पहले वीडियो देख लो. आतंक का माजरा बाद में समझाते हैं.
dhoni stumping fumble from Akshay Kokde on Vimeo.
ये वीडियो इंडिया और श्रीलंका के बीच खेले जा रहे वन डे सीरीज के दूसरे मैच का है. मैच आज 24 अगस्त को पल्लेकेले में खेला जा रहा है. इस वीडियो में यूं तो एक साधारण सी स्टंपिंग दिखाई दी होगी आपको. लेकिन कुछ और है, जो असाधारण है. वो है धोनी की विकेट्स के पीछे की रेप्युटेशन.
पहले बैटिंग करती हुई श्रीलंका की पारी के 15वे ओवर की पहली बॉल थी ये. बॉलिंग कर रहे थे यजुवेंद्र चहल. स्ट्राइक पर थे धनुष्का गुनातिलका. चहल की एक फ्लाइटेड बॉल को आगे निकल कर खेलना चाह रहे थे. पूरी तरह मिस कर गए गेंद को. गेंद धोनी के पास गई. और धोनी फम्बल कर बैठे. यहीं आकर उस आतंक की बात आती है, जो धोनी ने विरोधी खिलाड़ियों के दिमाग में कायम किया है.
कोई और विकेटकीपर होता तो शायद बैट्समैन विकेट बचाने की, क्रीज़ में वापस लौटने की कोशिश करता. गुनातिलका ने ऐसी कोई कोशिश ही नहीं की. जैसे उनका दिमाग मान चुका हो कि स्टंप्स के पीछे धोनी है, तो बचने का कोई चांस ही नहीं है. उनके दिमाग का ये सरेंडर ही धोनी के फम्बल के बावजूद उन्हें आउट करा गया. वो जहां थे वहीं खड़े देखते रहे और धोनी ने फम्बल को ठीक करते हुए बेहद आराम से दूसरे अटेम्प्ट में गिल्लियां बिखेर दीं.
अब एक बार फिर देख लीजिए वीडियो. हमारी बात पर यकीन हो जाएगा.
महेंद्र सिंह धोनी की स्टंप्स के पीछे की बेमिसाल कारगुज़ारी, कोई नई बात नहीं है अब क्रिकेटप्रेमियों के लिए. बांग्लादेश की क्रिकेट टीम को उनकी ग़ज़बनाक फुर्ती का स्वाद अब भी याद होगा. जब आख़िरी बॉल पर 2 रन चाहिए थे जीतने के लिए और धोनी ने बाई का एक रन भी नहीं लेने दिया था. फर्राटेदार दौड़ लगा कर नॉन-स्ट्राइकर के बल्लेबाज़ से पहले विकेट्स तक पहुंच गए थे. बांग्लादेश अब तक उस ज़ख्म को सहलाता है.
एक बार फिर से देख लो उस लम्हे को भी:
रिकॉर्ड्स के लिए बता दें कि ये धोनी की 99वीं स्टंपिंग थी. जल्द ही यहां भी सैंकड़ा लगने वाला है.
साभार: द लल्लनटॉप