
वसीम सीमा से कहता है हमसे बहुत बड़ी गलती हुई है भाभी,,, ।
सीमा उसको रोकते हुए कहती है मैं अब तुम्हारी भाभी नहीं हूं,,,,,,,प्लीज मुझे गाली ना दें मुझे मेरे नाम से पुकारे,,
और वसीम शर्मिंदा होते हुए सॉरी बोलता है,,, क्या है जाने दे गलती हो गई वैसे भी हमने एक दूसरे के साथ दोस्ती का रिश्ता निभाया है,,, ।
हां बिल्कुल मैं तुम्हें अपना दोस्त ही मानती हूं तभी तो तुम्हारे साथ आ गई,,, ठीक है आज से यह दोस्ती पक्की जो कुछ भी तुम्हारे साथ हुआ उसका मुझे क्या सारे घर के लोगों को बहुत अफसोस है ।
हम क़सूरवार हैं तुम्हारे सीमा कहती है तुम सब लोगों ने तो मुझे बहुत अपना समझा तुम क्यों माफी मांगते हो दोस्ती में सॉरी और माफ़ी की कोई जगह नहीं होती,,, ।
बस यह समझो यह तकलीफ मेरे किस्मत में लिखी थी,,,, सीमा अम्मी के बारे में पूछती है वसीम बताता है वह भी तुम्हें बहुत याद करती हैं।
और उन्होंने नदीम भाई से कह दिया है तू जल्दी से जल्दी जेबा से शादी कर ले जितना जल्दी हो उसको घर ले आ
बस कुछ ही दिनों में उनकी शादी की तैयारियां शुरू होंगी सीमा कहती है हमारे यहां भी आतिफ़ की शादी होने वाली है।
वसीम खुश हो जाता है अच्छा क्या वह अपनी पसंद से कर रहा है,,,, हां नानी ने उससे पूछ लिया था कोई लड़की पसंद है तो बता दे।
किस से हो रही है आतिफ की शादी ?
मेरी दोस्त आयशा से ।"
"अरे वाह तुम्हारी शादी में देखा था उसे वह बहुत हंसमुख और अच्छी लगी थी,,, सबको।
" हां तभी आतिफ ने उसे पसंद कर लिया था और घर के सब लोगों को भी वह बहुत पसंद है अब बहुत जल्द ही शादी होने वाली है!"
"उसी की तैयारी में लगी हूं !"
"हां,,।"
"वसीम कहता है,,,," अम्मी कह रही थी तुम कॉलेज में प्रोफेसर हो गई हो,,,!"
आगे जानने के लिए देखते रहे,,,,,,,,,।
कसक तेरे प्यार की सीज़न टू
मौलिक रचना सय्यदा खा़तून ✍️
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