नई दिल्ली : माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) ने अपने एक नए कार्यक्रम के तहत 1.6 करोड़ रुपये (250000 अमेरिकी डॉलर) का इनाम देने का ऐलान किया है. माइक्रोसॉफ्ट की तरफ से पहले भी इस तरह के प्रोग्राम आयोजित किए जाते रहे हैं. इसके तहत कंपनी के सॉफ्टवेयर में बग ढूंढना होगा. इससे पहले गूगल, फेसबुक और एपल भी अपने यूजर्स को इसी प्रकार इनाम देती रही हैं. माइकोसॉफ्ट ने बग ढूंढने कार्यक्रम की शुरुआत साल 2012 में की थी.
माइकोसॉफ्ट ने 'विंडोज बग बाउंटी कार्यक्रम' शुरू किया है. इसके तहत विंडोज 10 को सुरक्षित और बगमुक्त बनाया जाएगा. इसके तहत जिसने बग ढूंढने वाले व्यक्ति को 2,50,000 डॉलर (करीब एक करोड़ 60 लाख) का इनाम दिया जाएगा. यह कार्यक्रम विंडोज 10 को सुरक्षित और बगमुक्त बनाने के लिए शुरू किया गया है. विंडोज बग बाउंटी के नए दौर में बग ढूंढनेवाले को यह इनाम दिया जाएगा.
सॉफ्टवेयर कंपनी माइकोसॉफ्ट ने बग ढूंढने का कार्यक्रम साल 2012 में शुरू किया था. अब कंपनी की तरफ से विंडोज 10 के लिए भी इसका विस्तार किया गया है. कंपनी की डाले गए एक पोस्ट के मुताबिक किसी भी महत्वपूर्ण बग कोड निष्पादन, विशेषाधिकार या डिजायन दोषों की उन्नति, जोकि ग्राहक की निजता और सुरक्षा को खतरे में डालती है उसकी जानकारी देने पर इनाम दिया जाएगा.
कंपनी के अनुसार यदि कोई शोधकर्ता ऐसी बग की रिपोर्ट करता है, जिसके बारे में माइक्रोसॉफ्ट को पहले से ही पता है, तो उसकी जानकारी सबसे पहले देने वाले को उच्चतम रकम का अधिकतम 10 फीसदी दिया जाएगा. यानी ऐसे व्यक्ति को कंपनी की तरफ से करीब 16 लाख रुपये दिए जाएंगे.
इससे पहले गूगल, फेसबुक और एपल ने अपने सॉफ्टवेयर में बग का पता लगाने वालों को इसी प्रकार से इनाम देती है. इससे पहले ‘जूडी’ नाम के मालवेयर से 3.65 करोड़ एंड्रायड फोन के प्रभावित होने पर गूगल ने एंड्रायड ओएस में बग ढूंढने वाले को 2 लाख डॉलर देने का ऐलान किया था. गूगल ने इनाम देने के कार्यक्रम की शुरुआत दो साल पहले की थी. अभी तक कोई भी यह इनाम नहीं जीत सका है.