

हर संडे को वीकएंड खत्म होने के बाद पूरी दुनिया मंडे को काम पर जाने के लिए तैयार होती है. लेकिन एक देश ऐसा भी है जो आज मंडे होने के बाद भी छुट्टियां मना रहा है. ये देश है अमेरिका, जहां लगभग 99 साल के बाद चार घंटे तक सूरज नहीं निकलेगा. आज पूरी दुनिया में 99 साल के बाद पूर्ण सूर्यग्रहण होने जा रहा है, जिसका सबसे ज्यादा असर अमेरिका में देखने को मिलेगा. अमेरिकी भी आज के दिन के लिए खासे उत्साहित हैं और पूरे देश में जगह-जगह पर इस सूर्यग्रहण को देखने के लिए खास इंतजाम किए गए हैं. ये सूर्यग्रहण अमेरिकी समय के मुताबिक सुबह 10.15 मिनट से ऑरेगन के तट से दिखने लगेगा और दक्षिण कैरोलीना के तट पर दोपहर 2.50 बजे खत्म होगा. भारत में यह ग्रहण रात में 9.15 मिनट से शुरु होगा और रात में 2.34 मिनट पर खत्म होगा. भारत में इस दौरान रात रहेगी, इसलिए यहां ग्रहण नहीं दिखेगा.
4486 करोड़ रुपये का होगा नुकसान
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो पूर्ण सूर्यग्रहण का नजारा देखने के लिए अमेरिका की कई कंपनियों ने छुट्टी घोषित कर रखी है. वहीं कई कंपनियों के कर्मचारियों ने छुट्टी भी ले रखी है और वे अपने परिवार के साथ सूर्यग्रहण का नजारा देखने की तैयारी में हैं. वर्कर आउट्प्लेसमेंट फर्म चैलेंजर, ग्रे ऐंड क्रिसमस, इंकॉर्पोरेशन का अनुमान है कि अमेरिका में छुट्टियों की वजह से एक दिन में तकरीबन 4486 करोड़ रुपये का नुकसान होने जा रहा है. अमेरिका में सूर्यग्रहण देखने के लिए लगभग 8 करोड़ कर्मचारियों ने छुट्टी ले रखी है.
नासा ने की हैं तैयारियां
सूर्यग्रहण के लिए अमेरिका में खास तौर पर तैयारियां भी की गई हैं. नेशनल एयरोनॉटिक्स ऐंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) ने पूर्ण सूर्यग्रहण का लाइव टेलिकास्ट करने की तैयारी की है. लाइव टेलिकास्ट 12 जगहों से होगा. इसके लिए नासा की ओर से आसमान में गुब्बारे, जिन्हें माइक्रोस्ट्रेट कहते हैं, भी भेजे जा रहे हैं, जो धरती से परे जीवन का पता लगाने की कोशिश करेंगे. नासा की ओर से सूर्यग्रहण के दौरान तस्वीरें और वीडियो उपलब्ध कराएगा, जिसके लिए हीलियम भरे 50 बलून छोड़े जाएंगे. 80 हजार फुट की ऊंचाई से ये गुब्बारे वीडियो और फोटो भेजेंगे. नासा के इस काम में मोनटाना स्टेट यूर्निवर्सिटी मदद कक रही है.
2000 मील प्रति घंटा होगी रफ्तार
सूर्यग्रहण की छाया तकरीबन 2000 मील/घंटेकी रफ्तार से गुजरेगी. छाया जब ओरेगन और दक्षिण कैरोलिना तक पहुंचेगी तो इसती रफ्तार 1500 मील/घंटे रह जाएगी. इसके अलावा नासा प्लेन से भी ग्रहण देखेगा, जिसके लिए बॉम्बर प्लेन डब्ल्यूबी-57 एफ को चुना गया है. इस दौरान प्लेन की स्पीड 460 मील/घंटा होगी. ग्रहण के दौरान 50 हजार फीट की ऊंचाई पर सामान्य से 30 गुना अधिक अंधेरा होगा.
पिकनिक जैसा माहौल
अमेरिका के लोग सूर्यग्रहण को पिकनिक की तरह मनाने की तैयारी में हैं. कंपनियों ने भी आज के दिन के लिए कई ऑफर दिए हैं. ग्रहण के दौरान खाने के लिए खास तौर बनी कॉपी, कोल्ड ड्रिंक, चॉकलेट, केक, स्नैक्स और आइसक्रीम बनाई गई है. वहीं पहनने के लिए थ्री डी ग्लासेस, सन ग्लासेस, जूते और टी-शर्ट भी बेची जा रही है. लोग खुले मैदान में इकट्ठा होकर सूर्यग्रहण का नजारा देख सकें, इसके लिए खास तौर पर पार्किंग भी बनाई गई है.
क्यों होता है सूर्यग्रहण
जब सूर्य और पृथ्वी के बीच में चंद्रमा आ जाता है तो सूर्य की चमकती सतह चंद्रमा के कारण दिखाई नहीं पड़ती है. इसे ही सूर्यग्रहण कहते हैं. जब सूर्य का एक भाग छिप जाता है तो उसे आंशिक सूर्यग्रहण कहते हैं. जब सूर्य कुछ देर के लिए पूरी तरह से चंद्रमा के पीछे छिप जाता है तो उसे पूर्ण सूर्यग्रहण कहते हैं. आज होने वाला सूर्यग्रहण पूर्ण सूर्यग्रहण है.
साभार:द लल्लनटॉप