नर्सरी से कक्षा पांच तक हमें यही पढ़ाया जाता है कि जिंदगी की तीन मूलभूत आवश्यकताएं हैं- रोटी, कपड़ा और मकान. अंग्रेजी वालों का तो नहीं पता, लेकिन हिंदी मीडियम में तो यही पढ़ाया जाता है. किंतु यही बात पढ़ने वाला लौंडा जब 10वीं-12वीं में पहुंचता है, तब तक उसकी जिंदगी में एक और मूलभूत आवश्यकता जुड़ चुकी होती है- वाई-फाई. आज 2017 में कोई दो लोगों की दोस्ती तभी पक्की मानी जाएगी, जब आपको उसके घर में वाई-फाई का पासवर्ड न मांगना पड़े. बाकी पब्लिक प्लेस वाले वाई-फाई का क्या है, हमने तो लखनऊ के हजरतगंज में दो-दो किलोमीटर लंबी लाइनें देखी हैं. लौंडे भयंकर धूप में भी फुटपाथ किनारे बैठकर फोन में घुसे रहते हैं. ऐसा लगता है, जैसे कोई लंगर चल रहा हो और जनता छके जा रही हो.
लेकिन आपने कभी सोचा है कि फ्री का वाई-फाई मिलने पर जनता क्या देखती और सर्च करती है? अमां इसमें सोचने जैसा क्या है. अडल्ट कॉन्टेंट. इन्कॉग्निटो जिंदाबाद. हर तीन में से एक इंडियन पब्लिक वाई-फाई मिलने पर अडल्ट कॉन्टेंट सर्च करता और देखता है.
पिछले दिनों नॉर्टन बाई सिमैन्टेक स्टडी ने 15 देशों में एक सर्वे किया. इन 15 देशों में ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, हॉन्गकॉन्ग, मेक्सिको, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, सऊदी अरब, ब्रिटेन और अमेरिका के अलावा इंडिया भी था. यहां के लोगों से जब पूछा गया कि पब्लिक वाई-फाई मिलने पर वो क्या देखते और ब्राउज करते हैं, तो बड़े इंट्रेस्टिंग जवाब मिले.
देखिए किन जगहों पर पब्लिक वाई-फाई मिलने पर अडल्ट कॉन्टेंट देखते हैं लोग-
#1. होटल में
इंडियंस- 49%
बाकी दुनिया- 40%
#2. ऑफिस में
इंडियंस- 44%
बाकी दुनिया- 29%
#3. कैफे और रेस्ट्रॉन्ट्स में
इंडियंस- 36%
बाकी दुनिया- 30%
#4. एयरपोर्ट्स पर
इंडियंस- 34%
बाकी दुनिया- 25%
#5. बस और रेलवे स्टेशंस
इंडियंस- 34%
बाकी दुनिया- 18%
#6. सड़कों पर
इंडियंस- 31%
बाकी दुनिया- 24%
#7. दोस्त के घर पर
इंडियंस- 46%
#8. पब्लिक टॉइलेट्स या रेस्टरूम्स में
इंडियंस- 16%
और भी कुछ चीजें हैं, जो जानने लायक हैं-
– 73% भारतीय फ्री वाई-फाई मिलने पर किसी भी तरह की जानकारी शेयर करने से हिचकते नहीं हैं. फ्री सिग्नल के लिए वो कुछ भी शेयर कर सकते हैं.
– 68% भारतीय फ्री वाई-फाई मिलने पर अपने सोशल मीडिया अकाउंट लॉगइन कर लेते हैं.
– 30% भारतीय फ्री वाई-फाई पर अपनी फाइनेंशियल जानकारी भी देखते हैं.
– 33% भारतीय गुस्सा हो जाएंगे, अगर कोई हैकर उनकी प्राइवेट इन्फॉर्मेशन देखता है.
– 30% भारतीय इस पर शर्मिंदा महसूस करेंगे.
– 41% डरा हुआ महसूस करेंगे, अगर कोई उनकी फाइनेंशियल जानकारी को चुरा लेगा.
– भारत में हर तीसरा व्यक्ति फ्री वाई-फाई पर अडल्ट कॉन्टेन्ट देख लेता है, जबकि पूरी दुनिया में हर छठा व्यक्ति ऐसा करता है.
सम्भार : लालनटोप