जैसी नव्या आगे की ओर बढ़ती है पीछे से सौरभ कहते हैं अरे!! ,यह कौन सी बात हुई मैंने आपको propose किया और आप बिना उसका answer दिए आगे बढ़ गई।
देखिए नव्या जी यह तो गलत बात है, नव्या ने कहा मिस्टर सिंघानिया आप अपनी यह नौटंकी बंद करिए और चलिए मुझे बताइए कि मेरा कमरा कहां है, ???
सौरभ ने मुस्कुराते हुए कहा अरे वाह आते ही अपना हक जताना शुरू कर दिया आपने आप तो एक typical wife की तरह हुकुम चला रही है।
नव्या नाराज होती हुई बोली रहने दीजिए कोई बात नहीं मैं यही हांल में ही सो जाती हूं ,सौरभ ने सोचा कि इसका कोई भरोसा नहीं यही हांल में सो गई तो ग्रैनी क्या सोचेंगी, यह सब सोचकर सौरभ नव्या का हाथ पकड़ते हुए उसे ऊपर की तरफ ले जाते हुए कहते हैं,।
नव्या जी चलिए लिए हॉल में मत सोइए हमारे यहां हॉल में कोई नहीं सोता ऊपर कमरे में अपने बेडरूम में सोइए, नव्या सौरभ से अपना हाथ छुड़ाने की कोशिश करती है ,सौरभ ने कहा छुड़ा सकती है।
तो छुड़ा लीजिए वैसे मैंने छोड़ने के लिए आपका हाथ नहीं पकड़ा नव्या ने ताने देते हुए कहा अच्छा तो आप लोग भी यह सारे रिश्ते समझते हैं, सौरभ ने कहा मतलब नव्या बोली हमने सोचा कि आप लोग तो हाथ सिर्फ छोड़ने के लिए ही पकड़ते हैं।
लेकिन आज आपके मुंह से यह सुनकर अच्छा लगा कि आप लोग भी हाथ पकड़ने के बाद कम से कम छोड़ते तो नहीं, सौरभ ने कहा नव्यां जी आप कहना क्या चाहती है, मैं अच्छे से समझ रहा हूं ।
नव्या बोली अगर समझते तो शायद हम इस मोड़ पर न खड़े होते ऐसा कहते हुए सौरभ का हाथ झटक कर नव्या सौरभ से आगे बढ़कर ऊपर चली जाती है, सौरभ उसको ऊपर जाते देखता है ,लेकिन कुछ कह नहीं पाता अंदर कमरे में जैसे ही नव्या पहुंचती है अंदर का दृश्य देखकर उसकी आंखें खुली की खुली रह जाती है जैसे उसके कमरे में सजावट थी, हूबहू वैसी सजावट हुबहू वैसी चादरे वैसे पर्दे सब कुछ वैसा ही नव्या को यह देखकर थोड़ी हैरानी होती है, और वह अपने मन में सोचती है कि मिस्टर सिंघानिया तो किडनैप थे तो फिर यह सारी तैयारीयां कैसे की क्या उनको पहले से पता था कि मैं इस कमरे में आऊंगी या फिर कई दिनों पहले ही उन्होंने , room ka decoration मेरे रूम के हिसाब से करा दिया लेकिन नव्या सोचती है की सुबह जब मैं आई थी तो ऊपर मेरी नजर पड़ी थी तब पर्दे दूसरे लगे हुए थे इस समय पर्दे दूसरे हैं इसका मतलब तो यही है कि सौरभ को पूरा यकीन था कि मैं इस कमरे में आज जरूर आऊंगी, तभी नव्या के मोबाइल पर जो शख्स पकड़ा गया था उसी के भाई का फोन आता है, सौरभ भी आश्चर्य से नव्या की ओर देखने लगते है। और सोचते है इतनी रात में 2:00 बजे आखिर नव्यां जी को कौन फोन कर सकता है, फिर सौरभ ने सोचा हो सकता है घर से फोन हो, क्योंकि आधी रात को हो सकता है बिना बताए किसी को यहां फार्म हाउस चली आई हो, नव्यां के बात करने के अंदाज से सौरभ को शक होता है कि घर का फोन तो नहीं है, हो ना हो नव्या किसी और से बात कर रही थी उस आदमी का भाई कह रहा था कि मेरे भाई को सुबह जल्द से जल्द पुलिस के चंगुल से छुड़ाइए नव्या उससे कह रही थी आप परेशान मत होइए मैं हूं मैं कुछ करती हूं इसी कारण से सौरभ का मन नहीं मान रहा था कि घर से किसी ने फोन किया है, जैसे ही नव्या फोन पर बात करना बंद करती है सौरभ नव्या के पास आकर कहते हैं कोई परेशानी की बात है, तो फिर मुझे बताइए नव्या ने कहा अरे नहीं मिस्टर सिंघानिया कोई परेशानी की बात नहीं है, सौरभ ने कहा नव्या जी आप मुझे सौरभ भी कह सकती हैं नव्या इतना ज्यादा घबरा गई थी और बार-बार अपने मन में यह सोच रही थी कि अगर मिस्टर सिंघानिया को सच्चाई पता चल गई तो क्या होगा , फिर नव्यां सोचती है । उसके भाई को तो मैं जानती भी नहीं मेरा नंबर उसके भाई के पास कैसे आया और ऊपर से उसकी इतनी हिम्मत कि वह किसी लड़की को 2:00 बजे रात फोन कर दे,अब मुझे कुछ भी करके सुबह जल्दी जाकर उस बेवकूफ आदमी को छुड़ाना ही पड़ेगा, तभी सौरभ ने पूछा कैसा लगा नव्यां घबराकर कर बोली क्या सौरभ ने मुस्कुराते हुए कहा आपका ध्यान कहीं और है नव्या जी नव्या अपने चेहरे का पसीना पोछते हुए बोली आप इस कमरे की सजावट की बात कर रहे हैं ना हुबहू मेरे कमरे के जैसा है सौरभ ने कहा अरे वाह आपने तो पहली नजर में इसे अपना कमरा कह दिया नव्या ने कहा जी नहीं अपना कमरा नहीं अपने कमरे के जैसा कहा शायद आपने ठीक से सुना नहीं सौरभ बोला तो अब नव्व्या ने कहा तो अब क्या, सौरभ बोला आप बताइए, नव्या ने कहा मिस्टर सिंघानिया मेरा बिस्तर कौन सा है please आप मुझे बता दीजिए तो मैं जाकर उस पर सो सकूं सौरभ ने कहा किसी भी बिस्तर पर आप सो सकती हैं, मैं आपकी तरह नहीं हूं की खुद बेड पर लेट जाऊं और दूसरे को सोफे पर सुलाऊ, मैं तो खुद भी बेड पर सोता हूं दूसरों को भी बेड देता हूं सोने के लिए नव्या ने सौरभ की ओर हाथ जोड़कर कहां बहुत मेहरबानी आपकी शुक्रिया और अगर आपकी आज्ञा हो तो मैं सो जाऊं वैसे भी रात काफी देर हो चुकी है इसलिए हो सके तो आप भी सो जाइए सौरभ ने हंसते हुए कहा जी मिसेज सिंघानिया मैं तो भूल ही गया था कि मेरा ध्यान रखने के लिए मिसेज सिंघानिया यहां है मेरे बेडरूम में नव्या ने मुंह बना कर कहा मुझे यह बता दीजिए कि washroomकिधर है ,सौरभ ने उंगली से इशारा करते हुए कहा वह रहा आपका वॉशरूम और अगर हां आपको कपड़े चेंज करने को तो आप मेरे कपड़े पहन सकती हैं मुझे कोई एतराज नहीं है नव्याने सौरभ की ओर घूर के देखा और कहां जी नहीं मैं उन्हीं कपड़ों में ठीक हूं।
आगे जाने के लिए पढ़ते रहिए तड़प तेरे प्यार की और हमें समीक्षा करके जरूर बताइए कि हमारी यह कहानी आपको कैसी लगी प्लीज लाइक🙏👍👍 क्रमशः।।।