ड्राइविंग लाइसेंस और गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन के लिए अब आधार जरूरी होने जा रहा है. सरकार इस पर गंभीरता से विचार कर रही है. इससे फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस पर रोक लगने के साथ ही वाहनोंं की चोरी भी रुकेगी. इतना ही नहींं, इस कदम से देश में ड्राइविंग लाइसेंस रखनेे वालोंं का एक डेटाबेस तैयार होगा और आम आदमी बिना किसी झंझट के आसानी से कम समय में एक राज्य से दूसरे राज्य में व्हीकल ट्रांसफर करा पाएंगे.
आधार के साथ लिंक होगा ड्राइविंग लाइसेंस!
बीपीआरएंडडी की ओर से आयोजित देश के युवा एसपी और कमांडेंट के पहले राष्ट्रीय सम्मेलन में आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि फर्जी लाइसेंस पर रोक लगाने के लिए उनका मंत्रालय और सड़क-परिवहन मंत्रालय लाइसेंस को आधार से लिंक करने पर विचार कर रहे हैं.
फर्जी लाइसेंस पर लगेगी रोक
सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी ने कहा कि ड्राइविंग लाइसेंस को आधार के साथ लिंक करने से फर्जी लाइसेंस पर रोक लगेगी. गड़करी ने यह बात महाराष्ट्र स्टेट रोड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन और मुंबई पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट के शेयरधारकों एक प्रोग्राम में कही. उन्होंने कहा कि लाइसेंस होल्डर्स का एक सेंट्रलाइज्ड डेटाबेस बनना चाहिए, ताकि जाली लाइसेंस पर रोक लग सके. इस कदम से उन लोगों पर भी कार्रवाई हो सकेगी, जो अलग-अलग राज्य के लाइसेंस बनवा लेते हैैं.
व्हीकल रजिस्ट्रेशन से रुकेगी चोरी
नितिन गड़करी ने कहा कि सरकार व्हीकल रजिस्ट्रेशन को भी आधार के साथ लिंक करना अनिवार्य करने जा रही है. इस कदम के बाद गाड़ियों की चोरी पर रोक लगाने में मदद मिलेगी.
साभार: hindi.news18india.com