आपने बहू पर ससुराल वालों के जुल्मो सितम के किस्से बहुत सुने होंगे. लेकिन सास बहू को बचाने के लिए अपने बेटे का मर्डर कर दे, ऐसा पहली बार हुआ है. मुंबई के मनखुर्द में एक 45 साल की औरत को अरेस्ट किया गया है. उस पर इल्जाम है कि उसने अपने बेटे का गला घोंट दिया. क्योंकि वो अपनी बीवी को पीटता था.
अब सुनो पूरी कहानी . मनखुर्द पुलिस के मुताबिक नदीम नईम की उम्र 25 साल थी. वो अंबेडकर चाल में अपनी मां अनवरी इदरीसी, बीवी, दो बड़े भाइयों और उनकी बीवियों के साथ रहता था. मने भरा पूरा संयुक्त परिवार. हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक 2 साल पहले नदीम की शादी इलाहाबाद की लड़की से हुई थी. लड़की को पता नहीं था कि नदीम नशे का आदी है. शादी के बाद भी नदीम का नशेड़ीपन जारी रहा. फिर रोज रोज की पिटाई से तंग आकर वो घर छोड़ गई. सिर्फ पांच महीने हुए थे.
अनवरी को बिल्कुल अच्छा नहीं लगा कि बहू घर छोड़ जाए. बहू की मान मनौव्वल की. भरोसा दिलाया कि वो उसको पिटाई से बचाएगी. लड़के की नशा पत्ती छुड़ाएगी. इस वादे के बाद बहू ससुराल वापस आ गई.
वो रात जब नशे ने जान ली
मंगलवार की रात घर में सब थे. नदीम नशे में लुढ़कता, हिलता हुआ आया. अनवरी को अंदाजा लग गया कि ये आज कोई कांड करेगा. होश में नहीं है, तो पता नहीं किसे मार बैठे. अम्मा ने सारे बच्चों को पड़ोसी के घर भेज दिया. कि जाकर सो जाओ. अकेली रह गई. नदीम और गुस्से में आ गया और अम्मा को ही पीटने लगा. जब वो थक गया तो अम्मा ने उसे सीढ़ियों पर धकेलकर उसके गले को दुपट्टे से कस दिया. थोड़ी देर में नदीम की बॉडी में सिर्फ दारू बची, सांसें नहीं.
अम्मा ने गुस्से में दुपट्टा कसा होगा तो उसे पता नहीं रहा होगा कि ये मर जाएगा. गुस्सा ठंडा होने पर वो रात भर लाश के पास बैठी रोती रही. सुबह पौने 6 बजे फैमिली के लोग वापस आए तो देखा वो बैठी रो रही है. अनवरी ने घर वालों के सामने कहा कि उसने ही बेटे को मारा है, ताकि बहू रोज की पिटाई से बच जाए. फिर पुलिस ने उसे अरेस्ट कर लिया और 302 का मुकदमा दर्ज हो गया.
हम पहिले ही कहते हैं कि किसी ऐसी चीज का रोग मत पालो जो तुम्हारे दिमाग पर कंट्रोल करे. हंसराज हंस एक गाने में कहते हैं “न नशा करो न मार करो करना है अगर तो प्यार करो.” नहीं मानोगे तो तबाही तय है.