200 का नोट आने की खबर जंगल में आग की तरह फैली हुई है. खबर सुनके कुछ लोग जबरन खुश हैं और घर, बार, सरकार सबको बधाई देते फिर रहे हैं. तो कुछ दुख में ये लंबे-लंबे तर्क दे रहे हैं मानो उनके इसी 200 रुपये की चुंगी लगने वाली है. खैर इन लोगों का राइट-लेफ्ट तो चलता रहेगा. क्योंकि आज 25 अगस्त है और आज ये नोट लॉन्च हो रहा है. इसलिए हम बताएंगे आपको एकदम सेंटर की बात. माने 100 की सीधी बात. जो तर्क हम बताएंगे, वो सीधे नोटों की फैक्ट्री के मालिक यानी आरबीआई वालों ने भेजे हैं. अब समझो:
2. वो जो सोनम गुप्ता बेवफा है, आई लब यू लिखे नोट होते हैं ना. और वो जो कटे-फटे वाले जिनको चलाने के लिए हम सारे जुगाड़ करते हैं. RBI का कहना है 200 के नोट आने से ऐसे नोटों को चलन से बाहर करने में आसानी होगी.
3. नोटबंदी के वक्त वो जो बताया नहीं गया था कि देश में कसके नकली नोट हैं. आतंकवादी और नक्सलवादी इसी के सहारे देश की लंका लगा रहे हैं. RBI का दावा है कि इससे ये नकली नोट खत्म करने में मदद मिलेगी.
4. सबसे खतरनाक तर्क भी सुन लो. थोड़ा गणित ज्यादा है. समझने में बुद्धी हिल गई हमाई. कोशिश करेंगे कि आपकी बची रहे. RBI का कहना है कि ज्यादातर देशों में करंसी यानी नोट और सिक्कों को तय करने के लिए एक गणित वाला नियम होता है. इसमें से एक रेनार्ड सीरीज है. इसमें करंसी में 1:2 और 1:2:5 का रेशियो होता है. अपने यहां 1:2:5 वाला सिस्टम है. माने 1 रुपये, फिर 2 रुपये, फिर 5 रुपये का नोट. फिर एक जीरो बढ़ा दो. यानी 10 रुपये, फिर 20 रुपये और 50 रुपये का नोट. इसके बाद ऐसे ही एक जीरो बढ़ाओ तो सीरीज बनेगी 100 रुपये, फिर 200 रुपये और 500 रुपये. समझे गुरु. यहां 200 का जो नोट आया. वो तो अपने यहां है नहीं. बस इसी गायब नोट को RBI लाने जा रही है.
5. RBI का कहना है कि इससे जो 100 और 500 रुपये के बीच का खालीपन है वो कम हो जाएगा. इससे लोगों को लेन-देन में कम किचकिच करनी पड़ेगी. सबसे ज्यादा उन लोगों को फायदा होगा, जिन्हें छोटे नोटों से काम धंधा करना होता है. एक और देशभक्ति वाला तर्क. मल्लब देश का करंसी सिस्टम मजबूत होगा.
साभार: द लल्लनटॉप